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  • GST Council Meeting परिषद की बैठक शुरू, अब सामान होगा सस्ता #महंगाईसेराहत #FestivalSeason #TaxRelief #GSTUpdate #GSTCouncil #GSTपरिषद

    GST Council Meeting परिषद की बैठक शुरू, अब सामान होगा सस्ता

    अब सामान होगा सस्ता: मक्खन-मेवा, टीवी-फ्रिज पर मिल सकती है राहत, GST परिषद की बैठक शुरू

    GST Council Meeting नई दिल्ली – आम आदमी को जल्द ही महँगाई से राहत मिल सकती है। GST Council Meeting परिषद की बैठक आज से शुरू हो गई है, जिसमें रोज़मर्रा के उपयोग के सामानों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स तक पर टैक्स दरों में बदलाव पर चर्चा की जा रही है।

    सूत्रों के अनुसार, परिषद मक्खन, घी, मेवा जैसे खाद्य उत्पादों पर GST दरों में कटौती पर विचार कर रही है। वहीं, टीवी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन जैसे घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामानों को भी सस्ता करने का प्रस्ताव एजेंडे में शामिल है।

    GST
    GST Council Meeting

    बैठक में राज्यों के वित्त मंत्री और केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारी मौजूद हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं को राहत देने और बाज़ार में मांग बढ़ाने के लिए यह कदम ज़रूरी है।

    अगर परिषद इन प्रस्तावों को मंज़ूरी देती है, तो त्योहारी सीज़न से पहले उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल सकती है।

    देशभर के उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर आ सकती है। आज से शुरू हुई GST परिषद की बैठक में रोज़मर्रा की ज़रूरतों से जुड़े सामान और घरेलू इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर टैक्स दरों में कटौती पर अहम फैसले लिए जा सकते हैं।

    GST Council Meeting
    GST Council Meeting

    GST Council Meeting किन सामानों पर हो सकती है राहत?

    बैठक में शामिल प्रस्तावों के मुताबिक –

    • खाद्य उत्पाद: मक्खन, घी, मेवा और पैक्ड फूड पर GST दर घटाई जा सकती है।
    • इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स: फ्रिज, टीवी (विशेषकर 32 इंच तक), वॉशिंग मशीन और एयर कंडीशनर पर टैक्स में कमी पर विचार।
    • दैनिक उपभोग की वस्तुएँ: कुछ पैकेज्ड आइटम और मिल्क प्रोडक्ट्स पर राहत मिल सकती है।

    इससे त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ कम होगा और बाज़ार में मांग बढ़ेगी।

    परिषद में कौन-कौन मौजूद?

    बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री कर रही हैं। इसमें राज्यों के वित्त मंत्री और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। कई राज्यों ने अपनी-अपनी चिंताएँ और सुझाव रखे हैं, जिनमें खासतौर पर महँगाई घटाने और MSME सेक्टर को प्रोत्साहन देने की बात सामने आई है।

    विशेषज्ञों की राय

    अर्थशास्त्रियों का मानना है कि GST दरों में कमी से –

    1. उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा
    2. त्योहारी सीजन में बिक्री को बढ़ावा मिलेगा
    3. महँगाई के दबाव से राहत मिलेगी

    हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स कटौती से सरकार के राजस्व पर असर पड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में यह अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।

    लोगों की उम्मीदें

    स्थानीय बाजारों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपभोक्ता इस फैसले का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। एक गृहिणी ने कहा – “घी और मेवे की कीमतें आसमान छू रही हैं। अगर टैक्स कम हुआ तो घर का बजट थोड़ा संभलेगा।”
    वहीं, एक छात्र ने कहा – “टीवी और फ्रिज जैसे सामान अब ज़रूरत बन गए हैं। अगर ये सस्ते होते हैं तो बड़ी राहत होगी।”

    आगे का रास्ता

    परिषद की बैठक अगले कुछ घंटों तक जारी रहेगी। अंतिम निर्णय के बाद अधिसूचना जारी की जाएगी और नई दरें लागू होंगी। उम्मीद है कि यह बदलाव त्योहारी सीजन से पहले लागू कर दिए जाएंगे।

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    Rules Change: ट्रेन टिकट से लेकर एलपीजी गैस की कीमतों तक..; आज से लागू हो रहे ये रुल्स, जेब पर पड़ेगा सीधा असर #एलपीजीसिलेंडर #बैंकट्रांजैक्शन #रेल्वेटिकिट #LPGGAS #BankTransfer #Railway

