Nainital: कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में मई और जून में पर्यटन सीजन होता है, वहीं गढ़वाल में चारधाम यात्रा के कारण श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। लोगों का कहना है कि माननीय कुमाऊं की वादियों में जरूर आना चाहिए, लेकिन ऑफ सीजन में ताकि लोगों को परेशानी नहीं होगी।
कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में मई और जून में पर्यटन सीजन होता है, वहीं गढ़वाल में चारधाम यात्रा के कारण श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यही कारण है कि जब वीआईपी मूवमेंट इन क्षेत्रों में आता है, तो पहले से ही जाम से परेशान स्थानीय लोगों और पर्यटकों की समस्या बढ़ जाती है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कैंची भ्रमण के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि पर्यटन सीजन में विदेशी अतिथि नहीं आना चाहिए। क्योंकि उनकी फ्लीट से जाम कई गुना अधिक कठिन हो जाता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि विशिष्ट कुमाऊं की वादियों में जरूर आना चाहिए, लेकिन अनवरत रूप से ताकि जनता को परेशानी न हो।
Nainital: प्रशासनिक अमले, आम लोगों और नैनीताल शहर के स्कूली बच्चों को मई-जून में अचानक से किसी माननीय का भ्रमण करना बढ़ जाता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि आप आते हैं और कुछ घंटे बिताने के बाद सड़क या हवाई मार्ग से चले जाते हैं, लेकिन आपके आने से पहले और जाने के बाद भी लोगों को कई घंटे तक जाम लगता है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का कैंची दौरा बृहस्पतिवार को होना था, इसलिए पूरी टीम बुधवार से ही उपराष्ट्रपति के स्वागत की तैयारियों में जुट गई। उपराष्ट्रपति की फ्लीट रिहर्सल, जो बुधवार दोपहर में हल्द्वानी के आर्मी ग्राउंड से कैंची तक हुई, घंटों तक सड़क पर जाम लगा रहा। इस दौरान भी मैदान से पहाड़ को आने-जाने वालों को परेशानी हुई। टैक्सियां रूट बंद होने से कई किलोमीटर लंबा चक्कर काटकर आईं, इसलिए अल्मोड़ा से आने वाले लोगों को 200 रुपये से अधिक का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा।
बृहस्पतिवार को माननीय के आने और जाते समय भीमताल-रानीबाग रोड को जीरो जोन किया गया था। यानी तब तक इस सड़क पर कोई गाड़ी नहीं चली। वाहनों को इस सड़क से आने-जाने पर या तो अलग-अलग स्थानों पर रोक दिया गया या फिर दूरदराज की सड़कों से हटाया गया।
इस दौरान स्कूली बच्चे कहीं स्कूल नहीं पहुंच पाए तो कहीं सैलानी होटलों में कैद हो गए। कहीं बीमार लोगों को इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंच पाया, तो कहीं लोगों को घंटों तक गर्मी में सड़कों पर खड़े होकर पसीना बहाना पड़ा। यही कारण है कि माननीयों को पर्यटक सीजन में पर्यटन या धार्मिक स्थानों को देखने से बचना चाहिए जब सड़कें अच्छी नहीं हैं और पर्याप्त पार्किंग नहीं है।
Nainital: श्रद्धालुओं और सैलानियों के पसीने छूटे
Nainital: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ परिवार के साथ बृहस्पतिवार को भवाली, भीमताल और हल्द्वानी में पर्यटन सीजन के बीच कैंची धाम पहुंचे थे। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान सड़क यातायात पूरी तरह बंद होने से स्कूली बच्चों, सैलानियों, श्रद्धालुओं और कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हल्द्वानी में नैनीताल रोड पर घंटों तक वाहनों का जाम लगा रहा। लोगों को बहुत गर्मी में घंटों धूप में रहना पड़ा। नैनीताल रोड, वर्कशॉप लाइन और मुखानी रोड पर वाहनों की कतारें लगी रहीं।
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Nainital: नैनीताल आइए पर सीजन में मत आइए
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