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Panipuri मशहूर है अहमदाबाद की 5 टॉप जगहों की बेस्ट पानीपूरी जो दिल लगा दे आपका!
Panipuri मशहूर है अहमदाबाद की 5 टॉप जगहों की बेस्ट पानीपूरी जो दिल लगा दे आपका!
Panipuri अहमदाबाद में पानीपूरी खाने की प्लानिंग है? तो जानिए वो 5 जगहें जहाँ आपको मिलेगी सबसे टेस्टी, मसालेदार और फ्रेश पानीपूरी, जो आपके दिल और स्वाद दोनों को खुश कर देगी!
Panipuri अहमदाबाद की 5 टॉप जगहें जहाँ की पानीपूरी है लाजवाब!
पानीपूरी किसे नहीं पसंद अहमदाबाद हो या दिल्ली हर जगह सबकी फेवरिट होती है पानीपूरी। छोटे बच्चें से लेकर दादा-दादी तक सबको पसंद आती है ओर अहमदाबाद सिर्फ गुजराती थाली, ढोकला या फाफड़ा-जलेबी के लिए नहीं, बल्कि अपनी पानीपूरी लव स्टोरी के लिए भी मशहूर है। यहाँ की गलियों में आपको ऐसे पानीपूरी वाले मिलेंगे जो हर बाइट में स्वाद का धमाका कर देते हैं — खट्टा, मीठा, तीखा और बिलकुल परफेक्ट!

Panipuri तो आइए जानते हैं अहमदाबाद की 5 मशहूर जगहें, जहाँ की पानीपूरी खाते ही आप कहेंगे — “वाह! दिल खुश हो गया!”
जानवी पानीपूरी सेन्टर (Ghatlodia Road)
⭐ रेटिंग: 4.7 (1.5K Reviews)
📍 स्थान: Ghatlodia रोडयह सेंटर अपनी स्वादिष्ट और किफायती पानीपूरी के लिए पूरे इलाके में मशहूर है।
यहाँ आपको कई तरह की पानीपूरी मिलेंगी — तीखी, मीठी, मसालेदार और फ्रेश।
💧 साथ ही यहाँ की सबसे बड़ी खासियत है सफाई और क्वालिटी पर पूरा ध्यान देना।
हरे कृष्णा पानीपूरी – Hygiene Panipuri
⭐ रेटिंग: 4.8 (208 Reviews)
📍 स्थान: शॉप नंबर 14, जालाराम फ़ार्मेसी के पास, तक्षशिला अपार्टमेंट के सामनेयह जगह अपने नाम की तरह ही हाइजीनिक और घर जैसे स्वाद वाली पानीपूरी के लिए जानी जाती है।
यहाँ की सेव पुरी, दही पुरी और चीज पुरी भी काफी पसंद की जाती हैं।
💬 लोग कहते हैं कि यहाँ की पुरी में स्वाद और सफाई दोनों का अनोखा मेल मिलता है।
मीना पकोड़ी सेन्टर (Bhuyangdev Cross Road)
⭐ रेटिंग: 4.2 (2.2K Reviews)
📍 स्थान: शॉप नं. 4, उत्सव एलेगेंस, सोलार रोड, सर्वोपरी मॉल के सामनेमीना पकौड़ी सेंटर अहमदाबाद की सबसे मशहूर चाट और पानीपूरी जगहों में से एक है।
यहाँ का तीखा पानी, कुरकुरी पुरी और स्वादिष्ट मसाला लोगों को बार-बार यहाँ आने पर मजबूर कर देता है।
💧 यह जगह अपने स्वच्छ वातावरण और बेहतरीन सर्विस के लिए जानी जाती है।
लक्ष्मी पानीपूरी (नारणपुरा विस्तार) Panipuri
⭐ रेटिंग: 4.5
📍 स्थान: नारणपुरा एक्सटेंशनलक्ष्मी पानीपूरी अपने कुरकुरे और मसालेदार स्वाद के लिए लोकप्रिय है।
यहाँ की पानीपूरी खाते ही ऐसा लगता है जैसे आप भारत की व्यस्त गलियों में, त्योहारों की खुशबू में खो गए हों।
यहाँ का मीठा-तीखा पानी और मसाला आपकी हर बाइट को यादगार बना देता है।
महाकाल पकोड़ी सेन्टर (वस्त्रापुर)
⭐ रेटिंग: लोकल्स के अनुसार ‘बेस्ट स्ट्रीट टेस्ट’
📍 स्थान: शक्ति चौराहा परिसर, वस्त्रापुरमिनरल वॉटर से बना शुद्ध पानी, जैन और स्वामीनारायण विकल्प भी उपलब्ध — और असली अहमदाबादी स्वाद का ज़बरदस्त धमाका! 💥
सेव पुरी, दही पुरी, बास्केट चाट और स्पेशल कुल्हड़ चाट — हर एक बाइट में स्वाद का बेमिसाल विस्फोट!
अहमदाबाद की पानीपूरी क्यों है खास?
- Flavourful Pani: पुदीना, इमली, नींबू और मसालों का अनोखा मिक्स।
- Fresh Crunchy Puris: हर पुरी कुरकुरी और परफेक्टली फ्राइड।
- Local Twist: गुजराती टच के साथ मीठा-तीखा संतुलन।
- Affordable Fun: ₹20-₹50 में दिल भर जाए!
👉 पानीपूरी खाने के बाद छाछ या मीठा पानी जरूर लें, इससे मसालों का असर बैलेंस हो जाता है।
👉 दिवाली वीकेंड पर Manek Chowk और Law Garden में भीड़ ज्यादा रहती है — थोड़ा जल्दी पहुंचें।अहमदाबाद की पानीपूरी सिर्फ एक स्नैक नहीं, बल्कि एक फ्लेवर एक्सपीरियंस है।
चाहे आप Gwalia की हाइजीन पसंद करें या Manek Chowk की देसी स्टाइल — हर जगह का अपना जादू है।
इस दिवाली, परिवार या दोस्तों के साथ इन जगहों की पानीपूरी जरूर ट्राई करें — क्योंकि हर पुरी में छुपा है ‘खुशियों का स्वाद’!
Diwali 2025 स्पेशल: अहमदाबाद की 10 जगहें जहाँ फेमिली के साथ मिलेगा बेस्ट खाना और फेस्टिव वाइब्स
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Diwali 2025 स्पेशल: अहमदाबाद की 10 जगहें जहाँ फेमिली के साथ मिलेगा बेस्ट खाना और फेस्टिव वाइब्स
Diwali 2025 स्पेशल: अहमदाबाद की 10 जगहें जहाँ फेमिली के साथ मिलेगा बेस्ट खाना और फेस्टिव वाइब्स
दिवाली 2025 पर अहमदाबाद में परिवार के साथ बाहर खाने का प्लान बना रहे हैं? जानिए शहर की 10 सबसे बेहतरीन जगहें जहाँ स्वाद, सजावट और फेस्टिव माहौल सब कुछ मिलेगा एक साथ।
दिवाली 2025: अहमदाबाद की टॉप 10 जगहें जहाँ मिलेगा बेस्ट खाना और फैमिली टाइम
दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाई का त्योहार नहीं, बल्कि अपने परिवार और दोस्तों के साथ यादें बनाने का भी वक्त है। अगर आप इस दिवाली अहमदाबाद में बेहतरीन खाना और शानदार माहौल की तलाश में हैं, तो ये 10 जगहें आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हैं।
1. Agashiye – The House of MG अग्शिये थी हाउस ऑफ़ एम्जी