  • Ahmedabad हादसा: शकरी झील में AMC की नाव पलटी, 3 युवकों की मौत

    Ahmedabad हादसा: शकरी झील में AMC की नाव पलटी, 3 युवकों की मौत

    अहमदाबाद की शकरी झील में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) की नाव अचानक पलट गई, जिसमें सवार कई युवक पानी में गिर गए। हादसे में 3 युवकों की मौत हो गई है, जबकि बाकी को स्थानीय लोगों और बचाव दल की मदद से बाहर निकाल लिया गया।

    मृतकों की पहचान हो चुकी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हादसे के बाद झील क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा।

    फिलहाल पुलिस और प्रशासन घटना की जांच में जुटा है कि आखिर सुरक्षा इंतजामों के बावजूद नाव कैसे पलटी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि AMC की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।

    अहमदाबाद, 2 सितंबर अहमदाबाद शहर में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया।

    Ahmedabad
    Ahmedabad

    Ahmedabad हादसा कैसे हुआ?

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार दोपहर कुछ युवक AMC की नाव से झील की सैर कर रहे थे। अचानक नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह बीच झील में पलट गई। नाव पलटते ही सभी युवक पानी में गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया और बचाव कार्य शुरू किया।

    स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से कई युवकों को बाहर निकाला गया, लेकिन 3 युवक गहरे पानी में डूब गए। जब तक उन्हें बाहर निकाला गया, उनकी सांसें थम चुकी थीं।

    Ahmedabad प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई

    हादसे की जानकारी मिलते ही अहमदाबाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और AMC के अधिकारी मौके पर पहुँचे। झील के चारों ओर भीड़ इकट्ठा हो गई। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि सुरक्षा इंतज़ामों में कहाँ लापरवाही हुई।

    AMC अधिकारियों ने बताया कि नाव पलटने के कारणों की जांच की जा रही है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।

    स्थानीय लोगों का गुस्सा

    घटना के बाद इलाके में गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि AMC ने झील में नौकायन के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम नहीं किए थे। नाव में सवार लोगों को लाइफ जैकेट उपलब्ध नहीं कराए गए, जिसके चलते यह हादसा इतना बड़ा हो गया।

    दुख और शोक

    तीनों मृतक युवक अपने परिवारों के इकलौते बेटे बताए जा रहे हैं। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे इलाके में शोक की लहर है।

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    Gujarat में शुरू हुआ देश का पहला मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोल प्लाजा

  • Weather News: पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, पूर्वी यूपी और हरियाणा में तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया अनुमान

    Weather News: पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, पूर्वी यूपी और हरियाणा में तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया अनुमान

    मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश का अनुमान जताया है।
    पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से मध्यम बारिश के आसार हैं।

    Weather News: पहाड़ी राज्यों में सतर्कता

    हिमाचल और उत्तराखंड में लगातार बारिश से भूस्खलन और नदी-नालों में उफान की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है।

    मैदानी इलाकों में असर

    पंजाब, हरियाणा और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है। इससे खेतों में खड़ी फसलों और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।

    Weather News: मौसम विभाग की चेतावनी

    Weather News
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    IMD के मुताबिक, अगले 48 घंटों में इन राज्यों में बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है। लोगों से अपील की गई है कि वे खुले स्थानों पर जाने से बचें और सावधानी बरतें।

    मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कल तक तेज बारिश जारी रहेगी। विभाग ने कोंकण, गोवा, छत्तीसगढ़ और मध्य महाराष्ट्र में भी तेज बारिश का अनुमान व्‍यक्‍त किया है।

    मौसम विभाग ने अगले पाँच दिन असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश का अनुमान लगाया है। मछुआरों को अगले तीन दिन लक्षद्वीप और केरल के तटों पर न जाने की सलाह दी गई है। मछुआरों को अगले पाँच दिन कोंकण और गोवा के तटों पर न जाने की भी सलाह दी गई है।


    Heavy Rain in Gujarat: अहमदाबाद में ब्लैकआउट, 4 जिलों में रेड अलर्ट, कडाणा डैम के गेट खुले

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  • Hindu Devi-Devta “नैवेद्य का रहस्य: किस देवी-देवता को कौन-सा भोग है प्रिय”

    Hindu Devi-Devta “नैवेद्य का रहस्य: किस देवी-देवता को कौन-सा भोग है प्रिय”

    Hindu Devi-Devta “हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं के प्रिय भोग: जानें किसे चढ़ेगा कौन-सा नैवेद्य”

