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Thumb Ring क्या अंगूठे में छल्ला पहनना सही है? जानें ज्योतिष के अनुसार इसके शुभ-अशुभ प्रभाव और धारण करने के नियम
Thumb Ring क्या अंगूठे में छल्ला पहनना सही है? जानें ज्योतिष के अनुसार इसके शुभ-अशुभ प्रभाव और धारण करने के नियम
अंगूठे में रिंग या छल्ला पहनना शुभ होता है या अशुभ? जानें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगूठे में छल्ला पहनने के फायदे, नियम और किन बातों का रखें ध्यान।
बहुत से लोग फैशन या पर्सनल स्टाइल के लिए अंगूठे में रिंग पहनते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंगूठे में छल्ला पहनना ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है? अंगूठा सूर्य और आत्मबल का प्रतीक है। यही कारण है कि अंगूठे में छल्ला पहनना सिर्फ स्टाइल नहीं, बल्कि ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने का एक विशेष उपाय भी हो सकता है।
तो आइए जानते हैं क्या अंगूठे में रिंग पहनना सही है? इसके ज्योतिषीय लाभ, नुकसान और धारण करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
Thumb Ring अंगूठा दर्शाता है किस ग्रह का प्रभाव?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगूठा सूर्य ग्रह से जुड़ा होता है। सूर्य को शक्ति, आत्मविश्वास, नेतृत्व, प्रतिष्ठा और पिता का प्रतीक माना गया है। इसलिए अंगूठे में रिंग पहनना सूर्य की स्थिति को मजबूत कर सकता है।

Thumb Ring अंगूठे में छल्ला पहनने के शुभ प्रभाव
अगर सही नियम से पहना जाए तो इसके कई सकारात्मक फल मिल सकते हैं:
- आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है
- नेतृत्व क्षमता मजबूत होती है – खासकर बॉस, पॉलिटिक्स और बिजनेस वालों के लिए फायदे मंद
- शत्रुओं पर विजय और सामाजिक सम्मान में बढ़ोतरी
- कैरियर में तरक्की और सरकारी नौकरी में लाभ
- सन फीवर या कमजोरी जैसे स्वास्थ्य लाभ भी माने गए हैं
Thumb Ring किन लोगों को अंगूठे में रिंग पहननी चाहिए?
- सूर्य कमजोर होने पर
- करियर में अड़चनें आने पर
- आत्मविश्वास की कमी रहने पर
- पिता से संबंधों में तनाव हो
- सरकारी नौकरी/पॉलिटिक्स में सफलता न मिल रही हो
गूठे में छल्ला पहनने के अशुभ प्रभाव (अगर गलत पहना जाए)
- अहंकार और गुस्सा बढ़ सकता है
- स्वास्थ्य पर विपरीत असर जैसे ब्लड प्रेशर या हार्ट की प्रॉब्लम
- अत्यधिक स्वार्थी या जिद्दी स्वभाव विकसित हो सकता है
- दम्पति जीवन में तनाव की संभावना
- सूर्य ग्रह बिगड़ने पर सरकारी अड़चनें बढ़ सकती हैं
इसलिए रिंग पहनने से पहले ज्योतिषी की सलाह जरूर लें।
कब और किस धातु का छल्ला पहनना चाहिए?
