Ajmer: राजस्थान के खाद्य सुरक्षा आयुक्त एवं ड्रग कंट्रोल राजस्थान इकबाल खान और अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के निर्देश पर प्रदेश में चलाए जा रहे शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत, जिला कलक्टर के निर्देश पर फूड सेफ्टी टीम ने ब्यावर शहर में कई दुकानों का सघन निरीक्षण किया और आठ नमूने लिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय गहलोत ने बताया कि विभाग ने प्रत्येक खाद्य सुरक्षा अधिकारी को मौके पर तेल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए TPC मीटर दिए हैं। टीम ने कचोरी, समोसे और नमकीन की दुकानों पर टीपीसी मीटर से खाद्य तेल की जांच की।
Ajmer: TPC, या टोटल पोलर कंपाउंड्स की रीडिंग, नियमानुसार अधिकतम 25 हो सकती है। ज्यादा तेल नहीं खाना चाहिए। तेल को बार-बार गर्म करने और लगातार उपयोग करने से इसमें ट्रांस फैट और कई अन्य पदार्थ बन जाते हैं, जो शरीर के लिए घातक हैं। विक्रेताओं को बताया गया कि तेल को किस तरह उपयोग करना चाहिए और खराब हो चुके तेल को एक निश्चित संस्था को देना चाहिए जो बायोफ्यूल बनाने के लिए इसे उपयोग करती है।
Ajmer: TPC 25 से कम था
शांति टावर के पास स्थित श्री लोकेश कचोरी वाला और चांग गेट के अंदर स्थित श्री बाबा नमकीन भंडार से कचोरी बनाने के लिए प्रयोग किए जा रहे तेल के सैंपल लिए गए। जिन दुकानों पर तेल की जांच की गई, उनमें TPC 25 से कम था।
Ajmer: शिकायत के आधार पर बुरड़ मार्केट स्थित श्री गोपाल जी प्रभातीलाल से हल्दी पाउडर और मिर्च पाउडर के नमूने लिए गए। जांच रिपोर्ट मिलने पर खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी, सहायक राजकुमार इंदौरिया और अजय गोयल शामिल थे।
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Ajmer: Food Safety Team ने शुद्ध आहार मिलावट की जांच की, मसाले और तेल की गुणवत्ता की जांच की और सैंपल लिए
Ajmer में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत 1350 किलो मिलावटी चुस्की सीज | Food Safety