Punjab: इस बार, पिछले ढाई दशक के मुकाबले सबसे कम 61.32 प्रतिशत मतदान हुआ। 1999 के लोकसभा चुनाव में 56.11% व 1992 में 23.96% मतदान हुआ था।
शनिवार को पांच दरियाओं की धरती पंजाब में अंतिम चरण में 13 संसदीय सीटों पर मतदान हुआ, लेकिन मतदाताओं के उत्साह पर गर्मी का अधिक प्रभाव था। इस बार, पिछले ढाई दशक के मुकाबले सबसे कम 61.32 प्रतिशत मतदान हुआ। 1999 के लोकसभा चुनाव में 56.11% व 1992 में 23.96% मतदान हुआ था।
2004 में 61.58 प्रतिशत मतदान हुआ, 2009 में 69.78 प्रतिशत, 2014 में 70.89 प्रतिशत और 2019 में 65.96% प्रतिशत मतदान हुआ। 1977 से 2014 के लोकसभा चुनावों में पंजाब में सर्वाधिक 70.89 प्रतिशत मतदान हुआ था। अमृतसर में 54.02 प्रतिशत और बठिंडा में 87.97 प्रतिशत वोटिंग हुईं। संगरूर, मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृहक्षेत्र में, 2019 के मुकाबले 8.01 प्रतिशत मतदान हुआ। तरनतारन में बूथ पर तैनात पुलिस अधिकारी कुलदीप सिंह की वोटिंग के दौरान अपनी ही रिवॉल्वर से गोली चलने से मौत हो गई। जालंधर के नकोदर में अपने कार्यकाल में एक APRO की मौत हो गई।
कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच कई जगह संघर्ष हुआ, जिसमें कुछ घायल हुए। जालंधर में कांग्रेस के पोलिंग एजेंट को मार डाला गया था। मोहाली के गांव कूरडा में सरकारी प्राइमरी स्कूल में पोलिंग बूथ-77 पर वोट देने को लेकर दो गुटों में जमकर ताल-घूंसे हुए। इस संघर्ष में दोनों पक्षों के लोगों ने भी पगड़ियां उतार दीं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए यहां से लोगों को बाहर निकाला।
बसपा उम्मीदवार सुरिंदर सिंह कंबोज ने फिरोजपुर में मतदान करते समय का वीडियो बनाकर वायरल किया, जिसके बाद उन पर गुरुहरसहाए में मामला दर्ज किया गया है। फरीदकोट में मतदान केंद्र पर महिला बीएलओ से कुछ लोगों की बहस हो गई। इसके बाद महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। वे अस्पताल में भर्ती हुए। फिरोजपुर के कालूवाला गांव के लोगों ने सतलुज दरिया पार कर वोट डाला। यहाँ दरिया तीन ओर बहता है। फिरोजपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी शेरसिंह घुबाया ने भी पक्षपात का आरोप लगाया।
Punjab: कम मतदान की वजह
प्रदेश में मतदान प्रतिशत की कमी के कई कारण रहे हैं। मुख्य रूप से प्रदेश में एमएसपी की गारंटी को लेकर किसान आंदोलन का प्रभाव, 1996 के बाद से पहली बार बिना गठबंधन के चुनाव में उतरे भाजपा और शिरोमणि अकाली दल, आप और कांग्रेस, देश भर में इंडिया गठबंधन के तहत एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं।
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद कानून व्यवस्था पर उठे सवालों से नाराज जनता और आसमान से बरसती आग भी वोटिंग प्रतिशत को कम करने का एक महत्वपूर्ण कारण रहे। इन सबके अलावा, लोकसभा चुनाव में नेताओं का दल बदलभी रहा, जो सीधे तौर पर प्रदेश में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट का एक बड़ा कारण था। इससे चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक मतदाताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों में असमंजस पैदा हुआ।
Punjab: हत्या से परेशान लोगों ने मतदान नहीं किया
शुक्रवार रात को अजनाला के गांव लखोवाल में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जो अमृतसर में सबसे कम मतदान प्रतिशत का कारण था। यह युवा आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है। लखोवाल गांव और उसके आसपास के गांवों में हत्या से वोटिंग प्रभावित हुई।
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Punjab: प्रचंड गर्मी के बीच, पंजाब में ढाई दशक बाद सबसे कम मतदान हुआ, 61.32 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला।
7th Phase Voting: पंजाब के संगरूर में भीषण गर्मी के बीच वोटर्स ने किया मतदान, बताए अपने मुद्दे
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