- धातु: सोना या तांबा (सूर्य से संबंधित)
- दिन: रविवार
- समय: सूर्योदय से पहले के 1 घंटे के अंदर
- विधि:
- गंगाजल से शुद्ध करें
- लाल चंदन और गुलाब के फूल चढ़ाएं
- “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें
पुरुषों और महिलाओं के लिए नियम
- पुरुष दाहिने हाथ के अंगूठे में पहनें
- महिलाएं बाएं हाथ के अंगूठे में पहन सकती हैं
(ज्योतिष परंपरा के अनुसार यह ऊर्जा संतुलन के हिसाब से बेहतर माना गया है)
अंगूठे में छल्ला पहनना सही भी है और शक्तिशाली भी — लेकिन केवल सही धातु, सही समय और ज्योतिषीय जरूरत के अनुसार। फैशन के लिए तो पहन सकते हैं, पर अगर ग्रहों के प्रभाव के लिए पहनना है — तो सावधानी जरूरी है। क्योंकि सूर्य की ऊर्जा जितनी शुभ देती है, गलत स्थिति में उतनी ही तेज नुकसान भी कर सकती है।
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Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी के बाद अन्नू कपूर ने बताई अपनी आख़िरी इच्छा कहा, “मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहता”
Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी के बाद अन्नू कपूर ने बताई अपनी आख़िरी इच्छा कहा, “मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहता”
Antakshari Fam Annu Kapoor असरानी की अंतिम इच्छा थी कि उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ इकट्ठा न हो। अब अन्नू कपूर ने भी भावुक बयान देते हुए अपनी लास्ट विश बताई है। उन्होंने कहा कि वे किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। जानिए पूरा भावनात्मक बयान।
दिवंगत एक्टर असरानी के निधन के बाद उनकी अंतिम इच्छा ने पूरे देश को भावुक कर दिया। उन्होंने साफ कहा था कि उनके जाने के बाद कोई भीड़ न जुटे, किसी को असुविधा न हो — यही उनकी सबसे बड़ी कामना थी। अब दिग्गज अभिनेता अन्नू कपूर ने भी एक ऐसा ही बयान दिया है, जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अन्नू कपूर ने कहा कि वह अपनी ज़िंदगी के अंतिम दिनों में किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा —
“मैं चाहता हूं कि मेरा अंत सम्मानजनक हो। मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण किसी को परेशानी हो या कोई मुझ पर अपनी ज़िम्मेदारी समझे। इंसान एक दिन चला ही जाता है — बस जाते वक्त बोझ न बने, यही पर्याप्त है।”

Antakshari Fam Annu Kapoor अन्नू कपूर ने आगे कहाकि आजकल अंतिम विदाई के नाम पर एक आयोजन बन जाता है, जिसमें लोग संवेदना से ज्यादा दिखावे में लग जाते हैं।
“आख़िरी सफ़र को तमाशा मत बनाओ। संवेदना ज़िंदा रखो… इंसान ज़िंदा रहे या न रहे।”
इस बयान ने लाखों दिलों को छुआ है — खासकर तब, जब असरानी की ‘भीड़ न जुटने’ वाली इच्छा अभी भी सबके मन में ताज़ा है। असरानी ने भी अपने परिवार से अनुरोध किया था कि उनके अंतिम दर्शन के नाम पर कोई भीड़ या दिखावा न किया जाए, सिर्फ सादगी और शांति रहे।
Antakshari Fam Annu Kapoor बॉलीवुड में बढ़ रहा एक नया सोच
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी जाने-माने कलाकार ने अपनी अंतिम इच्छा को इतनी संवेदनशीलता से व्यक्त किया हो।- इरफान खान ने भी चाहा था कि अंतिम क्षणों में सिर्फ परिवार मौजूद रहे।
- लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा सादगीपूर्ण रही थी।
- ऋषि कपूर ने भी कहा था — “अंतिम समय में सिर्फ दुआ की जाए, ड्रामे की जरूरत नहीं।”
अन्नू कपूर का यह बयान बताता है कि बड़े कलाकार भी आज सम्मानजनक विदाई और सादगी को प्राथमिकता दे रहे हैं — न कि भीड़, सोशल मीडिया पोस्ट्स और दिखावे को।
लोग क्यों हो रहे हैं भावुक?
