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Delhi: मंत्री ने कहा कि अब सिर्फ एक बार सप्लाई होगी और लापरवाही पर चालान कटेगा।

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Delhi: हमने पानी की कमी को पूरा करने के लिए बोरबेल को चलाने का समय दोगुना कर दिया, जैसा कि आतिशी ने बताया। अब बोरबेल 14 घंटे चल सकते हैं, जबकि पहले 6-7 घंटे चलते थे। पानी के टैंकर की संख्या भी बढ़ी है।

दिल्ली में जल संकट बढ़ा है क्योंकि गर्मी बढ़ी है। दिल्ली के कई क्षेत्रों में पानी की कमी हो गई है। यह देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया कि जिन क्षेत्रों में पहले दिन दो बार पानी आता था, अब एक बार आएगा। उन क्षेत्रों में जहां पानी नहीं मिल रहा है, बचे हुए पानी को वितरित किया जाएगा। साथ में, सरकार ने दिल्लीवासियों से अपील की है कि वे अपने वाहनों को खुली पाइपों से न धोएं और टंकियों से पानी बहने से बचें। पानी का दुरुपयोग भी दंडनीय हो सकता है।

दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने बताया कि गर्मी के महीनों में यमुना में 674.5 फीट पानी की आवश्यकता होती है। वजीराबाद में पिछले वर्ष अप्रैल, मई और जून में जल स्तर हमेशा यही रहता था। लेकिन इस साल मई से ही हरियाणा ने दिल्ली को अपना हिस्सा पानी देना कम कर दिया है, जिससे यमुना का जल स्तर लगातार गिर रहा है। यमुना का जल स्तर एक मई को 674.5 फीट था, लेकिन 28 मई को यह 669.8 फीट हो गया। इसलिए दिल्ली में जल संकट बढ़ा है। यह देखते हुए उपाय किए जा रहे हैं।

Delhi: पानी के टैंकरों की संख्या बढ़ाकर एक बार वितरण

हमने पानी की कमी को पूरा करने के लिए बोरबेल को चलाने का समय दोगुना कर दिया, जैसा कि आतिशी ने बताया। अब बोरबेल 14 घंटे चल सकते हैं, जबकि पहले 6-7 घंटे चलते थे। पानी के टैंकर की संख्या भी बढ़ी है। यमुना नदी में पानी का स्तर लगातार गिर रहा है, इसलिए हमें आज से कुछ अतिरिक्त उपाय करने की जरूरत है। दिल्ली के जिन क्षेत्रों में पहले दिन में दो बार पानी की आपूर्ति की जाती थी, आज से वह कम हो गई है। इन क्षेत्रों को अब दिन में एक बार पानी मिलेगा। दूसरी बार वितरित पानी को बचाकर उन क्षेत्रों में भेजा जाएगा,

Delhi: विपरीत परिस्थिति में दिल्ली सहयोग करे

Attishy आज दिल्ली के कुछ हिस्सों को बिल्कुल जीरो वाटर सप्लाई पर छोड़ सकते हैं। उनकी अपील है कि पानी का सही इस्तेमाल किया जाए। पानी को जरा भी बर्बाद नहीं करना चाहिए। वाहनों को खुली पाइप से न धोएं और किसी भी स्थान पर पानी की धारा का इस्तेमाल न करें। टंकियों से अधिक पानी न बहना चाहिए। घर को हर दिन खराब होने से बचाएं। पानी को अच्छे से संभालें। पानी की बर्बादी नहीं रोकी गई तो चालान भी हो सकता है।

Delhi: सरकार भी अदालत जा सकती है

आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार हरियाणा सरकार से लगातार बातचीत कर रही है। यद्यपि, हरियाणा सरकार यमुना में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ रही है। अगले कुछ दिनों में पानी की सप्लाई में सुधार नहीं होता, तो हम न्यायालय जाएंगे। साथ ही सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी। Attishy ने बताया कि दिल्ली सरकार ने हिमाचल से 50 MGD पानी खरीदने का अनुबंध किया है। लेकिन हरियाणा ने इसे अपने यमुना बोर्ड में रोका है।पानी का स्तर गिरने से प्रतिदिन लगभग ३० से ४५ एमजीडी पानी का उत्पादन होता है।

Delhi: मंत्री ने कहा कि अब सिर्फ एक बार सप्लाई होगी और लापरवाही पर चालान कटेगा।

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