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Bhajan Lal: भ्रम में भजनलाल सरकार? इस बार राजस्थान का बजट केंद्र से पहले लाना होगा, क्या हैं कारण?

Bhajan Lal:

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Bhajan Lal: राज्य सरकार अगले महीने बजट सत्र बुला रही है। वित्त मंत्री दीया कुमारी प्रदेश की भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट इसमें प्रस्तुत करेंगी। इस बजट सत्र को लेकर भजनलाल सरकार अनिश्चित है।

तीन जुलाई से राजस्थान की नवस्थापित भजनलाल सरकार का पहला बजट सत्र शुरू होगा। 10 जुलाई को सरकार का बजट पेश किया जाना था, लेकिन अब एक अजीब स्थिति है। वास्तव में, 25 जुलाई को केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया जाएगा। अब राज्य सरकार अपना बजट केंद्रीय बजट से पहले पेश करती है, इसलिए इस वित्तीय वर्ष में केंद्रीय बजट से मिलने वाली राशि का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।

समस्या ये है कि मौजूदा सरकार का पहला बजट होने के चलते इसमें कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होनी हैं। सरकार ने अब तक पूर्ववर्ती नीतियों को बदल दिया है। इसके अलावा, आपको नई योजनाओं की घोषणा करनी होगी। इसे पूरी तरह से बदलना होगा। केंद्रीय बजट में अधिक कटौती होने पर इन योजनाओं का खर्च भी कम हो सकता है। ऐसे में विपक्ष इसे बजट सत्र में मुद्दा बना सकता है।

Bhajan Lal: राज्य सरकार केंद्रीय बजट क्यों नहीं ला पाएगी?

केंद्र सरकार अगर जुलाई के अंतिम सप्ताह में बजट प्रस्तुत करती है, तो राज्य सरकार उसके बाद बजट प्रस्तुत नहीं कर सकती है। इसकी वजह यह है कि राज्य सरकार का बजट पारित होने में कम से कम 14 कार्यदिवस लगते हैं। इसमें बजट पेश करने के बाद बहस, वित्त मंत्री की प्रतिक्रिया, कट मोशन और अतिरिक्त अनुदान की मांग शामिल हैं। वहीं, बजट केंद्रीय सरकार में पेश करने के बाद संबंधित मंत्रालियों की कमेटियों को दिया जाता है। केंद्रीय बजट इसलिए जल्दी पारित हो जाता है।

Bhajan Lal: प्रधानमंत्री प्रद्युम्न सिंह: लाना होगा पूरा बजट, बाद में बदलाव

Bhajan Lal: जनवरी में राज्य सरकार ने वोट ऑन अकाउंट प्रस्तुत किया है। कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री और गहलोत सरकार में राज्य वित्त आयोग के चेयरमैन रह चुके पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि वोट ऑन अकाउंट सिर्फ एक बार लिया जा सकता है, वह भी लिमिटेड पीरियड के लिए। इसलिए सरकार को अब पूरा बजट ही प्रस्तुत करना होगा। यद्यपि, वे कहते हैं कि केंद्रीय बजट में मिलने वाली राशि में बदलाव होता है, इसलिए इसे बाद में कम या अधिक किया जा सकता है। उनका कहना था कि संविधान में बजट सिर्फ अनुमान हैं। इसलिए बाद में इसे बदल सकता है। हर बार राज्य सरकारें भी ऐसा करती हैं।

बकौल राज्य सभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, वोट ऑन अकाउंट सिर्फ एक बार दिया जा सकता है। इसमें कोई नीतिगत निर्णय या घोषणा नहीं हैं। इसलिए राज्य सरकार को पहले ही बजट प्रस्तुत करना होगा, भले ही केंद्रीय बजट देरी से आया हो। इसे बाद में अनुपूरक अनुदान मांगों में बदल सकते हैं।

Bhajan Lal: भ्रम में भजनलाल सरकार? इस बार राजस्थान का बजट केंद्र से पहले लाना होगा, क्या हैं कारण?

Rajasthan News : भजनलाल सरकार का पहला बजट, हो सकती है अहम घोषणाएं ! | Bhajanlal Government | Latest

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