सोशल मीडिया पर इस बयान के बाद कई लोगों ने लिखा —- “यह जीवन का सबसे सच्चा दर्शन है।”
- “लोग जन्मदिन पर भीड़ चाहते हैं, मौत पर नहीं — यही समझना जरूरी है।”
- “धन्यवाद अन्नू कपूर साहब, आपने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया।”
आज जब शोर से भरा दौर है — यह शांत और गहरी बातें लोगों की आत्मा को छू रही हैं।
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Aarti Kunj Bihari Ki: गोवर्धन पूजा 2025 पर करें श्रीकृष्ण की आरती, दूर होंगे दुख–दर्द और मिलेगा ईश्वरीय आशीर्वाद
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Aarti Kunj Bihari Ki: गोवर्धन पूजा 2025 पर जरूर करें ‘आरती कुंजबिहारी की’, श्रीकृष्ण की आराधना से होगा शुभ लाभ और शांति की प्राप्ति
Aarti Kunj Bihari Ki Govardhan Puja 2025 पर श्रीकृष्ण की आराधना अत्यंत शुभ मानी जाती है। ‘आरती कुंजबिहारी की’ गाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और कष्ट दूर होते हैं। यहां पढ़ें पूरी Aarti Lyrics.

Aarti Kunj Bihari Ki Govardhan Puja 2025 और कृष्ण आराधना
दिवाली के अगले दिन मनाया जाने वाला गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे भाव से कृष्ण की आरती करने से जीवन में संकट दूर होते हैं, घर में अन्न, धन और समृद्धि की वृद्धि होती है।
आरती ‘कुंजबिहारी की’ श्रीकृष्ण की सबसे लोकप्रिय आरती मानी जाती है, जिसे गोवर्धन पूजा, जन्माष्टमी, मुरली ध्वनि और संध्या भजन में गाया जाता है।
गोवर्धन पूजा आरती Aarti Kunj Bihari Ki
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की।
गले में बैजयन्ती माला, बँसुरी बजाए वनमाली की॥
आरती कुंज बिहारी की…॥नन्द जी के आनंद दिखाई, लखि मुख चंद्र की उजियारी की।
रज घनश्याम मखरमा पर, झलक रही है छबि न्यारी की॥
आरती कुंज बिहारी की…॥कनक वसन कर तन शोभे, गल में मुरली सोहनि भारी की।
नव नीरद बनश्याम रूप की, शोभा देखत गोपिन नारि की॥
आरती कुंज बिहारी की…॥कर कमल से माखन चुराए, सुर नर मुनि जन मन हारी की।
जिसने गोवर्धन पर्वत को, ऊंगली पर लिया उठारी की॥
आरती कुंज बिहारी की…॥जग के स्वामी भक्त जनों के, दुःख-भाग-संशय हारी की।
प्रेम भक्ति से जो गावे, सुख संपत्ति मिले संसारी की॥
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥लाभ
- मनोकामना पूर्ण होने की मान्यता, घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा, व्यापार और धन में वृद्धि, जीवन से भय और बाधाओं का अंत
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Chaturgrahi Yog 22 October 2025: कल लगेगा शक्तिशाली चतुर्ग्रही योग, श्रीकृष्ण की कृपा से मेष और कर्क समेत 5 राशियों की किस्मत चमकेगी
Chaturgrahi Yog 22 October 2025: कल लगेगा शक्तिशाली चतुर्ग्रही योग, श्रीकृष्ण की कृपा से मेष और कर्क समेत 5 राशियों की किस्मत चमकेगी
Chaturgrahi Yog 22 October 2025 22 अक्टूबर को बनेगा चतुर्ग्रही योग, श्रीकृष्ण की विशेष कृपा से मेष और कर्क समेत 5 राशियों को मिलेगा चौगुना लाभ
22 अक्टूबर 2025 को चतुर्ग्रही योग बन रहा है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण का विशेष आशीर्वाद रहेगा। जानें किन 5 राशियों को इसका सबसे अधिक लाभ मिलेगा और कैसा रहेगा असर।
