Bikaru Case: जब बिकरू कांड हुआ था, पुलिस को मनु को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया? पुलिस ने अब ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर ही उसे आरोपी ठहराया है। गुरुवार दोपहर को चौबेपुर इंस्पेक्टर रविंद्र श्रीवास्तव और एसडीएम बिल्हौर रश्मि लंबा ने मकान को सील कर दिया।
राजस्व और पुलिस ने कानपुर में बिकरू कांड के आरोपी मनु पांडेय के चौबेपुर स्थित घर को समान कुर्क करने के बाद सील कर दिया है। मालूम हो कि मनु पांडेय को पहले पुलिस ने सरकारी गवाह बनाया था। तीन साल बाद पुलिस ने उसे आरोपी बनाया है।
बिकरू कांड के बाद ऑडियो मनु सबसे अधिक वायरल हुए। शशिकांत, मुनु विकास दुबे की मामा प्रेम प्रकाश पांडेय का बेटा है। यह कार्रवाई माती कोर्ट से कुर्की का नोटिस मिलने के बाद हुई है। पुलिस का कहना है कि सूचना मिलने के बाद मनु पांडेय भाग गया है।
दो जुलाई 2020 की रात, कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर सीओ समेत आठ पुलिस अधिकारियों को मार डाला। विकास दुबे सहित छह बदमाशों को बिकुर कांड के बाद यूपी एसटीएफ ने एनकांउटर में मार डाला था। 36 आरोपी इस मामले में जेल में हैं।
Bikaru Case: सीओ देवेंद्र मिश्रा की मनु के घर में हत्या
बिकरू कांड के बाद विकास दुबे की कोठी पर बुलडोजर चला गया था, जो खंडहर में बदल गया था। उसकी महंगी गाड़ी और ट्रैक्टर भी नष्ट हो गए। सीओ देवेंद्र मिश्रा को उनके घर के आंगन में मार डाला गया था।
Bikaru Case: Manu को पुलिस स्टेशन पर फोन करने का आरोप लगाया गया था।
दो सिपाहियों की लाशें वहीं बरामदे में मिली थीं। विकास दुबे की मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे को बिकरू कांड की अगली सुबह एनकाउंटर में पुलिस ने मारा था। मनु पांडेय पर आरोप था कि उसने विकास दुबे के गैंग के सदस्यों को फोन करके पुलिस की लोकेशन बताई।
जब बिकरू कांड हुआ था, पुलिस को मनु को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया? पुलिस ने अब ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर ही उसे आरोपी ठहराया है। गुरुवार दोपहर को चौबेपुर इंस्पेक्टर रविंद्र श्रीवास्तव और एसडीएम बिल्हौर रश्मि लंबा ने मकान को सील कर दिया।
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Bikaru Case: राजस्व और पुलिस ने आरोपी मनु पांडेय की संपत्ति कुर्क की, पहले सरकारी गवाह
Bikru Kand: 8 पुलिस वालों के खून से सनी वो रात…3 साल में मिट गया विकास दुबे का नाम। Kanpur। Crime