Diwali 2025 स्पेशल 🏛️ Location: Lal Darwaja
💫 यहाँ पारंपरिक गुजराती थाली से लेकर रॉयल डाइनिंग एक्सपीरियंस तक सब कुछ मिलता है।
🍲 Why Visit: दिवाली की शाम पर रॉयल गूजराती फूड का स्वाद और हेरिटेज माहौल दोनों का मज़ा।
2. Rajwadu रजवाडू

🌿 Location: Vejalpur
🎶 मिट्टी की खुशबू, लोकसंगीत और राजस्थानी-गुजराती खाना — राजवाडु है फेस्टिव डाइनिंग का परफेक्ट कॉम्बो।
🍛 Must Try: दाल बाटी चूरमा, बाजरे की रोटी और छाछ।
3. Gordhan Thal गोरथन थाल

Diwali 2025 स्पेशल 🍽️ Location: S.G. Highway
✨ दिवाली की थाली का असली स्वाद लेना है तो यहाँ जरूर जाएं।
🍠 Why Visit: फैमिली के लिए बड़ा हॉल, फुल गुजराती वाइब और देसी टेस्ट का आनंद।
4. Earthen Oven – Fortune Landmark

🍷 Location: Ashram Road
🔥 नॉर्थ इंडियन और लखनऊई फ्लेवर के साथ एक प्रीमियम डाइनिंग एक्सपीरियंस।
🍗 Must Try: गलौटी कबाब और दाल मक्खनी।
5. बार्बीक्यूँ नेशन Barbeque Nation

🍖 Location: Multiple Outlets
🥳 परिवार या दोस्तों के साथ दिवाली डिनर के लिए एकदम परफेक्ट जगह।
🍤 Why Visit: लाइव ग्रिल, डेजर्ट काउंटर और शानदार सर्विस।
6. थी प्रोजेक्ट केफे The Project Café Diwali 2025 स्पेशल

☕ Location: Ambawadi
🎨 यह सिर्फ कैफे नहीं बल्कि एक आर्ट स्पेस भी है — यहाँ का माहौल दिवाली की शाम को और खास बना देता है।
🍝 Must Try: पेरि-पेरि पास्ता और चीज़ी पिज़्ज़ा।
7. स्वाति स्नेक्स Swati Snacks

🥪 Location: Law Garden
😋 दिवाली की शाम अगर हल्के-फुल्के स्नैक्स खाने का मन है, तो स्वाती स्नैक्स का कोई जवाब नहीं।
🍴 Must Try: पंकाजी, दही बटाटा पुरी और हैंडवो।
8. मोका केफे Mocha Café

Diwali 2025 स्पेशल ☕ Location: Bodakdev
🎇 रोमांटिक डिनर या फैमिली टाइम — दोनों के लिए बेस्ट जगह।
🍰 Must Try: Belgian chocolate shake और Tandoori platter।
9. अथिति डायनिंग होल Atithi Dining Hall

🍲 Location: Near Stadium Circle
🥰 यहाँ की थाली स्वाद, परंपरा और सादगी का बेस्ट मेल है।
🍚 Why Visit: होम-कुक्ड फ्लेवर के साथ गुजराती हॉस्पिटैलिटी।
10. अनलोक केफे Unlocked Café

🔑 Location: C.G. Road
🕯️ दिवाली वीकेंड पर गेम्स, फूड और डेकोर का बेस्ट कॉम्बिनेशन।
🍕 Must Try: Wood-fired Pizza और Cold Coffee।दिवाली के दौरान अहमदाबाद के Manek Chowk और Kankaria Lakefront भी सजावट और स्ट्रीट फूड के लिए मिस नहीं करें।
दिवाली 2025 पर अगर आप अपने परिवार के साथ बाहर खाने का सोच रहे हैं, तो ये 10 जगहें आपको न सिर्फ बेहतरीन स्वाद बल्कि फेस्टिव एनर्जी का भी अनुभव देंगी।
इस दिवाली, अपने लव्ड वन्स के साथ स्वाद, रोशनी और खुशियों का आनंद उठाइए।
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Diwali 2025: शुभ मुहूर्त, इतिहास और त्योहार की खूबसूरत कहानी
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Dhanteras 2025 धनतेरस पर यमराज की पूजा क्यों की जाती है?
Dhanteras 2025 धनतेरस पर यमराज की पूजा क्यों की जाती है?
धनतेरस (या धनत्रयोदशी) के दिन केवल मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की ही नहीं, बल्कि यमराज की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि धनतेरस के दिन यमराज की पूजा क्यों की जाती है और इसके पीछे की पौराणिक कथा क्या है।
यम दीपदान की विधि (Yam Deep Daan Vidhi):
- समय: धनतेरस की रात, सूर्यास्त के बाद।
- स्थान: घर के मुख्य द्वार के बाहर, दक्षिण दिशा की ओर।
- विधि:
- एक मिट्टी का दीपक लें।
- उसमें तिल का तेल और एक रुई की बत्ती डालें।
- दीपक जलाकर उसे यमराज के नाम से समर्पित करें।
- प्रार्थना करें:
“मृत्यु भय से रक्षा करें, यमदेव प्रसन्न रहें।”
आध्यात्मिक अर्थ (Spiritual Meaning):
- दीपक जीवन की ज्योति का प्रतीक है।
- दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है।
- यह दीपक न केवल अकाल मृत्यु से रक्षा करता है, बल्कि घर में दीर्घायु, स्वास्थ्य और शांति का आशीर्वाद लाता है।