कल का चतुर्ग्रही योग — एक दुर्लभ संयोग
22 अक्टूबर 2025 को सूर्य, चंद्रमा, बुध और शुक्र एक ही राशि में आकर शक्तिशाली चतुर्ग्रही योग बना रहे हैं।
यह योग विशेष रूप से धन, सम्मान, व्यापार, सरकारी लाभ और शुभ समाचार से जुड़ा माना जाता है।
क्योंकि यह योग गोवर्धन पूजा और श्रीकृष्ण की कृपा के प्रभाव में बन रहा है, इसलिए इसके फल और अधिक शक्तिशाली माने जा रहे हैं।
Chaturgrahi Yog 22 October 2025 इन 5 राशियों को मिलेगा चौगुना लाभ
1. मेष (Aries)
रुके हुए काम पूरे होंगे। करियर में प्रमोशन या नई अवसर की प्राप्ति। धन लाभ योग प्रबल।
2. कर्क (Cancer)
घर-परिवार और व्यापार में शुभता। भूमि-भवन संबंधित लाभ। मन प्रसन्न रहेगा।
3. सिंह (Leo)
सरकारी कार्य में विजय, विदेश-यात्रा योग, सामाजिक मान-सम्मान बढ़ेगा।
4. धनु (Sagittarius)
निवेश से फायदा, आध्यात्मिक शक्ति जागृत। नया काम शुरू करने के लिए श्रेष्ठ दिन।
5. मीन (Pisces)
लॉटरी-जैसे अवसर, अचानक धन और शुभ सूचना। रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है।जिन राशियों को सावधानी रखनी चाहिए Chaturgrahi Yog 22 October 2025
वृषभ, तुला और मकर को निर्णय लेने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। खर्च बढ़ सकता है। पूजा-पाठ से लाभ होगा।
क्या करें इस दिन
- गोवर्धन पूजा या कृष्ण आराधना अवश्य करें
- गाय को हरा चारा खिलाएं
- तुलसी को जल अर्पित करें
- व्यापार/निवेश का निर्णय सुबह 9 से 12 बजे के बीच लें
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Govardhan Puja 2025: दिवाली के अगले दिन 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा गोवर्धन पर्व, जानें पूजा के बाद गोबर से बने पर्वत का क्या करें और क्या नहीं
Govardhan Puja 2025: दिवाली के अगले दिन 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा गोवर्धन पर्व, जानें पूजा के बाद गोबर से बने पर्वत का क्या करें और क्या नहीं
Govardhan Puja 2025 दिवाली के अगले दिन 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा। जानें गोवर्धन पूजा का महत्व, पूजा विधि, और पूजा के बाद गोबर से बने पर्वत का क्या करें और किन गलतियों से बचें।
Govardhan Puja 2025 कब है?
दिवाली के अगले दिन, मंगलवार 22 अक्टूबर 2025 को गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी।
इसे अन्नकूट उत्सव और गोवर्धन पर्वत की पूजा भी कहा जाता है। इस दिन किसान, गौ और प्रकृति की समृद्धि के लिए आभार व्यक्त करते हैं।
Govardhan Puja 2025 गोवर्धन पूजा का महत्व
श्रीकृष्ण ने इंद्र के अहंकार को तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठाया था और ब्रजवासियों की रक्षा की थी।
इसलिए इस पर्व पर गोवर्धन (गोबर से बना पर्वत) बनाकर पूजा की जाती है और भगवान को 56 भोग अर्पित किए जाते हैं।पूजा विधि (संक्षेप में)
- सुबह स्नान कर गोबर से गोवर्धन पर्वत और गौ माता का स्वरूप बनाएं || फूल, रोली, धूप, दीप और अनाज चढ़ाएं || 56 भोग या घर का बना शुद्ध अन्न अर्पित करे || गाय की परिक्रमा कर “गोवर्धन महाराज की जय” बोले || परिवार सहित अन्नकूट प्रसाद ग्रहण करें
पूजा के बाद गोबर से बने पर्वत का क्या करें?
