Pitru Paksha: जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम गया के पितृपक्ष मेले की तैयारियों में जुटे हुए हैं। जिला प्रशासन ने पिछले वर्ष वैशाली में कांवड़ियों की मौत की घटना से सबक लिया है। इससे बिजली व्यवस्था में सुधार होगा। जर्जर विद्युत तारों और खंभों की मरम्मत की जा रही है।
बिहार के वैशाली जिले में करंट की चपेट में आने से नौ कांवड़ियों की मौत की घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने इस साल पितृपक्ष मेला में बिजली के तारों और ट्रांसफार्मरों को दुरुस्त करने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं। मेला क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को सुधारने के लिए जिलाधिकारी ने आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्हें मेला क्षेत्र में बिजली के खंभों, जर्जर और लटके हुए तारों और अन्य सामान की सख्त जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, सुरक्षा वायर लगाने का भी आदेश दिया गया है।
Pitru Paksha: वैशाली घटना के बाद गया प्रशासन ने सबक सीखा
मेला क्षेत्र के बिजली के खंभों पर इस वर्ष भी डाई इलेक्ट्रिक पेंट लगाया गया है। वोल्टेज सहित विद्युत आपूर्ति के लिए सात अतिरिक्त 200 केवीए ट्रांसफार्मर लगाए गए। इस वर्ष भी, जहां भी कमी हुई है, उसे दूर करने की घोषणा की गई है।
Pitru Paksha: डीएम स्वयं निरीक्षण
गया जिलाधिकारी त्यागराजन लगातार पिंडवेदियों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने हर कमी को दूर करने के निर्देश दिए। पितृपक्ष मेला इस वर्ष 17 सितंबर से शुरू होगा। लाखों लोग देश-विदेश से पितृपक्ष मेले में आकर अपने पिता की आत्मा की मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं। हिंदू धर्म में पितृपक्ष बहुत महत्वपूर्ण है।
Pitru Paksha: गया में पितृपक्ष का उत्सव
इसमें पिता का पूजन होता है। मान्यता है कि पितृ प्रसन्न होने पर जीवन में आने वाली परेशानियों और सुख को दूर करते हैं। बिहार का एकमात्र शहर जिसे गया जी कहते हैं, पितृपक्ष की वजह से है। 2015 में, इस विश्व प्रसिद्ध मेले को राजकीय मेला का दर्जा मिला। अब इस मेले को अंतरराष्ट्रीय मेला का दर्जा चाहिए।
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Pitru Paksha: वैशाली में करंट से कांवड़ियों की मौत के बाद गया प्रशासन ने सबक लिया और पितृपक्ष मेला के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की॰
Breaking News : वैशाली में बड़ा हादसा…करंट लगने से 9 कांवरियों की मौत