Pawan Yadav: लखनऊ में बारिश के दौरान छेड़खानी के मामले में पवन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था और अब जेल में है। उसके नाम पर बहुत राजनीति हो रही है। योगी और अखिलेश ने पवन की यादव जाति को निशाना बनाया है। पुलिस ने बताया कि पवन पर पहले से ही तीन मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ अवैध हथियार रखने से लेकर मारपीट और पथराव के मामले दर्ज हैं।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, पिछले 31 जुलाई को हुई घटना से अदब का शहर बदनाम हो गया। दोपहर की भारी बारिश के बाद राजधानी के सबसे व्यस्त इलाके गोमतीनगर में मनचलों ने कार और बाइक सवार लोगों से बदसलूकी की। लड़कियों के साथ भी दुर्व्यवहार हुआ, जिसका वीडियो पूरी दुनिया ने देखा। लेकिन अगले कुछ दिनों में मामला राजनीतिक हो गया। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गिरफ्तार आरोपियों की जाति का उल्लेख किया। योगी ने मुस्लिम और यादव आरोपियों पर बोलते हुए अखिलेश की समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा।
लेकिन अखिलेश ने इसके बाद यह कहकर प्रतिक्रिया दी कि आरोपियों में कई जाति के लोग शामिल थे। बाद में, वे पवन यादव से मिले और बताया कि वह सिर्फ चाय पीने गया था। और धर्मनिरपेक्ष होने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया। लेकिन पुलिस की क्राइम रिपोर्ट कुछ अलग कहानी कहती है।
लखनऊ पुलिस ने पवन यादव को बारिश के दौरान छेड़खानी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब उसने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करके पूरी बात बता दी। लखनऊ पुलिस ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पुलिस ने कहा कि साक्ष्यों के आधार पर पवन यादव पर कार्रवाई की गई है। साथ ही बताया कि आरोपी को इस मामले में न तो पुलिस ने क्लीनचिट दी है और न ही कोर्ट ने दोषमुक्त किया है। पुलिस ने बताया कि पवन पर पहले से ही तीन मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ अवैध हथियार रखने से लेकर मारपीट और पथराव के मामले दर्ज हैं।
लखनऊ पुलिस ने कहा कि पवन यादव पर साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की गई है। इसके खिलाफ थाना स्तर पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसमें एक आरोपपत्र भेजा जाता है। इस मामले में पुलिस भी जांच कर रही है। साक्ष्य विवेचना का निस्तारण करेंगे। पुलिस ने कहा कि आरोपी को इस मामले में किसी भी रूप में क्लीनचिट नहीं दिया गया है, यानी दोष से मुक्त नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार, जनवरी 2017, जब सपा की सरकार थी, पवन के खिलाफ भी एक केस है।
31 जुलाई को राजधानी लखनऊ में भारी बारिश हुई थी। गोमतीनगर स्थित ताज होटल के पास अंडरपास में जलभराव होने के कारण कुछ अराजकतत्व बाइकों और कारों पर पानी डाल रहे थे। उस समय, एक अनियंत्रित व्यक्ति ने एक बाइक सवार महिला को रोका और उसे पीटा। इस मामले में पुलिस अधिकारियों और थाना स्तर पर पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया गया था। विधानसभा सत्र में सीएम योगी ने आरोपियों का नाम लिया, जिसमें पवन यादव भी था।
Pawan Yadav: पवन यादव को चाय पीते हुए गिरफ्तार किया गया!
गुरुवार को पवन यादव ने घटना के मामले में जेल से रिहा होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। पवन यादव ने कहा कि वह बेकसूर नहीं है। पवन यादव ने कहा कि मैं वहाँ नहीं था और वीडियो में भी नहीं था। मैं अपने दोस्त के साथ झील की ओर चाय पी रहा था। पुलिस ने आकर नाम पूछकर हमें उठाया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि लड़का वहां चाय पीने गया था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया था।
Pawan Yadav: पवन यादव के खिलाफ तीन आरोप पत्र
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जिन अधिकारियों ने अपना रुतबा बनाने और सरकार की छवि को सुधारने के लिए थाने में हाथ जोड़कर जो तस्वीर छापी है, उसे नहीं भूलना चाहिए और हम भी नहीं भूलेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने सदन में सिर्फ दो नाम क्यों लिए, उन्होंने कहा कि वे और भी नाम ले सकते थे।
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Pawan Yadav: वह छोटा बच्चा नहीं था, वह हिस्ट्रीशीटर था…। लखनऊ बारिश कांड के आरोपी पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं
Lucknow बारिश कांड के आरोपी Pawan Yadav बोला- सरनेम की वजह से फंसाया | Uttar Pradesh | AajTak