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Ahmedabad हादसा: शकरी झील में AMC की नाव पलटी, 3 युवकों की मौत
Ahmedabad हादसा: शकरी झील में AMC की नाव पलटी, 3 युवकों की मौत
अहमदाबाद की शकरी झील में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) की नाव अचानक पलट गई, जिसमें सवार कई युवक पानी में गिर गए। हादसे में 3 युवकों की मौत हो गई है, जबकि बाकी को स्थानीय लोगों और बचाव दल की मदद से बाहर निकाल लिया गया।
मृतकों की पहचान हो चुकी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हादसे के बाद झील क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
फिलहाल पुलिस और प्रशासन घटना की जांच में जुटा है कि आखिर सुरक्षा इंतजामों के बावजूद नाव कैसे पलटी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि AMC की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
अहमदाबाद, 2 सितंबर अहमदाबाद शहर में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया।

Ahmedabad Ahmedabad हादसा कैसे हुआ?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार दोपहर कुछ युवक AMC की नाव से झील की सैर कर रहे थे। अचानक नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह बीच झील में पलट गई। नाव पलटते ही सभी युवक पानी में गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया और बचाव कार्य शुरू किया।
स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से कई युवकों को बाहर निकाला गया, लेकिन 3 युवक गहरे पानी में डूब गए। जब तक उन्हें बाहर निकाला गया, उनकी सांसें थम चुकी थीं।
Ahmedabad प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
हादसे की जानकारी मिलते ही अहमदाबाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और AMC के अधिकारी मौके पर पहुँचे। झील के चारों ओर भीड़ इकट्ठा हो गई। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि सुरक्षा इंतज़ामों में कहाँ लापरवाही हुई।
AMC अधिकारियों ने बताया कि नाव पलटने के कारणों की जांच की जा रही है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
स्थानीय लोगों का गुस्सा
घटना के बाद इलाके में गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि AMC ने झील में नौकायन के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम नहीं किए थे। नाव में सवार लोगों को लाइफ जैकेट उपलब्ध नहीं कराए गए, जिसके चलते यह हादसा इतना बड़ा हो गया।
दुख और शोक
तीनों मृतक युवक अपने परिवारों के इकलौते बेटे बताए जा रहे हैं। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे इलाके में शोक की लहर है।
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Weather News: पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, पूर्वी यूपी और हरियाणा में तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया अनुमान
Weather News: पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, पूर्वी यूपी और हरियाणा में तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया अनुमान
मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश का अनुमान जताया है।
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से मध्यम बारिश के आसार हैं।Weather News: पहाड़ी राज्यों में सतर्कता
हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार बारिश से भूस्खलन और नदी-नालों में उफान की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है।
मैदानी इलाकों में असर
पंजाब, हरियाणा और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है। इससे खेतों में खड़ी फसलों और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
Weather News: मौसम विभाग की चेतावनी

Weather News IMD के मुताबिक, अगले 48 घंटों में इन राज्यों में बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है। लोगों से अपील की गई है कि वे खुले स्थानों पर जाने से बचें और सावधानी बरतें।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कल तक तेज बारिश जारी रहेगी। विभाग ने कोंकण, गोवा, छत्तीसगढ़ और मध्य महाराष्ट्र में भी तेज बारिश का अनुमान व्यक्त किया है।
मौसम विभाग ने अगले पाँच दिन असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश का अनुमान लगाया है। मछुआरों को अगले तीन दिन लक्षद्वीप और केरल के तटों पर न जाने की सलाह दी गई है। मछुआरों को अगले पाँच दिन कोंकण और गोवा के तटों पर न जाने की भी सलाह दी गई है।
Heavy Rain in Gujarat: अहमदाबाद में ब्लैकआउट, 4 जिलों में रेड अलर्ट, कडाणा डैम के गेट खुले
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Hindu Devi-Devta “नैवेद्य का रहस्य: किस देवी-देवता को कौन-सा भोग है प्रिय”
Hindu Devi-Devta “नैवेद्य का रहस्य: किस देवी-देवता को कौन-सा भोग है प्रिय”
Hindu Devi-Devta “हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं के प्रिय भोग: जानें किसे चढ़ेगा कौन-सा नैवेद्य”
हिन्दू धर्म में हर देवी-देवता का अपना प्रिय भोग (नैवेद्य) माना गया है। हमारे शास्त्रों और परंपराओं में हर देवी-देवता का कोई विशेष प्रिय भोग (नैवेद्य/प्रसाद) माना गया है, पूजन में जब उनका प्रिय भोग अर्पित किया जाता है तो इसे विशेष रूप से शुभ और फलदायी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार पूजन में जब उनके प्रिय भोग का अर्पण किया जाता है तो वह न केवल देवता को प्रसन्न करता है बल्कि साधक को भी विशेष फल प्रदान करता है।