    हिन्दू धर्म में हर देवी-देवता का अपना प्रिय भोग (नैवेद्य) माना गया है। हमारे शास्त्रों और परंपराओं में हर देवी-देवता का कोई विशेष प्रिय भोग (नैवेद्य/प्रसाद) माना गया है, पूजन में जब उनका प्रिय भोग अर्पित किया जाता है तो इसे विशेष रूप से शुभ और फलदायी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार पूजन में जब उनके प्रिय भोग का अर्पण किया जाता है तो वह न केवल देवता को प्रसन्न करता है बल्कि साधक को भी विशेष फल प्रदान करता है।

    Hindu Devi-Devta
    Hindu Devi-Devta

    Hindu Devi-Devta देवी-देवताओं के प्रिय भोग

    🔹 भगवान गणेश

    • मोदक, लड्डू, दूर्वा (हरी घास)
    • कारण: इन्हें मीठा और सादा भोजन प्रिय है।

    🔹 भगवान शिव

    • बेलपत्र, धतूरा, भांग, दूध, दही
    • कारण: शिवजी को सरल और तामसी भोग भी स्वीकार्य हैं।

    🔹 मां लक्ष्मी

    • खीर, हलवा, नारियल, कमल गट्टे
    • कारण: मां लक्ष्मी को शुद्ध, मीठा और सफेद वस्तुएँ प्रिय हैं।

    🔹 मां दुर्गा/काली

    • मालपुआ, खीर, मिष्ठान्न, फल, नारियल
    • नवरात्रि में दुर्गा मां को विभिन्न दिनों पर अलग-अलग भोग अर्पित करने की परंपरा है।
    Hindu Devi-Devta
    Hindu Devi-Devta

    🔹 भगवान विष्णु

    • तुलसी पत्र, पंचामृत, दूध से बने मिष्ठान्न
    • कारण: तुलसी भगवान विष्णु की सबसे प्रिय है।

    🔹 भगवान कृष्ण

    • माखन, मिश्री, पंजीरी
    • कारण: बचपन में श्रीकृष्ण का माखन चुराना प्रसिद्ध है।

    🔹 भगवान राम

    • खीर, गुड़, चावल
    • कारण: मर्यादा पुरुषोत्तम राम को सात्विक भोजन प्रिय है।

    🔹 हनुमान जी

    • बूंदी के लड्डू, सिंदूर, चोला, गुड़ और चने
    • मंगलवार और शनिवार को विशेष भोग चढ़ाया जाता है।

    🔹 सूर्य देव

    • गेहूँ, गुड़, लाल फूल, लाल वस्त्र, खीर
    • कारण: सूर्य देव को लाल रंग और मीठा अर्पित करना शुभ माना जाता है।

    🔹 शनि देव

    • तिल, तिल का तेल, काली उड़द, जलेबी, खिचड़ी
    • कारण: शनि देव को काले पदार्थ और तिल विशेष प्रिय हैं।

    🔹 कुबेर जी

    • खीर, मिठाई, शहद, मेवे

    मान्यता है कि अगर श्रद्धा और भाव से कोई भी भोग अर्पित किया जाए तो देवता अवश्य प्रसन्न होते हैं।

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    Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी

  • PM Modi on Congress : भावुक PM मोदी ने मां को याद कर क्या-क्या कहा?

    PM Modi on Congress : भावुक PM मोदी ने मां को याद कर क्या-क्या कहा?

    “मेरी गरीब मां की तपस्या, ये शाही खानदानों के युवराज नहीं समझ सकते, एक साड़ी…”

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपनी मां हीराबा की याद में भावुक हो जाते हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मां की तपस्या और संघर्षों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि “मेरी गरीब मां की तपस्या को शाही खानदानों के युवराज कभी नहीं समझ सकते। मेरे जीवन में मां ने अभाव में रहकर भी त्याग और संस्कार दिए।”

    पीएम मोदी ने अपने बचपन की एक घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनकी मां ने पूरे जीवन संघर्ष किया, लेकिन कभी शिकायत नहीं की। वे छोटी-छोटी खुशियों में संतोष कर लेती थीं। मोदी ने कहा—“मेरी मां के लिए एक साड़ी ही बहुत बड़ी खुशी होती थी।”

    PM Modi on Congress
    PM Modi on Congress

    🔹 गरीब घर की सीख PM Modi on Congress

    मोदी ने कहा कि मां ने उन्हें सिखाया कि दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। यही संस्कार उन्हें राजनीति से पहले समाज सेवा के रास्ते पर ले आए। उन्होंने कहा कि गरीबी ने उन्हें संघर्ष करना सिखाया, लेकिन मां ने हमेशा उन्हें संयम और धैर्य का पाठ पढ़ाया।