Dhanteras 2025 🕉️ संक्षेप में:
कारण महत्व राजा हेम की कथा मृत्यु से रक्षा का प्रतीक दीपदान प्रथा यमराज को प्रसन्न करने के लिए आध्यात्मिक अर्थ दीर्घायु, स्वास्थ्य और शांति की कामना दिशा दक्षिण दिशा – यमराज की दिशा समय धनतेरस की रात सूर्यास्त के बाद धनतेरस पर यमराज की पूजा का उद्देश्य मृत्यु के भय को दूर करना और जीवन की आयु बढ़ाना है।
इस दिन जलाया गया एक दीपक, न केवल यमराज को प्रसन्न करता है बल्कि पूरे घर को रोग-मुक्त, भय-मुक्त और समृद्ध बना देता है।इसलिए हर वर्ष धनतेरस की रात एक “यम दीप” अवश्य जलाना चाहिए —
यह न केवल परंपरा है, बल्कि जीवन के प्रति आभार और प्रकाश का प्रतीक भी है।
Dhanteras 2025 पौराणिक कथा: राजा हेम और उनके पुत्र की कहानी Dhanteras 2025
प्राचीन समय में राजा हेम नामक एक राजा थे। ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि उनके पुत्र की मृत्यु विवाह के चौथे दिन, सर्पदंश से हो जाएगी — और वह दिन कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी, यानी धनतेरस का ही दिन था।
जब वह दिन आया, तो राजकुमार की पत्नी बहुत बुद्धिमान और धर्मपरायण थी। उसने अपने पति की मृत्यु टालने के लिए एक उपाय किया —
- उसने कमरे के दरवाजे पर ढेर सारे दीपक जलाए, ताकि वहां चारों ओर उजाला हो।
- उसने बहुत सारा सोना, चांदी और आभूषण इकट्ठा कर रखे ताकि वहां रोशनी और चमक बनी रहे।
- वह पूरी रात कहानी और भजन सुनाती रही ताकि उसके पति को नींद न आए।
जब यमराज सर्प का रूप लेकर वहां पहुंचे, तो दीपों की तेज रोशनी और आभूषणों की चमक से उनकी आंखें चकाचौंध हो गईं।
वह अंदर प्रवेश नहीं कर सके और बाहर ही सारे दीपों की लौ में विलीन हो गए।
इस प्रकार, राजकुमार की मृत्यु टल गई।उस दिन से ही लोग यमराज की प्रसन्नता और दीर्घायु की कामना के लिए धनतेरस की रात “यम दीपदान” करते हैं।
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Why We Celebrate Dhanteras: धनतेरस क्यों मनाते हैं? जानिए धनत्रयोदशी से जुड़ी 10 जरूरी बातें जो हर किसी को पता होनी चाहिए
Why We Celebrate Dhanteras: धनतेरस क्यों मनाते हैं? जानिए धनत्रयोदशी से जुड़ी 10 जरूरी बातें जो हर किसी को पता होनी चाहिए
धनतेरस 2025 क्यों मनाई जाती है? जानिए धनत्रयोदशी के इतिहास, धार्मिक महत्व और उससे जुड़ी 10 खास बातें। साथ ही जानें इस दिन के शुभ काम, पूजा विधि और मान्यताएं।
धनतेरस क्यों मनाते हैं? क्या आप जानते हैं धनत्रयोदशी से जुड़ी ये 10 जरूरी बातें?
Why We Celebrate Dhanteras: 10 Important Facts About Dhantrayodashi
दीपों का पर्व दिवाली पांच दिनों तक मनाया जाता है और इसकी शुरुआत होती है धनतेरस से — जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। यह दिन धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस केवल खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि इसका गहरा धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है?