Hindu Devi-Devta Hindu Devi-Devta देवी-देवताओं के प्रिय भोग
🔹 भगवान गणेश –
- मोदक, लड्डू, दूर्वा (हरी घास)
- कारण: इन्हें मीठा और सादा भोजन प्रिय है।
🔹 भगवान शिव –
- बेलपत्र, धतूरा, भांग, दूध, दही
- कारण: शिवजी को सरल और तामसी भोग भी स्वीकार्य हैं।
🔹 मां लक्ष्मी –
- खीर, हलवा, नारियल, कमल गट्टे
- कारण: मां लक्ष्मी को शुद्ध, मीठा और सफेद वस्तुएँ प्रिय हैं।
🔹 मां दुर्गा/काली –
- मालपुआ, खीर, मिष्ठान्न, फल, नारियल
- नवरात्रि में दुर्गा मां को विभिन्न दिनों पर अलग-अलग भोग अर्पित करने की परंपरा है।

Hindu Devi-Devta 🔹 भगवान विष्णु –
- तुलसी पत्र, पंचामृत, दूध से बने मिष्ठान्न
- कारण: तुलसी भगवान विष्णु की सबसे प्रिय है।
🔹 भगवान कृष्ण –
- माखन, मिश्री, पंजीरी
- कारण: बचपन में श्रीकृष्ण का माखन चुराना प्रसिद्ध है।
🔹 भगवान राम –
- खीर, गुड़, चावल
- कारण: मर्यादा पुरुषोत्तम राम को सात्विक भोजन प्रिय है।
🔹 हनुमान जी –
- बूंदी के लड्डू, सिंदूर, चोला, गुड़ और चने
- मंगलवार और शनिवार को विशेष भोग चढ़ाया जाता है।
🔹 सूर्य देव –
- गेहूँ, गुड़, लाल फूल, लाल वस्त्र, खीर
- कारण: सूर्य देव को लाल रंग और मीठा अर्पित करना शुभ माना जाता है।
🔹 शनि देव –
- तिल, तिल का तेल, काली उड़द, जलेबी, खिचड़ी
- कारण: शनि देव को काले पदार्थ और तिल विशेष प्रिय हैं।
🔹 कुबेर जी →
- खीर, मिठाई, शहद, मेवे
मान्यता है कि अगर श्रद्धा और भाव से कोई भी भोग अर्पित किया जाए तो देवता अवश्य प्रसन्न होते हैं।
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PM Modi on Congress : भावुक PM मोदी ने मां को याद कर क्या-क्या कहा?
PM Modi on Congress : भावुक PM मोदी ने मां को याद कर क्या-क्या कहा?
“मेरी गरीब मां की तपस्या, ये शाही खानदानों के युवराज नहीं समझ सकते, एक साड़ी…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपनी मां हीराबा की याद में भावुक हो जाते हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मां की तपस्या और संघर्षों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि “मेरी गरीब मां की तपस्या को शाही खानदानों के युवराज कभी नहीं समझ सकते। मेरे जीवन में मां ने अभाव में रहकर भी त्याग और संस्कार दिए।”
पीएम मोदी ने अपने बचपन की एक घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनकी मां ने पूरे जीवन संघर्ष किया, लेकिन कभी शिकायत नहीं की। वे छोटी-छोटी खुशियों में संतोष कर लेती थीं। मोदी ने कहा—“मेरी मां के लिए एक साड़ी ही बहुत बड़ी खुशी होती थी।”