    🔹 शाही खानदान पर तंज

    बिना नाम लिए पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के “वंशवाद” पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो शाही खानदानों में पैदा होते हैं, वे त्याग और अभाव का दर्द नहीं समझ सकते। जबकि उनकी मां ने अभाव में रहते हुए भी उन्हें जीवन के सबसे बड़े मूल्य दिए।

    🔹 मां के आशीर्वाद का ज़िक्र

    मोदी ने कहा—“मां ने अपने जीवन का हर पल अपने बच्चों के लिए समर्पित किया। उनकी तपस्या ही मुझे आज इस मुकाम तक लाई है।”

    PM Modi on Congress पीएम मोदी ने कहा, “मैं भी एक बेटा हूं, और इतने सारे माता-बहनों को देखकर आज मैं अपना दुख साझा कर रहा हूं, ताकि आप लोगों के आशीर्वाद से मैं इसे झेल पाऊं. मैं करीब 55 साल से समाज और देश सेवा में लगा हूं. समाज के लिए मुझसे जो हो सकता है, उसे करने का प्रयास किया है. ऐसा करने के लिए मुझे मेरी मां का आशीर्वाद प्राप्त रहा है. मेरी मां ने मां भारती की सेवा करने को कहा, लेकिन मुझे इस बात की पीड़ा है कि जिन्होंने देशसेवा के लिए भेजा, उन्हें ही अपमानित किया गया.”

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    Bihar : पीएम मोदी की मां के लिए अभद्र भाषा, बिहार में बढ़ा विवाद #PoliticalControversy #BiharPolitics #RespectMothers

  • SCO समिट: शहबाज शरीफ सिर्फ मुखौटा, असली कमान आसिम मुनीर के हाथ?

    SCO समिट: शहबाज शरीफ सिर्फ मुखौटा, असली कमान आसिम मुनीर के हाथ?

    SCO समिट में दिखने के बाद फिर उठे सवाल

    पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर वही पुराना सवाल गूंज रहा है—क्या प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ वास्तव में सत्ता चला रहे हैं या फिर सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के हाथ में असली कमान है? शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में शरीफ की मौजूदगी ने इस बहस को और हवा दे दी है।

    “शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी ने एक बार फिर चर्चा छेड़ दी है। सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई पाकिस्तान में सत्ता की बागडोर शरीफ के हाथ में है, या फिर असली कमान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के पास है? पाकिस्तान की सियासत पर ये पुराना सवाल एक बार फिर नए अंदाज़ में सामने आया है।”

    SCO समिट
    SCO समिट

    SCO समिट लोकतांत्रिक मुखिया या सिर्फ प्रतिनिधि?

    पाकिस्तान के इतिहास में यह धारणा हमेशा से बनी रही है कि लोकतांत्रिक सरकारें महज़ ‘फिगरहेड’ होती हैं, जबकि असली फैसले सेना लेती है। शहबाज शरीफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन देश के भीतर आर्थिक संकट, विदेशी कर्ज और सुरक्षा नीतियों पर सेना की सीधी पकड़ देखी जाती है।

    SCO समिट
    SCO समिट

    SCO समिट आसिम मुनीर की ताकत

    जनरल आसिम मुनीर को मौजूदा वक्त में पाकिस्तान का सबसे ताकतवर शख्स माना जाता है। इमरान खान के खिलाफ कार्रवाई से लेकर IMF के साथ बातचीत और विदेश नीति तक, हर बड़े फैसले में उनकी भूमिका अहम बताई जाती है। यही वजह है कि पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि असली सत्ता रावलपिंडी (सेना मुख्यालय) के पास है, इस्लामाबाद के पास नहीं।

    जनरल आसिम मुनीर
    जनरल आसिम मुनीर

    विशेषज्ञों की राय

    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान में सेना की भूमिका सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं रही, बल्कि उसने हमेशा राजनीतिक ढांचे पर भी असर डाला है। ऐसे में शहबाज शरीफ की भूमिका महज़ प्रशासनिक चेहरा बनने तक सिमट जाती है।

    आगे क्या?