पूजा समाप्ति के बाद उस गोबर पर्वत को तोड़कर गाय को खिलाएं | या गौशाला/खेती में खाद के रूप में respectfully विसर्जन करें । कुछ लोग इसे तुलसी के पास रखकर ऊर्जा के रूप में स्थापित करते हैं । ग्रामीण इलाकों में तो लोग इस गोबर से अपने पूरे घर को लीपते हैं, जिससे घर पवित्र और शुद्ध माना जाता है । आप गोवर्धन पूजा के बाद गोबर से बने पर्वत को छोटे-छोटे हिस्सों में तोड़कर घर के मिट्टी वाले स्थान पर लीप सकते हैं. इसे बहुत ही शुभ माना जाता है ।
क्या नहीं करें
गोबर के पर्वत को कूड़े में न फेंकें । उस पर पैर न रखें या अपवित्र स्थान पर न रखें । इसे रातभर बिना दीपक के न छोड़ें, दीया जलता रहे तो शुभ ।
इस दिन क्या करने से मिलता है विशेष फल
- गौशाला में अन्न दान
- तुलसी पूजन
- गरीबों को प्रसाद और भोजन कराना
- घर में नया अन्न बनाकर सबसे पहले भगवान को अर्पण
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Aneet Padda Horror Film: सैयारा के बाद अब हॉरर में दिखेंगी अनीत पड्डा, नई फिल्म ‘शक्ति शालिनी’ अनाउंस रिलीज डेट आउट
Aneet Padda Horror Film: सैयारा के बाद अब हॉरर में दिखेंगी अनीत पड्डा, नई फिल्म ‘शक्ति शालिनी’ अनाउंस रिलीज डेट आउट
Aneet Padda Horror Film सैयारा फेम अनीत पड्डा पहली बार हॉरर अवतार में नज़र आएंगी! नई फिल्म ‘शक्ति शालिनी’ की अनाउंसमेंट, जानें कहानी और रिलीज डेट
Aneet Padda की नई हॉरर फिल्म ‘Shakti Shalini’ अनाउंस। रोमांटिक गाने ‘सैयारा’ से फेम पाने के बाद अब एक डार्क और पावरफुल किरदार में नज़र आएंगी। रिलीज डेट, कहानी और फिल्म की खासियत जानें।
अनीत पड्डा का नया अवतार — हॉरर + पावर

Aneet Padda Horror Film ‘सैयारा’ जैसे रोमांटिक और soulful म्यूज़िक वीडियो से लाखों दिलों पर छाप छोड़ने वाली Aneet Padda अब एक डरावने और शक्तिशाली किरदार के साथ वापसी कर रही हैं। उनकी नई फिल्म का नाम है — ‘शक्ति शालिनी’, जो सुपरनैचुरल हॉरर + फेमिन पावर ड्रामा पर आधारित होगी।
फिल्म की कहानी (अनुमानित थीम)
फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी बताएगी जिसके भीतर देवी जैसी शक्ति तो है, लेकिन उसे इसके बारे में तब पता चलता है जब उसके गाँव पर दैत्य ऊर्जा का हमला होता है। ये फिल्म हॉरर जेनर में भारतीय देवी शक्ति के कॉन्सेप्ट को जोड़ती हुई लगती है, जिसमें धार्मिक रहस्य और थ्रिलर का कॉम्बिनेशन भी मिलेगा।

रिलीज डेट
‘Shakti Shalini’ की रिलीज डेट 31st December 2025 के पहले हफ्ते के लिए तय मानी जा रही है।
फिल्म को Pan India मल्टीलैंग्वेज रिलीज़ देने की तैयारी में मेकर्स जुटे हैं।फैंस का रिएक्शन
सैयारा के फैंस के लिए ये एक complete shock & excitement combo है — रोमांस क्वीन से देवी अवतार वाली हॉरर लीड तक का ट्रांज़िशन निश्चित रूप से चर्चा में रहेगा।
सोशल मीडिया पर पहले से ही #ShraddhaKapoor और #AneetPadda ट्रेंड करने लगे हैं।
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Bhai Dooj 2025 Date: कल या परसों, कब मनाया जाएगा भाई दूज? जानें क्या रहेगी सही तिथि
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Bhai Dooj 2025 कब है?
दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाने वाला भाई दूज (जिसे भाऊ बीज, भैया दूज या यम द्वितीया भी कहा जाता है) 2025 में गुरुवार, 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
कुछ स्थानों पर तीथि परिवर्तन को देखते हुए 22 अक्टूबर बुधवार की शाम भी महत्वपूर्ण मानी जा सकती है, लेकिन उत्तरी भारत में मुख्य पर्व 23 अक्टूबर 2025 को ही मनाया जाएगा।
Bhai Dooj 2025 Date भाई दूज का महत्व Bhai Dooj 2025 Date
यह पर्व भाई–बहन के अटूट प्रेम और रक्षा के वचन का प्रतीक है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, यमराज बहन यमुना के घर भोजन करने आए थे, और तभी से यह पर्व शुरू हुआ। बहनें भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई बदले में रक्षा का संकल्प देता है।
पूजा विधि
- सुबह स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में पूजा की तैयारी || चौक पर चौमुखी दीपक जलाना || भाई को तिलक लगाकर हाथों से भोजन या मिठाई खिलाना || भाई द्वारा बहन को उपहार या नवीन वस्त्र देना || बहन द्वारा आरती और दीर्घायु की कामना
भाई दूज का शुभ मुहूर्त (Bhai dooj 2022 shubh muhurat)
पंचांग के अनुसार, भाई दूज कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है। 22 अक्टूबर, बुधवार को भाई दूज की तिथि रात 8 बजकर 16 मिनिट पर शुरू होगी और 23 अक्टूबर यानी दुसरे दिन रात 10 बजकर 46 मिनिट पर समाप्त होगी ।
इस दिन क्या करें
भाई को तिलक लगाएँ और आरती करें । बहन को स्नेह से उपहार दें। घर में गौ माता और तुलसी पूजन भी मंगलकारी माना जाता है ।
Saal Mubarak 2025: दिवाली के बाद क्यों मनाया जाता है नया वर्ष? जानिए इसका महत्व और परंपरा
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Asrani Death: दिवाली के दिन 84 साल की उम्र में निधन, बॉलीवुड ने खोया अपना कॉमेडी खजाना
Asrani Death: दिवाली के दिन 84 साल की उम्र में निधन, बॉलीवुड ने खोया अपना कॉमेडी खजाना
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और कॉमेडियन असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। दिवाली के दिन, सोमवार 20 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे, 84 साल के असरानी का निधन हो गया। उनका असली नाम गोवर्धन असरानी था।

Asrani Death सूत्रों के मुताबिक, असरानी पिछले कई दिनों से आरोग्य निधि अस्पताल में भर्ती थे और उनका इलाज चल रहा था। उन्हें फेफड़ों की गंभीर समस्या थी, जिसके चलते उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। उनके मैनेजर बाबुभाई थीबा ने पुष्टि की कि उनकी तबीयत लंबे समय से खराब थी और अस्पताल में उनकी देखभाल की जा रही थी।

Asrani Death असरानी ने बॉलीवुड में कई यादगार भूमिकाएँ निभाईं और कॉमेडी में अपने अनोखे अंदाज़ से हमेशा दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। उनकी हँसी और विशिष्ट अंदाज़ अब फिल्मों और यादों में हमेशा जीवित रहेगा।
बॉलीवुड सितारों और फैंस ने सोशल मीडिया पर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। असरानी की कला, हास्य और योगदान भारतीय सिनेमा में अमूल्य और अविस्मरणीय रहेगा।
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