Psychology: आप अपने हाथों से काम करते समय त्रिआयामी दुनिया से अपनी ही भाषा में बात कर रहे हैं।
अपने हाथों को छोटा मत मानिए। पृथ्वी पर किसी भी अन्य प्राणी, यहां तक कि मानव के निकटतम प्राइमेट रिश्तेदारों के हाथ, इतनी सटीक पकड़ और हेरफेर करने में हमारे जैसे नहीं हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आज हम अपने हाथों से कम जटिल काम कर रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि हाथों से कम जटिल काम करते रहने से हमारे विचारों और भावनाओं पर भी प्रभाव पड़ता है?
Psychology: वर्जीनिया की एक यूनिवर्सिटी
वर्जीनिया की एक यूनिवर्सिटी में व्यावहारिक मनोविज्ञान के प्रोफेसर डॉ. लैंबर्ट ने कहा कि दोनों के बीच एक संबंध होता है जब हम कुछ करने की कोशिश करते हैं और कुछ मिलता है।वह यह भी मानती हैं कि अपने हाथों से काम करना एक अलग तरह की खुशी दे सकता है।
जानवरों पर किए गए एक अध्ययन ने भी पाया कि भोजन खोदने के लिए अपने पंजे का इस्तेमाल करने वाले चूहे अधिक तनाव झेलते हैं। डॉ. लैबर्ट इस शोध के परिणामों को मनुष्यों पर किए गए अध्ययनों से तुलना करती हैं।
उन्हें पता चला कि बुनाई, बागवानी और रंग भरने जैसे काम करने वालों को भावनात्मक और संज्ञानात्मक लाभ होता है, साथ ही उनकी याददाश्त भी बेहतर होती है। कनाडा की ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी में ऑक्युपेशनल थेरेपी की प्रोफेसर कैथरीन बेकमैन कहती हैं कि कढ़ाई जैसे कार्यों में दोहराव होता है, लेकिन बार-बार एक ही काम करने से प्रभान जैसा होता है ‘ध्यान’।
Psychology: ऑड्रे वॉन डेर मोर ने कहा
नौवें विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर ऑड्रे वॉन डेर मोर ने कहा कि हाथ से लिखने के फायदे कंप्यूटर पर लिखने से कहीं अधिक हैं। प्रोफेसर डॉ. रस्टी गेज का कहना है कि मस्तिष्क में नई कोशिकाओं का विकास हाथ से की गई क्रियाओं से होता है। उनका कहना है कि अपने हाथों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है जब आप जटिल काम करते हैं, जैसे योजना बनाना और निर्णय लेना। जैसे, जब आप कृषि, कला, चित्रकला या वाद्ययंत्र बजाते हैं, आपके दिमाग और हाथ आदर्श तालमेल दिखाते हैं।
वह कहती हैं कि ऐसे रचनात्मक कामों से आप दुनिया से अपनी भाषा में बात कर सकते हैं क्योंकि यह दुनिया त्रिआगामी है।
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Psychology: हाथ भी बोलते हैं..।सोचने और महसूस करने पर भी असर, व्यक्ति संतुष्ट हो जाता है
आपके अवचेतन मन की शक्ति | The Power Of Your Subconscious Mind | Full Audiobook in Hindi | J. Murphy