Gorakhpur News: ग्राहक खुद चांदी की जांच कर सकते हैं, सराफा मंडल के मंत्री हरिद्वार वर्मा ने बताया। जैसे ब्लीच परीक्षण। वास्तविक या नकली चांदी को ब्लीच टेस्ट करें। आप बिछिया, पायल या कुछ भी खरीद कर ले जा रहे हैं, उस पर ब्लीच की एक बूंद डालें। धूमिल ब्लीच चांदी असली है। असली चांदी को ब्लीच लगाने से रंग काला हो जाएगा, लेकिन नकली चांदी ऐसा नहीं करेगी।
चांदी के गहने खरीदते समय थोड़ा सतर्क रहें। चांदी के गहने मिलावटी भी हो सकते हैं। किलो एल्यूमीनियम और गिलट को 15 हजार रुपये में खरीदकर धंधेबाज मिलावट करते हैं। इन गहनों की चमक से आपको लगता है कि वे मिलावटी भी हैं। इन गहनों को मिलावट के बाद धंधेबाजों ने 70 हजार रुपये प्रति किलो बेचकर काफी पैसा कमा लिया है।
पिछले सप्ताह अंबे गहना बाजार में एक महिला ग्राहक हाथ का पंजा और हाफ करधन पेटी (कमरबंद) बेचने आई थी। दुकानदार ने चांदी का प्रतिशत पता लगाने को कहा। महिला अंबे गहना बाजार में एक मराठी कारीगर से मिली। उस समय चांदी के आभूषणों की जांच करने पर पता चला कि उनमें सिर्फ पंद्रह प्रतिशत चांदी थी, बाकी धातु था।
ग्राहक को कच्ची पर्ची से खरीदने के कारण दुकानदार ने जेवर को मानने से इनकार कर दिया। सूत्रों ने बताया कि बीमार महिला ने बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) से भी शिकायत की है। इसी गहना बाजार में हाल ही में एक जांच एजेंसी की टीम ने कच्ची पर्ची पर गहने खरीदने-बेचने के एक मामले में छापा मारा था।
सूत्रों ने बताया कि इस बाजार की दुकान से थोक में सोना और चांदी का बड़ा स्टॉक ग्रामीण क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्रों में भेजा जाता है। Hindi Market में सोने के धंधेबाजों पर कई बार कार्रवाई की गई है, लेकिन चांदी के धंधेबाज अभी भी आराम से ग्राहकों से ठगी कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि बीआईएस या कोई अन्य संस्था जल्द ही बाजार में चांदी के आभूषणों की जांच कर सकती है।
Gorakhpur News: 92 टंच चांदी मापने वाली मशीन
टंच कारोबारियों या सराफा के पास सिर्फ 92 टंच की चांदी की जांच करने की मशीन है। मराठी कारीगर इससे कम की चांदी को अपने तरीके से जांचते हैं। जैसे, चांदी को एसिड या अन्य केमिकल के माध्यम से पूरी तरह से गलाकर तरल बनाने के लिए अब केमिकल को तरल पदार्थ में मिलाकर चांदी के रंग और अन्य धातुओं के मिश्रण का अनुपात मापा जा सकता है। इसी आधार पर चांदी सहित अन्य पदार्थों की जांच की जाती है।
Gorakhpur News: 15 टंच, 45 टंच और 52 टंच का खेल होता है
बाजार सूत्रों ने बताया कि सराफा कारोबार में 15, 45 और 52 टंच का खेल होता है। जैसे, ग्रामीण क्षेत्रों में धंधेबाज 15 टंच शुद्ध चांदी को मिलाकर पूरी तरह से शुद्ध बनाते हैं, लेकिन बाजार में ये धंधेबाज 45 और 52 टंच शुद्ध चांदी बनाकर अंतरराष्ट्रीय भाव पर बेचते हैं।
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Gorakhpur News: मिलावट का खेल, चमकदार चांदी के गहनों के धंधेबाज- कैसे पता करें कि आपकी चांदी नकली है?
Commodity में कहां है ज्यादा एक्शन? Gold, Silver, Crude में आज क्या करें? #CommodityTrading
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