Why We Celebrate Dhanteras आइए जानते हैं धनतेरस से जुड़ी 10 ऐसी जरूरी बातें, जो हर व्यक्ति को जाननी चाहिए।
1. धनतेरस का अर्थ क्या है?
‘धन’ यानी संपत्ति और ‘तेरस’ यानी त्रयोदशी तिथि। यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इसीलिए इसे धनत्रयोदशी कहा जाता है।
2. भगवान धन्वंतरि का जन्मदिन होता है धनतेरस Why We Celebrate Dhanteras
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। वे आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता माने जाते हैं।
👉 इसीलिए इस दिन स्वास्थ्य संबंधी चीजें या तांबे के बर्तन खरीदना शुभ होता है।3. धनतेरस की पूजा से आती है समृद्धि
इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन किया गया पूजन घर में स्थायी धन और सुख-समृद्धि लाता है।
4. सोना-चांदी या बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है
धनतेरस पर धातु (Metal) खरीदना संपन्नता का प्रतीक माना गया है।
👉 सोने-चांदी के सिक्के या स्टील-तांबे के बर्तन खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।5. तुलसी के पास दीपक जलाना अत्यंत शुभ
धनतेरस की रात तुलसी के पास एक दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और लक्ष्मी का वास होता है। यह सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।
6. धनतेरस से शुरू होती है दिवाली की उत्सव श्रृंखला
यह दिवाली के पांच दिनों की शुरुआत होती है —
1️⃣ धनतेरस
2️⃣ नरक चतुर्दशी
3️⃣ लक्ष्मी पूजा (मुख्य दिवाली)
4️⃣ गोवर्धन पूजा
5️⃣ भाई दूज7. इस दिन घर के दरवाजे पर दीप जलाना जरूरी है
मान्यता है कि धनतेरस की रात घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाने से दरिद्रता दूर होती है और धन का प्रवाह बना रहता है।
8. झाड़ू खरीदना भी शुभ संकेत है Why We Celebrate Dhanteras
कई लोग नहीं जानते कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदना दरिद्रता दूर करने का प्रतीक है। इसे घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए जरूरी माना गया है।
9. इस दिन “श्री सूक्त” या “लक्ष्मी स्तोत्र” का पाठ करें
शास्त्रों में कहा गया है कि धनतेरस की रात लक्ष्मी स्तोत्र या श्री सूक्त का पाठ करने से आर्थिक स्थिरता और सौभाग्य मिलता है।
10. मृत्यु भय से मुक्ति का भी प्रतीक है धनतेरस
पौराणिक कथाओ के अनुसार प्राचीन समय में, राजा हेम के पुत्र की मृत्यु त्रयोदशी के दिन होने की भविष्यवाणी थी। लेकिन उसकी पत्नी ने दीपक जलाकर भगवान यमराज की पूजा की और अपने पति का जीवन बचा लिया।
इसलिए यह दिन “यम दीपदान” के रूप में भी मनाया जाता है।धनतेरस का आध्यात्मिक महत्व (Spiritual Meaning) Why We Celebrate Dhanteras
धनतेरस केवल धन की पूजा का दिन नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा की समृद्धि का प्रतीक है।
यह हमें सिखाता है कि सच्चा धन सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शांति और संतोष भी है।धनतेरस हमें यह याद दिलाता है कि जब हम श्रद्धा से दीप जलाते हैं और देवी लक्ष्मी का आह्वान करते हैं, तो हमारे जीवन में रोशनी, सुख और सफलता स्वयं प्रवेश करती है।
धनतेरस 2025 पर इन 10 बातों को याद रखकर अगर पूजा और खरीदारी करें, तो निश्चित ही आने वाला साल खुशियों और समृद्धि से भरा रहेगा।
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Dhanteras 2025: धनतेरस पर जरूर खरीदें ये 5 चीजें, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न और घर में आएगी अपार समृद्धि
Dhanteras 2025: धनतेरस पर जरूर खरीदें ये 5 चीजें, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न और घर में आएगी अपार समृद्धि
धनतेरस 2025 पर अगर आप मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इन 5 शुभ वस्तुओं की खरीदारी जरूर करें। जानें क्या खरीदना है धनतेरस पर जिससे घर में आए सुख, सौभाग्य और धन की बरसात।
Dhanteras 2025: धनतेरस पर जरूर खरीदें ये 5 चीजें, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न और घर में आएगी अपार समृद्धि
5 Auspicious Things to Buy on Dhanteras 2025 for Good Fortune & Prosperity
धनतेरस, दीपावली का पहला दिन, माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की आराधना का पर्व है। यह दिन समृद्धि, स्वास्थ्य और शुभ आरंभ का प्रतीक माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि धनतेरस के दिन अगर कुछ विशेष वस्तुएं खरीदी जाएं, तो माँ लक्ष्मी प्रसन्न होकर घर में धन, सुख और सौभाग्य की वर्षा करती हैं।आइए जानें — धनतेरस 2025 पर कौन सी 5 चीजें खरीदने से आपका घर बनेगा लक्ष्मीमय।