PM Modi on Congress 🔹 गरीब घर की सीख PM Modi on Congress
मोदी ने कहा कि मां ने उन्हें सिखाया कि दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। यही संस्कार उन्हें राजनीति से पहले समाज सेवा के रास्ते पर ले आए। उन्होंने कहा कि गरीबी ने उन्हें संघर्ष करना सिखाया, लेकिन मां ने हमेशा उन्हें संयम और धैर्य का पाठ पढ़ाया।
🔹 शाही खानदान पर तंज
बिना नाम लिए पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के “वंशवाद” पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो शाही खानदानों में पैदा होते हैं, वे त्याग और अभाव का दर्द नहीं समझ सकते। जबकि उनकी मां ने अभाव में रहते हुए भी उन्हें जीवन के सबसे बड़े मूल्य दिए।
🔹 मां के आशीर्वाद का ज़िक्र
मोदी ने कहा—“मां ने अपने जीवन का हर पल अपने बच्चों के लिए समर्पित किया। उनकी तपस्या ही मुझे आज इस मुकाम तक लाई है।”
PM Modi on Congress पीएम मोदी ने कहा, “मैं भी एक बेटा हूं, और इतने सारे माता-बहनों को देखकर आज मैं अपना दुख साझा कर रहा हूं, ताकि आप लोगों के आशीर्वाद से मैं इसे झेल पाऊं. मैं करीब 55 साल से समाज और देश सेवा में लगा हूं. समाज के लिए मुझसे जो हो सकता है, उसे करने का प्रयास किया है. ऐसा करने के लिए मुझे मेरी मां का आशीर्वाद प्राप्त रहा है. मेरी मां ने मां भारती की सेवा करने को कहा, लेकिन मुझे इस बात की पीड़ा है कि जिन्होंने देशसेवा के लिए भेजा, उन्हें ही अपमानित किया गया.”
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SCO समिट: शहबाज शरीफ सिर्फ मुखौटा, असली कमान आसिम मुनीर के हाथ?
SCO समिट: शहबाज शरीफ सिर्फ मुखौटा, असली कमान आसिम मुनीर के हाथ?
SCO समिट में दिखने के बाद फिर उठे सवाल
पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर वही पुराना सवाल गूंज रहा है—क्या प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ वास्तव में सत्ता चला रहे हैं या फिर सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के हाथ में असली कमान है? शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में शरीफ की मौजूदगी ने इस बहस को और हवा दे दी है।
“शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी ने एक बार फिर चर्चा छेड़ दी है। सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई पाकिस्तान में सत्ता की बागडोर शरीफ के हाथ में है, या फिर असली कमान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के पास है? पाकिस्तान की सियासत पर ये पुराना सवाल एक बार फिर नए अंदाज़ में सामने आया है।”

SCO समिट SCO समिट लोकतांत्रिक मुखिया या सिर्फ प्रतिनिधि?
पाकिस्तान के इतिहास में यह धारणा हमेशा से बनी रही है कि लोकतांत्रिक सरकारें महज़ ‘फिगरहेड’ होती हैं, जबकि असली फैसले सेना लेती है। शहबाज शरीफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन देश के भीतर आर्थिक संकट, विदेशी कर्ज और सुरक्षा नीतियों पर सेना की सीधी पकड़ देखी जाती है।

SCO समिट SCO समिट आसिम मुनीर की ताकत
जनरल आसिम मुनीर को मौजूदा वक्त में पाकिस्तान का सबसे ताकतवर शख्स माना जाता है। इमरान खान के खिलाफ कार्रवाई से लेकर IMF के साथ बातचीत और विदेश नीति तक, हर बड़े फैसले में उनकी भूमिका अहम बताई जाती है। यही वजह है कि पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि असली सत्ता रावलपिंडी (सेना मुख्यालय) के पास है, इस्लामाबाद के पास नहीं।

जनरल आसिम मुनीर विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान में सेना की भूमिका सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं रही, बल्कि उसने हमेशा राजनीतिक ढांचे पर भी असर डाला है। ऐसे में शहबाज शरीफ की भूमिका महज़ प्रशासनिक चेहरा बनने तक सिमट जाती है।
आगे क्या?
SCO समिट के बाद भले ही शहबाज शरीफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन देश के भीतर बढ़ते आर्थिक संकट और जनता के गुस्से के बीच असली फैसलों पर सेना की पकड़ सवालों के घेरे में बनी हुई है।
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Uttarakhand: 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा
Uttarakhand: 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा
“उत्तराखंड में 2027 विधानसभा चुनाव अभी दूर है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अभी से अपनी तैयारी तेज़ कर दी है। सरकार की योजनाओं से लेकर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज़ है। पार्टी का फोकस है जनता तक सीधे पहुँच बनाना और 2027 में दोबारा सत्ता में वापसी करना।
Uttarakhand: उत्तराखंड में भाजपा मिशन 2027 की राह पर निकल पड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार विकास कार्यों और योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। वहीं संगठन स्तर पर बूथ कमेटियों को सक्रिय करने पर जोर दिया जा रहा है।”
Uttarakhand 2027 “सरकार का दावा है कि डबल इंजन की ताक़त से राज्य में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव आए हैं।”

