Barwani Police: 78वें स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार बड़वानी में पुलिस बैंड ने प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस बैंड का गठन किया था। जिले में 15 सदस्यीय बैंड का प्रदर्शन सबका दिल जीत गया। प्रशिक्षण में भाग लेने से इनकार करने वाले कुछ कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया।
एमपी की बड़वानी पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार बैंड बजा कर समा बांध दिया। मध्य प्रदेश के पांच जिलों से 25 कांस्टेबलों को 15 अगस्त की परेड में बैंड प्रशिक्षण में भाग लेने से मना करने के कारण हाल ही में सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं, बड़वानी में 78वें स्वतंत्रता दिवस की परेड में 15 सदस्यीय पुलिस बैंड ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उनकी परफॉर्मेंस ने सबका दिल जीत लिया। इस वार्षिक परेड में पुलिस बैंड की मधुर धुन पहली बार जिले में सुनाई दी। बड़वानी के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार ने शहीद भीमा नायक शासकीय महाविद्यालय के परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कर सलामी दी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव की मंशा के अनुसार बड़वानी में पहली बार पुलिस बैंड का प्रदर्शन हुआ, पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोद ने बताया। यह भी ‘सेकंड बेस्ट परेड’ का पुरस्कार प्राप्त कर चुका है। उनका कहना था कि पुलिस बैंड में पंद्रह पुलिस कर्मियों के बैंड का प्लाटून था। नौ पुलिसकर्मी ट्रेनिंग करके आए थे। इस बैंड में सभी उपकरण और संसाधन पुलिस के थे। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस परेड में बार-बार बाजार से बैंड वालों को बुलाया जाता था। इस बार पुलिस बैंड पर परेड हुई है।
Barwani Police: CM मोहन की ऐतिहासिक निर्णय
यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पहले निर्णयों में से एक है। मोहन यादव ने कहा था कि राज्य के हर जिले में पुलिस बैंड होंगे। इसके लिए इंदौर, भोपाल और जबलपुर में पुलिसकर्मी को प्रशिक्षण दिया गया था। इसमें कॉन्सटेबल से एसआई के 45 वर्ष तक के पुलिसकर्मी शामिल थे। इसके बावजूद, इस मामले में उनकी सहमति की आवश्यकता थी।
Barwani Police: क्या बैंड विवाद है?
कुछ जिलों में पुलिस अधीक्षकों ने बिना सहमति के आरक्षकों को बैंड दल में नामांकित किया। 11 जिलों के 29 आरक्षकों ने इसके बाद हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की। उन्हें इस पर कोर्ट ने स्टे दे दिया। बाद में मुरैना जिले के पांच आरक्षकों ने भी न्यायालय की शरण ली थी।
Barwani Police: 25 कॉन्सटेबल ऐसे हटाए गए
पुलिस मुख्यालय से फिर से प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। कर्मचारियों की इच्छा का उल्लेख नहीं था। पुलिस अधीक्षकों ने आदेश के बाद कर्मियों को नॉमिनेट कर अभ्यास में शामिल होने के लिए कहा। इस तरह मध्य प्रदेश में कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। रायसेन, मंदसौर, खंडवा, हरदा और सीधी में 25 आरक्षकों को अनुशासनहीनता के कारण सस्पेंड भी किया गया था।
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Barwani Police: ‘बैंड विवाद’ में पांच जिलों के २५ कॉन्सटेबल सस्पेंड, खींचतान छोड़ बड़वानी पुलिस ने दिखाया जोर, धांसू बैंड बजाकर पुरस्कार जीता
23rd All India Police Band Competition From BTC ITBP, Bhanu Panchkula.