Dhanteras 2025 1. सोना या चांदी (Gold & Silver)
धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदना सबसे शुभ माना गया है। यह न केवल धन वृद्धि का प्रतीक है बल्कि स्थायी समृद्धि का भी संकेत देता है।
👉 क्यों खरीदें: शास्त्रों के अनुसार, सोना-चांदी खरीदने से देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
👉 क्या खरीदें: सोने की अंगूठी, सिक्के या चांदी की थाली/दीपक खरीदना सबसे शुभ रहता है।2. दीपक और पूजन सामग्री (Diyas & Puja Items)
धनतेरस की शाम घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता आती है।
👉 क्यों खरीदें: यह शुभता और रोशनी का प्रतीक है।
👉 क्या खरीदें: मिट्टी के दीये, पीतल के दीपक, घंटी या कलश जैसी पूजन वस्तुएं।
🕯️ Tip: इस दिन नया दीपक जलाकर घर के उत्तर दिशा में रखें।3. बर्तन (New Utensils)
धनतेरस को बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है क्योंकि यह घर में ‘अन्न’ और ‘धन’ की वृद्धि का संकेत है।
👉 क्यों खरीदें: यह देवी अन्नपूर्णा और लक्ष्मी दोनों की कृपा को आकर्षित करता है।
👉 क्या खरीदें: स्टील, तांबे या चांदी के बर्तन लें — पर ध्यान रखें कि बर्तन खाली घर न लाएं, उसमें कुछ धन या मिठाई रखकर ही लाएं।4. झाड़ू (Broom)
आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन धनतेरस पर झाड़ू खरीदना भी बेहद शुभ होता है।
👉 क्यों खरीदें: यह दरिद्रता को दूर कर घर में लक्ष्मी का प्रवेश कराता है।
👉 Tip: पुरानी झाड़ू फेंककर नई झाड़ू लें और उसे पूजा स्थल पर रखकर लक्ष्मी माता का आह्वान करें।5. गोमती चक्र या कौड़ी (Gomti Chakra / Cowrie Shells)
इन वस्तुओं को शास्त्रों में माँ लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है।
👉 क्यों खरीदें: यह धनवृद्धि, व्यापार में लाभ और बुरी नजर से रक्षा करती हैं।
👉 कैसे उपयोग करें: इन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पूजा स्थल पर रखें।धनतेरस का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2025 Shubh Muhurat)
तारीख: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
पर्व समय: प्रदोष काल में धनतेरस पूजा
शुभ खरीदारी मुहूर्त: दोपहर 1:30 बजे से रात 8:30 बजे तक (स्थानीय पंचांग अनुसार)धनतेरस पर इन बातों का रखें ध्यान:
- इस दिन उधार न दें और न ही उधार लें।
- कोई भी वस्तु खरीदते समय “ॐ श्रीं धनं च मे देहि” मंत्र का जाप करें।
- घर के दरवाजे पर “शुभ-लाभ” और “स्वस्तिक” का चिन्ह बनाएं।
- नए बर्तन या सिक्के लाने के बाद उन्हें पूजा में अवश्य शामिल करें।
धनतेरस सिर्फ खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने का अवसर है।
अगर आप इन 5 वस्तुओं — सोना-चांदी, दीये, बर्तन, झाड़ू और गोमती चक्र — को श्रद्धा से खरीदते हैं, तो मां लक्ष्मी की कृपा निश्चित रूप से आपके घर में स्थायी रूप से बनी रहती है।
इस धनतेरस, अपने घर में खुशियों और धन दोनों का स्वागत करें! 💫
Diwali 2025: कैसे शुरू हुई दिवाली मनाने की परंपरा? जानें त्रेतायुग और सतयुग से जुड़ी पौराणिक कथा
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7 आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन जो बच्चे भी बना सकते हैं | 7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids
7 आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन जो बच्चे भी बना सकते हैं | 7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids
दीवाली या किसी भी त्योहार पर बच्चों के लिए ये 7 आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन बनाना बेहद मजेदार है। जानिए कैसे घर पर बच्चों को रंगोली बनाना सिखाएं — सरल स्टेप्स और रंगीन आइडियाज के साथ!
7 आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन जो बच्चे भी बना सकते हैं
7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids
दीवाली, ओणम या कोई भी फेस्टिवल हो, रंगोली हर घर की शोभा बढ़ाती है। लेकिन जब बच्चे इसमें हिस्सा लेते हैं, तो रंगोली सिर्फ सजावट नहीं बल्कि एक fun art activity बन जाती है। यहाँ हम लाए हैं 7 ऐसे आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन्स, जो बच्चे बहुत आसानी से बना सकते हैं और अपने क्रिएटिविटी का जादू दिखा सकते हैं।

रंगों से खेलो, खुशियों से सजाओ – बच्चों के लिए 7 आसान रंगोली आइडियाज! 1. डॉट वाली रंगोली (Dot Rangoli Design) 7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids

यह डिज़ाइन बच्चों के लिए सबसे आसान होती है। बस फर्श पर सफेद चॉक या पाउडर से छोटे-छोटे डॉट्स लगाएं और फिर उन्हें जोड़कर फूल या ज्योमेट्रिक शेप्स बनाएं।
Tip: 5×5 या 6×6 डॉट्स से शुरुआत करें, फिर रंगों से भरें।
2. तितली रंगोली (Butterfly Rangoli)

7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids तितलियाँ बच्चों की पसंदीदा होती हैं। रंग-बिरंगी पंखों वाली यह रंगोली उन्हें खूब भाती है।
Idea: पंखों में नीला, गुलाबी और पीला रंग भरें और बीच में सफेद बॉर्डर दें।
यह डिज़ाइन घर की बालकनी या दरवाजे के पास बहुत प्यारी लगती है।
3. फूल रंगोली (Flower Rangoli Design)

यह सबसे क्लासिक और सुंदर डिज़ाइन है। बच्चे इसे फूल की पंखुड़ियों, रंगीन पाउडर या पेपर कटिंग से भी बना सकते हैं।
Pro Tip: गोलाकार पैटर्न में पंखुड़ियाँ बनाएं और बीच में एक बिंदु लगाएं।
4. दीया रंगोली (Diya Shape Rangoli)

7 Easy & Unique Rangoli Designs for Kids दीवाली पर दीया थीम वाली रंगोली सबसे परफेक्ट है। बच्चे दीये का आकार बना सकते हैं और उसमें पीले-नारंगी रंग भर सकते हैं।
Extra Touch: दीये की लौ में ग्लिटर डालें, ताकि वह चमके!
5. पंजों वाली रंगोली (Paw Rangoli for Kids)

बच्चे अपने हाथों या पैरों के पंजे से रंगोली बना सकते हैं — यह बहुत मजेदार और क्रिएटिव एक्टिविटी है।
Steps: अपने हाथ या पैर को रंग में डुबोएं और फर्श पर छाप बनाएं। फिर बॉर्डर खींचें और सजाएं।
6. रेनबो रंगोली (Rainbow Rangoli)

सात रंगों का सुंदर मेल — ये डिज़ाइन बच्चों की कल्पना को उड़ान देती है।
Steps: आर्क शेप में सात रंगों की लाइन्स बनाएं और हर लेयर को अलग-अलग रंग से भरें।
इसे बच्चों की क्रिएटिविटी कॉम्पिटिशन में जरूर आजमाएं।
7. कमल रंगोली (Lotus Rangoli Design)