Uttarakhand “भाजपा ने तय किया है कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाएँगे। खासतौर से महिलाओं, युवाओं और नए मतदाताओं को जोड़ने पर ध्यान होगा।”
Uttarakhand विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा
उत्तराखंड प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। चाहे संगठन विस्तार की बात की जाए या मंत्रिमंडल विस्तार की इसको लेकर भी भाजपा के भीतर मंथन चल रहा है। वहीं इस विषय पर बात करते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि भाजपा कार्यकारिणी का विस्तार जल्द हो सकता है। भाजपा के संगठनात्मक जिलों में मंडलों का विस्तार हो चुका है।
“राज्य की राजनीति में पहाड़ी इलाकों के स्थानीय मुद्दे हमेशा से अहम रहे हैं। ऐसे में भाजपा इन्हीं मुद्दों पर जनता से सीधा संवाद बनाकर चुनावी जमीन मजबूत करने में जुटी है। विपक्ष कहाँ तक चुनौती पेश करता है, ये देखना दिलचस्प होगा।”
“यानी साफ है कि 2027 की जंग अभी दूर है, लेकिन उत्तराखंड में भाजपा ने जीत की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अब देखना ये होगा कि जनता 2027 में किसके पक्ष में फैसला सुनाती है।”
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No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी
No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी
No Stress Only Health & Taste स्प्राउट्स: स्प्राउट्स को उबालकर उसमें टमाटर और खीरे जैसी सब्ज़ियाँ मिलाई जाती हैं। इस चाट में अच्छा प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। स्प्राउट्स चाट स्वाद से समझौता किए बिना एक स्वस्थ नाश्ते का आनंद लेने का बेहतरीन तरीका है।
स्प्राउट्स चाट (10 मिनट में तैयार) No Stress Only Health & Taste
सामग्री:
- 1 कप उबले हुए अंकुरित मूंग/चना (sprouts)
- 1 छोटा प्याज (बारीक कटा)
- 1 छोटा टमाटर (बारीक कटा)
- 1 खीरा (बारीक कटा)
- 1 हरी मिर्च (बारीक कटी)
- 1 नींबू का रस
- 1 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर
- स्वादानुसार काला नमक/सेंधा नमक
- 1 चम्मच हरी चटनी (वैकल्पिक)
- थोड़ी धनिया पत्ती (बारीक कटी)
- अनार के दाने (गार्निश के लिए, वैकल्पिक)

No Stress Only Health & Taste विधि:
- एक बड़े बाउल में उबले अंकुरित मूंग/चना डालें।
- इसमें प्याज, टमाटर, खीरा और हरी मिर्च मिलाएँ।
- अब नींबू का रस, भुना जीरा पाउडर और काला नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें।
- चाहें तो स्वाद बढ़ाने के लिए हरी चटनी मिला लें।
- ऊपर से धनिया पत्ती और अनार दाने डालकर सर्व करें।
हेल्दी बेनिफिट्स: No Stress Only Health & Taste
- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर। बिना तला–भुना, कम कैलोरी। पचने में आसान और टेस्टी।
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Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी
Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी
ज्योतिष, धर्म और कर्म सिद्धांत तीनों को जोड़कर ग्रहों के प्रकोप और उनके शमन की व्याख्या करता है। इसे संक्षेप और स्पष्ट रूप में ऐसे समझ सकते हैं।
Dharmik राहु और कुत्ते का संबंध
राहु का प्रतिनिधि जीव कुत्ता माना गया है। इसीलिए कुत्तों को भोजन कराना राहु को प्रसन्न करता है और उन्हें कष्ट देना राहु की उग्रता बढ़ाता है।
Dharmik कर्म और ग्रहों का रिश्ता
शास्त्र कहते हैं – “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा” → यानी हर कर्म का फल निश्चित है। ग्रहों का अशुभ प्रभाव कई बार पूर्व जन्म के कर्मों और वर्तमान कर्मों का परिणाम होता है। इसलिए ग्रहों के दोष न केवल यज्ञ, मंत्र, रत्न से, बल्कि जीवों की सेवा और सदाचार से भी कम किए जा सकते हैं।
“जब राहु वक्री होता है, तब कुत्तों से जुड़ता है कर्म का रहस्य।”
राहु वक्री होने और कुत्तों का गहरा संबंध ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है।
राहु और कुत्तों का संबंध
- राहु का वाहन
– पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राहु का वाहन कुत्ता माना जाता है।
– इस कारण कुत्ते राहु के प्रभाव को दर्शाते हैं। - उपायों में कुत्ते का महत्व
– राहु या केतु से जुड़े दोष (जैसे राहु महादशा, राहु वक्री, राहु काल में कष्ट) में ज्योतिषाचार्य अक्सर कुत्तों को भोजन कराने की सलाह देते हैं।
– खासकर काले कुत्ते को रोटी, दूध या तिल मिले आटे की गोलियाँ खिलाना शुभ माना जाता है। - आध्यात्मिक दृष्टि से
– कुत्तों को राहु का प्रतीक माना जाता है क्योंकि वे अदृश्य शक्तियों (जैसे किसी अदृश्य खतरे) को भाँप लेते हैं।
– राहु अदृश्य और मायावी ग्रह है, इसलिए कुत्तों का स्वभाव उससे जुड़ा हुआ है।
जब राहु वक्री होते हैं, तो उनके दोषों को कम करने और शुभ फल पाने के लिए कुत्तों को भोजन कराना, उनकी सेवा करना और उनसे दुर्व्यवहार न करना धार्मिक व ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी माना गया है।
जीवों और परिजनों से ग्रह शांति

