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Mudra Yojana: क्या लोग सरकारी बैंकों से लोन लेकर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को भूल रहे हैं? नीति आयोग की रिपोर्ट का अध्ययन करें

Mudra Yojana:

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Mudra Yojana: ऐसा अक्सर होता है। सरकार ने लीक से हटकर कोई व्यवसाय शुरू किया तो इसका अधिकाधिक दुरुपयोग और कम सदुपयोग होता है। अब सिर्फ PM मुद्रा योजना पर विचार करें। सरकार ने PM मुद्रा योजना की शुरुआत की, जिससे छोटे व्यापारी अपना काम कर सकते हैं। बिना किसी की गारंटी के 10 लाख रुपये तक का लोन इसमें बहुत कम कागजात पर दिया जा सकता है। इस लोन में NPA का प्रतिशत भी बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, या PM Mudra Yojana, 8 अप्रैल 2015 को शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य लोगों को आसानी से लोन देना था ताकि वे स्वरोजगार कर सकें। लेकिन इसका उपयोग कम होता है और इसका दुरुपयोग अधिक होता है। नीति आयोग (NITI Aayog) द्वारा बनाई गई एक रिपोर्ट इसकी पुष्टि करती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन की वापसी में लोगों की संख्या कम होती जा रही है। यही कारण है कि इस तरह के लोन अकाउंट का एनपीए प्रतिशत साल दर साल बढ़ता जा रहा है।

Mudra Yojana: सरकारी बैंकों के लोन अधिक फंस रहे हैं

नीति आयोग की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी बैंकों में PMMY लोन अधिक फंस रहे हैं। ऐसे लोन अकाउंट के एनपीए अधिक हैं। इसके अनुसार, एनपीए खातों में 2017 से 2022 के बीच 22.51% की चक्रवृद्धि दर से बढ़ोतरी हुई। इस दौरान एनपीए अकाउंट में फंसी राशि में 36.61% का सीएजीआर भी हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार, एनबीएफसी में एनपीए केवल 1.3 प्रतिशत था, जबकि सरकारी बैंकों के लोन खाते में 22.6 प्रतिशत था। सरकारी बैंकों में यह 16.9 प्रतिशत है, जबकि एनबीएफसी में सिर्फ 0.5 प्रतिशत है।

Mudra Yojana: लोन देने से पहले पृष्ठभूमि का विश्लेषण करें

नीति आयोग ने इस हालात से बचने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत ऋण लेने वालों की योग्यता का आकलन करने की सिफारिश की है। नीति आयोग ने कहा कि लोन लेने वालों की पृष्ठभूमि की जांच के लिए मार्गदर्शिका बनानी चाहिए। यही नहीं, आयोग ने लोन स्वीकृति के लिए ई-केवाईसी प्रमाणीकरण की मांग की है। इससे मूल्यांकन जांच की विश्वसनीयता बढ़ेगी।

जोखिम अधिक अगर गारंटी नहीं है

नीति आयोग ने अपनी वेबसाइट पर जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘इस ऋण के लिए गारंटी नहीं होती, ऐसे में उचित जोखिम जांच तथा मूल्यांकन की इस योजना के नतीजों और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका है।ऐसे में बैंकों को सुरक्षित रखने के लिए ऋण पात्रता और पृष्ठभूमि सत्यापन के नियमों को शामिल किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि पीएमएमवाई के तहत अधिकांश कर्जदार छोटे उद्यमी हैं और उनके पास बहुत कम दस्तावेज हैं, जिससे बैंकों को सत्यापन जांच करना मुश्किल हो जाता है।

Mudra Yojana: PM मुद्रा योजना क्या है?

भारत सरकार की एक पहल, माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन स्कीम है। यह छोटे व्यवसायों (SME) और छोटे व्यवसायों (MSME) को लोन देता है। MUDRA के तहत तीन लोन योजनाएं उपलब्ध हैं: शिशु, किशोर और युवा। मुद्रा लोन योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की लोन राशि दी जा सकती है। मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को कोई सिक्योरिटी जमा करने की आवश्यकता नहीं होती है। इस लोन को 5 साल तक भुगतान किया जा सकता है।

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Arthniti | अर्थनीति । कैसे मुद्रा लोन ने बदल दी करोड़ों भारतीयों की आर्थिक तक़दीर। 19 May, 2023

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