कमल का फूल शुभता और पवित्रता का प्रतीक है। बच्चे इसे आसानी से ड्रॉ कर सकते हैं।
Tip: बीच में हल्का गुलाबी, बाहर की पंखुड़ियों में गाढ़ा गुलाबी या लाल रंग भरें।
इस डिज़ाइन में बच्चे रंगों का कॉम्बिनेशन सीख सकते हैं।
बच्चों को रंगोली बनाते समय ये बातें सिखाएं:
- पहले ड्रॉ करें, फिर रंग भरें – इससे डिज़ाइन बिगड़ता नहीं।
- कॉर्नफ्लोर या नमक मिलाकर कलर यूज़ करें – रंग अच्छे फैलते हैं।
- सरल आकार से शुरुआत करें – जैसे सर्कल, त्रिकोण, या दिल।
- रंगों के बाद ग्लिटर से फिनिशिंग दें – यह आकर्षक बनाता है।
रंगोली बच्चों के लिए न केवल एक कला है बल्कि रंगों की दुनिया में प्रवेश करने का पहला कदम भी है। इन 7 आसान और यूनिक रंगोली डिज़ाइन्स से वे घर को सजाने के साथ अपनी कल्पनाशक्ति भी बढ़ा सकते हैं।
तो इस दीवाली, बच्चों को रंगों से खेलने दें और हर कोना रंगीन बना दें!
Diwali 2025: शुभ मुहूर्त, इतिहास और त्योहार की खूबसूरत कहानी
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Jupiter Transit in Cancer 2025: सभी 12 राशियों पर प्रभाव व कारगर उपाय
Jupiter Transit in Cancer 2025: सभी 12 राशियों पर प्रभाव व कारगर उपाय
Jupiter Transit in Cancer 2025: जानें Jupiter Transit in Cancer 2025 का हर राशि पर क्या प्रभाव होगा और कैसे आप उपाय कर सकते हैं। इस गोचर से धन, संबंध, स्वास्थ्य व करियर पर कैसे असर पड़ेगा, पूरी जानकारी।
2025 में बृहस्पति (Jupiter) कर्क राशि में गोचर करेगा — जो कि इस ग्रह के लिए एक उत्तम स्थिति मानी जाती है क्योंकि कर्क राशि में बृहस्पति को बैठने (exaltation / लाभप्रद स्थिति) की मान्यता है। यह गोचर 9 जून 2025 को प्रारंभ होगा और 30 जून 2026 तक रहेगा।
बृहस्पति कर्क में प्रवेश करेगा 18 अक्तूबर से 5 दिसम्बर तक रहेगा। जब बृहस्पति कर्क में प्रवेश करता है, तो हमारी भावनात्मक क्षमता, परिवार-कुटुंब, गृह जीवन, सुरक्षा एवं अंतर्निहित आधारों (foundations) पर अधिक प्रकाश डाला जाता है। यह समय है नर्सिंग, संवेदनशीलता, देखभाल और आंतरिक समृद्धि को बढ़ाने का।

Jupiter Transit in Cancer 2025 आइए देखें 12 राशियों पर इसके संभावित प्रभाव और साथ में कुछ आसान उपाय:
मेष (Aries) Jupiter Transit in Cancer 2025

प्रभाव: घरेलू मोर्चे पर बदलाव हो सकता है — घर, वातावरण, भावनात्मक संबंधों में सुधार।
उपाय: अपने घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरें, वोल्ट को साफ रखें, स्त्रियों का सम्मान करें।वृषभ (Taurus)

प्रभाव: सामाजिक जीवन और पड़ोस-सम्बंधों में वृद्धि, छोटी यात्राएँ, नए संबंध।
उपाय: सविधान व व्यवहार में सादगी रखें, मेलजोल बढ़ाएँ, दान व सेवा करें।मिथुन (Gemini)

प्रभाव: धन, आय और संपत्ति मामलों में लाभ के अवसर।
उपाय: बजट बनाएँ, निवेश समझदारी से करें, खर्च पर नियंत्रण रखें।कर्क (Cancer) Jupiter Transit in Cancer 2025

प्रभाव: यह आपके लिए “जुपिटर रिटर्न” जैसा रहेगा — वृद्धि, अवसर, शुभता बढ़ेगी।
उपाय: आत्मविश्वास बढ़ाएँ, नया शुरुआत करें, परिवार पर ध्यान दें।सिंह (Leo)

प्रभाव: स्वयं-विश्वास, लोक-प्रतिष्ठा और क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स को बढ़त मिलेगी।
उपाय: अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करें, दान करें और खुद को प्रशंसा दें।कन्या (Virgo)

प्रभाव: करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा में सुधार, मान-सम्मान बढ़ सकता है।
उपाय: कार्यों में ईमानदारी रखें, जिम्मेदारियों को संभालें, गुरु या बड़ों का आशीर्वाद लें।तुला (Libra)

प्रभाव: यात्रा, उच्च शिक्षा, धर्म-आध्यात्मिक गतिविधियाँ और अद्यात्मिक विकास बढ़ेंगे।
उपाय: सही ज्ञान लें, नियमित अध्ययन करें, आध्यात्मिक साधना करें।वृश्चिक (Scorpio)

प्रभाव: साझेदारी, व्यवसाय, साझे संसाधन में सुधार संभव है।
उपाय: पारदर्शिता रखें, ऋणों से बचें, साझेदारों के साथ सामंजस्य बनाएं।धनु (Sagittarius)

प्रभाव: स्वास्थ्य, दैनिक जीवन, जीवनशैली में सुधार हो सकता है।
उपाय: नियमित व्यायाम करें, आहार संतुलित रखें, कार्य-संतुलन बनाएँ।मकर (Capricorn)

प्रभाव: आश्रितों, वंश, संपत्ति मामलों में लाभ, और पारिवारिक सौहार्द बढ़ेगा।
उपाय: पुरानी संपत्तियों की देखभाल करें, परिवार-समर्थन बढ़ाएँ।कुंभ (Aquarius)

प्रभाव: रहस्य, अंतर्मन, दूरस्थ क्षेत्रों और आध्यात्मिक मामलों में झुकाव बढ़ेगा।
उपाय: ध्यान, साधना करें, मन को शुद्ध रखें, नए रास्ते तलाशें।मीन (Pisces)