Dharmik ग्रहों का सीधा संबंध हमारे नज़दीकी रिश्तों और व्यवहार से माना गया है:
- ☀️ सूर्य रुष्ट → पिता को प्रसन्न करें, सेवा करें
- 🌙 चंद्र रुष्ट → माता को प्रसन्न करें
- ♂️ मंगल रुष्ट → भाई-बहन का सम्मान करें
- ☿️ बुध रुष्ट → मामा/बंधुजनों को सम्मान दें
- ♃ गुरु रुष्ट → गुरुजनों, वृद्धों की सेवा करें
- ♀️ शुक्र रुष्ट → पत्नी या जीवनसाथी का मान-सम्मान करें
- ♄ शनि रुष्ट → सेवकों, गरीब और श्रमिकों की मदद करें
- ☊ राहु रुष्ट → कुत्तों की सेवा/भोजन कराएँ
- ☋ केतु रुष्ट → कुष्ठ रोगी, साधु-संतों की सेवा करें
“राहु की वक्री चाल, कुत्तों के साथ आपके कर्मों का हिसाब।”
केवल रत्न पहनने या यज्ञ कराने से ही ग्रह शांत नहीं होते। असली उपाय है – मानवता, जीवों की सेवा और परिवारजनों के प्रति कर्तव्य निभाना। जब हम जीवों और परिजनों के प्रति परोपकार व सम्मान का भाव रखते हैं, तो अशुभ ग्रह भी प्रसन्न होकर अपना दोष कम कर देते हैं।
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- राहु का वाहन
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PATNA में धूमधाम से मनाई गई राधाष्टमी, इस्कॉन मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
PATNA में धूमधाम से मनाई गई राधाष्टमी, इस्कॉन मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
PATNA के इस्कॉन मंदिर में रविवार को राधाष्टमी का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और आरती का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया।
PATNA के इस्कॉन मंदिर में राधाष्टमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। वहीं, मंत्रोच्चार और भक्ति गीतों की गूंज के बीच, श्रद्धालु राधा रानी की भक्ति में लीन होकर नाचते-गाते नजर आए। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ इस्कॉन मंदिर पहुंचने लगी। राधा रानी के जन्मोत्सव को लेकर मंदिर को सुंदर फूलों और रोशनी से सजाया गया था।
PATNA भक्तों की आस्था:
मंदिर प्रांगण भक्ति के रंग में डूबा नजर आया। श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते और हरि-नाम संकीर्तन में लीन होकर जयकारे लगाते रहे।

PATNA मंदिर प्रशासन की तैयारी: मंदिर प्रबंधन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और भोग का विशेष प्रबंध किया गया। साथ ही सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर भी पूरी सतर्कता बरती गई।
विशेष आयोजन:
- राधा रानी की जन्म आरती और विशेष पूजा का आयोजन
- भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चार से गूंजता रहा पूरा परिसर
- भक्तों ने नाचते-गाते हुए राधा रानी के जयकारे लगाए
राधाष्टमी के अवसर पर पटना का इस्कॉन मंदिर भक्ति के रंग में सराबोर हो गया। राधा रानी के जन्मोत्सव के इस खास मौके पर, मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और आरती का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल होने के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े।
मंदिर का पूरा प्रांगण मंत्रोच्चार और भक्ति गीतों से गूंज उठा। राधा रानी की भक्ति में लीन श्रद्धालु नाचते-गाते और जयकारे लगाते हुए नजर आए। इस दौरान, भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ पूजा में भाग लिया।
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