BJP: पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री ने दलित और ओबीसी नेताओं से मुलाकात करके उनकी राय ली। उन्हें नेताओं से उन कारणों को जानने की कोशिश की जो यूपी में पार्टी को हराया।
BJP: भाजपा नेताओं ने प्रदेश के लोकसभा चुनाव में ओबीसी और दलित वोट बैंक को छोड़ने की कसक खाई है। पार्टी के सजातीय मंत्रियों और पदाधिकारियों को अब इस वोट को भाजपा की ओर वापस लाने की जिम्मेदारी दी गई है। सरकार में दलित मंत्रियों और अनुसूचित मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने बैठक की। इसमें उन्होंने दलित नेताओं से लोकसभा चुनाव में हार की वजह भी जाननी पड़ी। B.L. संतोष ने नेताओं को ओबीसी और दलितों के बीच बहस और सहयोग बढ़ाने का निर्देश दिया।
बीएल संतोष के सामने, दलित मंत्री और नेताओं ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में अपने दूसरे दिन की बैठक में दलितों और ओबीसी समाज में भाजपा के प्रति असंतोष की वजहें बताईं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी में जातीय कार्यकर्ताओं को तवज्जों न मिलने का एक बड़ा कारण कई मंत्रियों और नेताओं की नौकरी के कारण है। कुछ लोगों ने कहा कि दलित अधिकारियों को थानेदारों और तहसीलदारों के पदों पर नियुक्ति में दरकिनार रखा जाता है। पार्टी नेताओं ने दलित-ओबीसी समाज को आउटसोर्सिंग और कॉन्ट्रेक्ट नौकरी में आरक्षण नहीं मिलने को राज्य में पार्टी की हार का मुख्य कारण बताया है।
सभा में कई नेताओं ने हार की कई वजहें बताईं। बीएल संतोष ने भी पार्टी नेताओं से पूछा कि सरकार के बेहतर प्रयासों के बावजूद, आश्चर्यजनक रूप से बसपा से पहली बार लोकसभा चुनाव में दलित वोट कांग्रेस और सपा की ओर क्यों चले गए? इस पर दलित नेताओं ने दलितों को पार्टी में नेतृत्व देने से इनकार कर दिया। अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया सहित सभी दलित मंत्री बैठक में उपस्थित थे। प्रमुख नेताओं में बेबी रानी मौर्या, असीम अरुण, गुलाब देबी, विजयलक्ष्मी गौतम, दिनेश खटिक और सुरेश राही शामिल हैं।
BJP: दलितों और ओबीसी लोगों के बीच अधिक संवाद
बैठक में नेताओं से राय लेने के बाद, बीएल संतोष ने सभी नेताओं को ओबीसी और दलित लोगों के साथ बातचीत और सहयोग बढ़ाने का आदेश दिया। उनका कहना था कि वे दोनों समुदायों में लगातार मौजूद रहे थे ताकि विपक्ष को जीतने से रोका जा सके। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में एकजुट होकर लोकसभा चुनाव में किसी भी कमी को दूर करेंगे।
BJP: विस उप चुनाव पर विशेष ध्यान दें
बीएल संतोष ने बैठक में दलित और ओबीसी नेताओं को 10 विधानसभाओं के लिए होने वाले उपचुनाव पर ध्यान देने को कहा है। उनका कहना था कि सभी लोग मिलकर सभी दस सीटों पर जीतने की कोशिश करें। नेताओं को मतभेद भूलकर हर सीट जीतने के लिए एक योजना बनाने को कहा।
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BJP: BL संतोष ने कहा कि पार्टी ओबीसी दलित वोटरों को वापस लाने में लगी है, उपचुनावों पर फोकस करें
Kahani Kursi Ki: OBC-दलित वोट का सवाल…योगी का क्या नया प्लान? UP By Election 2024 | BJP | SP