प्रभाव: संचार, लेखन, सक्षमता, संपर्क क्षेत्र में नया उत्साह।
उपाय: सकारात्मक संवाद करें, पाठ-लेखन करें, नए नेटवर्क बनाएं।उपाय & रेमेडीज़ (Remedies)
- गुरु मंत्र जाप — “ॐ ग्रां गृीं ग्रौं सः गुरवे नमः”
- पीला व हल्दी से जुड़ी चीजों का दान — जैसे पीली वस्त्र, हल्दी, गुड़
- गृह पूजा / गौ माता की सेवा
- दान — जरूरतमंदों को भोजन या वस्त्र दान करें
- सप्ताह में एक दिन दूध, दही, चावल दान करना
- अपने पितरों को तर्पण देना
- रविवार या गुरुवार को नियमित व्रत या ध्यान
Jupiter Transit in Cancer 2025 वर्ष हमारे भावनात्मक, पारिवारिक और आंतरिक आधारों को सुदृढ़ करने का मौका दे रहा है। यह समय है अपनी जड़ों से जुड़ने, घर को सजाने, संबंधों को पालने और अपनी अंतरात्मा से संवाद करने का। यदि हम सही उपाय करें और सकारात्मक सोच रखें, तो यह गोचर हमारे लिए समृद्धि और संवेदनशील विकास का वरदान बन सकता है।
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Festive Detox Diwali से पहले अपने शरीर को ‘वायरस-प्रूफ’ बनाएं: पसंदीदा मिठाई खाने से पहले अपनाएं ये हेल्दी टिप्स, और जानें त्योहार के बाद शरीर को कैसे करें रीसेट
Festive Detox Diwali से पहले अपने शरीर को ‘वायरस-प्रूफ’ बनाएं: पसंदीदा मिठाई खाने से पहले अपनाएं ये हेल्दी टिप्स, और जानें त्योहार के बाद शरीर को कैसे करें रीसेट
Festive Detox Diwali दिवाली रोशनी, मिठास और खुशी का पर्व है — लेकिन साथ ही यह वो वक्त भी है जब हमारी डाइट, नींद और इम्यूनिटी सब गड़बड़ा जाती है। फरसाण, लड्डू, जलेबी, चकली, नमकीन और ढेर सारी मिठाइयाँ… सब देखकर खुद को रोकना मुश्किल होता है।
पर क्या आप जानते हैं कि कुछ आसान बदलावों से आप इस दिवाली अपने शरीर को ‘वायरस-प्रूफ’ बना सकते हैं — ताकि त्योहार की रौनक के साथ आपकी हेल्थ भी बनी रहे?1. दीवाली से पहले इम्युनिटी बूस्ट प्लान
त्योहार शुरू होने से 10 दिन पहले अपने डेली रूटीन में कुछ नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर शामिल करें:
- नींबू, आंवला, तुलसी और अदरक की चाय — रोज सुबह खाली पेट लें। हल्दी-दूध या गोल्डन मिल्क रात में सोने से पहले लें। 10 मिनट सूर्यप्रकाश में रहें — Vitamin D natural immunity enhancer है। नियमित नींद लें (कम से कम 7 घंटे), ताकि शरीर की नैचुरल डिफेंस सिस्टम एक्टिव रहे।
2. दिवाली पर मिठाई और फरसाण का स्मार्ट तरीका
मिठाई छोड़ने की जरूरत नहीं, बस थोड़ी समझदारी अपनाएं:
- घर की बनी मिठाइयाँ या गुड़, नारियल, सूखे मेवे वाली मिठाई चुनें। तले हुए स्नैक्स की जगह बेक या एयर-फ्राई फरसाण लें। शुगर-फ्री या पाम गुड़ मिठाई आजकल बढ़िया विकल्प हैं। साथ में गुनगुना पानी या ग्रीन टी लें, ताकि शुगर जल्दी डाइजेस्ट हो सके। खाने के तुरंत बाद लेटने या मीठा ओवरईट करने से बचें।
3. त्यौहार के दौरान सक्रिय रहें Festive Detox Diwali
दिवाली की सफाई खुद करना एक नेचुरल वर्कआउट है! झाड़ू-पोछा, सजावट, रूम अरेंज करना — यह सब कार्डियो की तरह कैलोरी बर्न करता है। अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे, तो कम से कम रोज़ 20-30 मिनट की मॉर्निंग वॉक ज़रूर करें।

Festive Detox Diwali 4. दीवाली के बाद डीटॉस्क और रिसेट योजना Festive Detox Diwali
त्योहार खत्म होते ही शरीर को रीसेट करना जरूरी है।
यहाँ एक आसान 3-Day Detox Plan है:Day 1:
सिर्फ हल्का खिचड़ी, सूप और नारियल पानी लें।
ग्रीन टी या नींबू पानी से दिन की शुरुआत करें।Day 2:
मौसमी फल, स्टीम्ड सब्जियाँ और हल्का दलिया लें।
शाम को हल्की वॉक करें।Day 3:
छाछ, सलाद और ओट्स लें।
एक दिन में कम से कम 2.5 लीटर पानी पिएँ।इस दौरान चाय-कॉफी और तली-भुनी चीजों से बचें।
5. मानसिक रिसेट भी जरूरी है
त्योहार की भागदौड़ में शरीर ही नहीं, मन भी थकता है। थोड़ा समय अपने लिए निकालें — मेडिटेशन करें, रिलैक्सिंग म्यूजिक सुनें या किताब पढ़ें। Healthy mind = healthy body!
दिवाली सिर्फ बाहर के दीप जलाने का नहीं, बल्कि अपने भीतर रोशनी जगाने का भी मौका है। थोड़ी सावधानी, थोड़ी जागरूकता और थोड़ी हंसी-मजाक के साथ अगर आप इस त्योहार को मनाएँगे — तो मिठाई भी खाएँगे, और फिट भी रहेंगे!
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Diwali 2025: कैसे शुरू हुई दिवाली मनाने की परंपरा? जानें त्रेतायुग और सतयुग से जुड़ी पौराणिक कथा
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Diwali 2025: शुभ मुहूर्त, इतिहास और त्योहार की खूबसूरत कहानी
Diwali 2025: शुभ मुहूर्त, इतिहास और त्योहार की खूबसूरत कहानी
Diwali 2025 के लिए प्रमुख शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, दिनांक और त्योहार की दिलछूने वाली कहानी — जानिए कैसे मनाएँ दीपावली इस बार विशेष अंदाज में।
शुभ दीपावली!
दिवाली — प्रकाश का त्योहार, अंधकार पर विजय का प्रतीक — हर साल हमारे जीवन में नई उम्मीदों की किरण लाता है। Diwali 2025 इस दृष्टि से विशेष है, क्योंकि इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि और प्रदोष-निशीथ योग का संयोग 20 अक्टूबर की रात को बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों की मान्यता है कि मां लक्ष्मी की पूजा और दीपदान इसी संयोग में करना सबसे अधिक फलदायी माना जाता है।
Diwali 2025 तिथियाँ और शुभ मुहूर्त
- अमावस्या तिथि: 20 अक्टूबर 2025 दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी।
- इस कारण, दीपावली 20 अक्टूबर की रात को मनाना श्रेष्ठ माना जा रहा है।
- लक्ष्मी पूजा मुहूर्त (अनुमान): शाम 7:23 बजे से 8:27 बजे तक।
- प्रदोषकाल का समय, अमावस्या तिथि में होने के कारण, पूजा के लिए विशेष वरदान माना जाता है।
- धनतेरस: 18 अक्टूबर को — इस दिन धन, सोना-चांदी, घरेलू सामान आदि खरीदने और पूजा करने का विशेष महत्त्व है।

