Bhopal News: 2022-23 सत्र में 66 हजार विद्यार्थियों ने शासकीय नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा दी, लेकिन उनका कोई रिजल्ट नहीं आया। विद्यार्थियों ने अब प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।
मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले का मामला अभी खत्म नहीं हुआ था कि एक और मामला सामने आया है। वास्तव में, 2022 और 2023 सत्र में शासकीय नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए पीईबी परीक्षा ली गई थी।
1 वर्ष बीत चुका है, लेकिन परीक्षा परिणाम अभी तक घोषित नहीं किए गए हैं, इसलिए विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश के लिए इंतजार करना पड़ता है। 66 हजार विद्यार्थियों ने नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश की परीक्षा दी थी। रिजल्ट नहीं मिलने से परेशान छात्राओं ने भोपाल की राजधानी में डेरा डालकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
Bhopal News: प्रदेश के कई जिलों से विद्यार्थी भोपाल पहुंचीं
प्रदेश के कई जिलों से एनएसयूआई मेडिकल विंग के सदस्यों ने राजधानी भोपाल के जेपी हास्पिटल में प्रदर्शन किया। साथ ही, प्रदर्शन करने वाली छात्रा ने बताया कि वह 2023 में पीएनएसटी टेस्ट देकर शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश कर चुकी है। उसका परिणाम अभी तक नहीं जारी किया गया है। विरोधी विद्यार्थियों ने कहा कि वे आगे बढ़ेंगे और सीएम हाउस तक जाएंगे अगर सरकार जल्द से जल्द परिणाम नहीं बताती।
Bhopal News: रिजल्ट एक या दो महीने में जारी होता है
NSUI के नेता रवि परमार ने बताया कि 2022-23 सत्र में प्रवेश के लिए PEB (व्यापम) द्वारा प्री नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट (PNST) की परीक्षा जुलाई 2023 में हुई थी। परीक्षा के बाद 1 से 2 महीने के अंतराल में परिणाम घोषित किए जाते हैं, लेकिन अभी तक घोषित नहीं किए गए हैं। विद्यार्थियों का भविष्य भी खतरे में है क्योंकि कोई रिजल्ट नहीं आया है।
जिन लोगों ने दूसरे पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं लिया, उनका एक वर्ष बर्बाद हो गया और इसके बाद भी उनका परिणाम नहीं बताया गया। नर्सिंग कॉलेज की मनमर्जी इस साल भी जारी रहेगी, यह स्पष्ट है।
66 हजार छात्रों ने करोड़ों रुपये खर्च किए
Paremar ने बताया कि PSB ने करोड़ों रुपए की परीक्षा शुल्क वसूल की थी, जिसमें 66 हजार विद्यार्थी शामिल थे। लेकिन एक साल से रिजल्ट नहीं जारी किया गया है। परमार ने कहा कि प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों में धड़ल्ले से प्रवेश हो रहे हैं, इससे सरकार की मंशा स्पष्ट हो गई है कि शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा के परिणामों को अभी तक घोषित नहीं किया गया है,
सिर्फ प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों को मुनाफा देने के लिए। जिसकी वजह से 2022 से मध्यप्रदेश के शासकीय नर्सिंग स्कूलों में कोई छात्र नहीं आया। मुख्यमंत्री निवास ने चेतावनी दी कि अगर प्री नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट (PNSAT) का रिजल्ट तत्काल जारी नहीं किया गया और प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे।
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Bhopal : रिजल्ट जारी करने की मांग, सड़क पर नर्सिंग छात्र; 66 हज़ार स्टूडेंट्स जुड़ा है मामला!