Ashoknagar: उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या गांव-गांव में बढ़ रही है; पास के गांव पठारी चक्र में 13 मरीज भर्ती हैं, जिसमें एक बच्ची मर गई है। इसके बाद, सभी झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक की जांच होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश के बाद जिले की मुंगावली तहसील में भी झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल कसने का प्रयास किया जा रहा है। राजस्व और स्वास्थ्य विभागों के एक संयुक्त दल ने झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानों पर जाकर उनके दस्तावेजों की जांच की। एक क्लीनिक पर छापा मारा, वहां मौजूद चिकित्सकों को देखकर भाग गए।
ब्लॉक मेडिकल डॉक्टर
ब्लॉक मेडिकल डॉक्टर ने बताया कि जिस क्लीनिक पर हम पहुंचे थे, उसमें कोई दस्तावेज नहीं था और जो लोग वहाँ थे, वे बाहर चले गए थे। क्लीनिक बंद है। इस घटना की सूचना नगर में फैलते ही कई निजी चिकित्सक अपने क्लीनिकों को बंद कर दिया। पूरे शहर में जांच दल की संयुक्त कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि कई डॉक्टरों के पास न तो चिकित्सा का पंजीयन है और न ही क्लिनिक चलाने का रजिस्ट्रेशन है।
Ashoknagar: यह कार्रवाई भोपाल और जिलाधीश और सीएचएमओ के आदेश पर की जा रही है, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अजय जाटव ने बताया। पास के गांव पठारी चक्र में 13 मरीज भर्ती हैं, जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई है, क्योंकि गांव में उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अब सभी झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिकों को चेक किया जा रहा है जो किसी भी प्रकार की डिग्री नहीं रखते हैं।
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अजय जाटव ने बताया
Ashoknagar: ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अजय जाटव ने बताया कि इस समय गांव-गांव में उल्टी-दस्त के बहुत से मरीज हैं। सिविल अस्पताल में भर्ती 13 मरीज पठारी चक्क पर बीमार हो गए। जिनमें से एक बच्ची भी मर चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि बिना किसी डिग्री के प्राइवेट क्लीनिक चला रहे हैं। उनकी डिग्री पूछने के बाद वे दुकान छोड़कर चले गए। इसलिए दुकान को बंद कर दिया गया।
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Ashoknagar: डॉक्टर साहब ने झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक सील देखकर भाग लिया
डॉक्टर जांच दल देखकर भागा,क्लिनिक सील,झोलाछाप डॉक्टरों पर बड़ी कार्रवाई। Kesrinews। Begamganj