Diwali 2025 त्योहार की शुरुआत
दीवाली का उत्सव धनतेरस से आरंभ होता है — इस दिन देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर व धन्वंतरि की पूजा होती है। उसके अगले दिन नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) मनाई जाती है। अंत में मुख्य दिन — दीपावली — जब लोग अपने घरों को दीपों और रंगोली से सजाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं, पटाखे जलाते हैं और रात के समय मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं।
ज्योतिषी चेतन पटेल द्वारा दिवाली 2025 के शुभ मुहूर्त (Diwali 2025 Shubh Muhurat Chart)
पर्व / त्यौहार तिथि (2025) दिन पूजन / महत्व शुभ मुहूर्त (समय) धनतेरस 18 अक्टूबर शनिवार लक्ष्मी पूजा, कुबेर पूजा, धन्वंतरि पूजा सुबह 8:05 – 9:32 (शुभ)
शाम 6:10 – 7:44 (लाभ)
रात 9:17 – 10:51 (शुभ)
रात 10:51 – 12:25 (अमृत)काली चौदस (नरक चतुर्दशी) 19 अक्टूबर रविवार हनुमान पूजा, काली पूजा, अन्य देवताओं की पूजा सुबह 8:05 – 12:34 (चल, लाभ, अमृत)
शाम 6:09 – 10:51 (शुभ, अमृत, चल)दीवाली (लक्ष्मी पूजा) 20 अक्टूबर सोमवार सरस्वती पूजा, लक्ष्मी पूजा, चोपड़ा पूजन सुबह 9:32 – 10:58 (शुभ)
शाम 4:42 – 7:43 (अमृत, चल)
रात 10:50 – 12:24 (लाभ)गोवर्धन पूजा (नया वर्ष / बेस्टु वर्ष) 22 अक्टूबर बुधवार गोवर्धन पूजा, पहली खोलवाण का मुहूर्त सुबह 6:41 – 8:06 (लाभ)
सुबह 10:58 – 12:24 (शुभ)भाई दूज 23 अक्टूबर गुरुवार भाई-बहन का प्रेम पर्व — लाभ पांचम 26 अक्टूबर रविवार व्यापार आरंभ व शुभ कार्य का दिन सुबह 8:08 – 12:25 (चल, लाभ, अमृत) पूजा विधि और रस्में
रात्रि में पूजा स्थान को स्वच्छ कर लें, लाल या पीला वस्त्र बिछाएँ, गणेश-लक्ष्मी मूर्ति स्थापित करें। हल्दी, कुमकुम, चावल, फूल, नैवेद्य आदि चढ़ाएँ। दीप जलाएँ और आरती करें। पूजन के बाद प्रसाद वितरित करें।
इस दिन स्थिर लग्न (जैसे वृषभ, सिंह, कुंभ आदि) में पूजा करने का विधान है। खासकर उस समय जब अमावस्या + प्रदोष योग हो — यही वो समय है जब शुभ फल प्राप्ति होती है।
दिल को छू लेने वाला त्योहार
मेरा बचपन याद आता है — मैं और मेरी बहन रंगोली बनातीं, घर की जाली खिड़कियाँ खोलकर हवा आने देती थीं, माता हमारे लिए नए कपड़े लाती थीं। जैसे ही शाम होती, हम दीपक लेकर घर-आँगन में चलते और गिनती करते — “एक, दो, तीन …” — हर कोने में उजाला फैलता। उस उजाले में, माँ की मुस्कान और पिता की आँखों में संतुष्टि — यही सबसे प्यारा दृश्य था।
Diwali 2025 भी वैसा ही होगा — घर-घर दीपों की रौशनी, मिठाइयों की मिठास, रिश्तों की गर्माहट। इस बार, समय का संयोग हमें यही सिखाता है कि उजाले को फैलाएँ, अज्ञान को मिटाएँ, और ज्ञान व समृद्धि की ओर कदम बढ़ाएँ।
Diwali 2025 एक ऐसा अवसर है जब हम अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा करें। 20 अक्टूबर की रात को शुभ मुहूर्त में पूजा करें, दीप जलाएँ, नौ रूपी खुशियाँ बाँटें और इस वर्ष को रौशनी से भर दें।
शुभ दीपावली!
Diwali 2025: कैसे शुरू हुई दिवाली मनाने की परंपरा? जानें त्रेतायुग और सतयुग से जुड़ी पौराणिक कथा
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