    SCO समिट के बाद भले ही शहबाज शरीफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन देश के भीतर बढ़ते आर्थिक संकट और जनता के गुस्से के बीच असली फैसलों पर सेना की पकड़ सवालों के घेरे में बनी हुई है।


    Modi-Putin की मुलाकात की तस्वीरें चीन के सोशल मीडिया पर छाई

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  • Uttarakhand: 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा

    Uttarakhand: 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा

    “उत्तराखंड में 2027 विधानसभा चुनाव अभी दूर है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अभी से अपनी तैयारी तेज़ कर दी है। सरकार की योजनाओं से लेकर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज़ है। पार्टी का फोकस है जनता तक सीधे पहुँच बनाना और 2027 में दोबारा सत्ता में वापसी करना।

    Uttarakhand: उत्तराखंड में भाजपा मिशन 2027 की राह पर निकल पड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार विकास कार्यों और योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। वहीं संगठन स्तर पर बूथ कमेटियों को सक्रिय करने पर जोर दिया जा रहा है।”

    Uttarakhand 2027 “सरकार का दावा है कि डबल इंजन की ताक़त से राज्य में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव आए हैं।”

    Uttarakhand
    Uttarakhand

    “भाजपा ने तय किया है कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाएँगे। खासतौर से महिलाओं, युवाओं और नए मतदाताओं को जोड़ने पर ध्यान होगा।”

    Uttarakhand विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा

    उत्तराखंड प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। चाहे संगठन विस्तार की बात की जाए या मंत्रिमंडल विस्तार की इसको लेकर भी भाजपा के भीतर मंथन चल रहा है। वहीं इस विषय पर बात करते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि भाजपा कार्यकारिणी का विस्तार जल्द हो सकता है। भाजपा के संगठनात्मक जिलों में मंडलों का विस्तार हो चुका है।

    “राज्य की राजनीति में पहाड़ी इलाकों के स्थानीय मुद्दे हमेशा से अहम रहे हैं। ऐसे में भाजपा इन्हीं मुद्दों पर जनता से सीधा संवाद बनाकर चुनावी जमीन मजबूत करने में जुटी है। विपक्ष कहाँ तक चुनौती पेश करता है, ये देखना दिलचस्प होगा।”

    “यानी साफ है कि 2027 की जंग अभी दूर है, लेकिन उत्तराखंड में भाजपा ने जीत की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अब देखना ये होगा कि जनता 2027 में किसके पक्ष में फैसला सुनाती है।”

    BJP Vs Congress : फर्जी वोटिंग विवाद और राजनीतिक घमासान

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  • No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी

    No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी

    No Stress Only Health & Taste स्प्राउट्स: स्प्राउट्स को उबालकर उसमें टमाटर और खीरे जैसी सब्ज़ियाँ मिलाई जाती हैं। इस चाट में अच्छा प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। स्प्राउट्स चाट स्वाद से समझौता किए बिना एक स्वस्थ नाश्ते का आनंद लेने का बेहतरीन तरीका है।

    स्प्राउट्स चाट (10 मिनट में तैयार) No Stress Only Health & Taste

    सामग्री:

    • 1 कप उबले हुए अंकुरित मूंग/चना (sprouts)
    • 1 छोटा प्याज (बारीक कटा)
    • 1 छोटा टमाटर (बारीक कटा)
    • 1 खीरा (बारीक कटा)
    • 1 हरी मिर्च (बारीक कटी)
    • 1 नींबू का रस
    • 1 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर
    • स्वादानुसार काला नमक/सेंधा नमक
    • 1 चम्मच हरी चटनी (वैकल्पिक)
    • थोड़ी धनिया पत्ती (बारीक कटी)
    • अनार के दाने (गार्निश के लिए, वैकल्पिक)
    No Stress Only Health & Taste
    No Stress Only Health & Taste

    विधि:

    1. एक बड़े बाउल में उबले अंकुरित मूंग/चना डालें।
    2. इसमें प्याज, टमाटर, खीरा और हरी मिर्च मिलाएँ।
    3. अब नींबू का रस, भुना जीरा पाउडर और काला नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें।
    4. चाहें तो स्वाद बढ़ाने के लिए हरी चटनी मिला लें।
    5. ऊपर से धनिया पत्ती और अनार दाने डालकर सर्व करें।

    हेल्दी बेनिफिट्स: No Stress Only Health & Taste

    • प्रोटीन और फाइबर से भरपूर। बिना तला–भुना, कम कैलोरी। पचने में आसान और टेस्टी।

    No Stress Only Taste “बनारस की टमाटर चाट – स्वाद ऐसा कि नीता अंबानी से लेकर बॉलीवुड स्टार्स तक सब हैं फैन!

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  • Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी

    Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी

    ज्योतिष, धर्म और कर्म सिद्धांत तीनों को जोड़कर ग्रहों के प्रकोप और उनके शमन की व्याख्या करता है। इसे संक्षेप और स्पष्ट रूप में ऐसे समझ सकते हैं।

    Dharmik राहु और कुत्ते का संबंध

    राहु का प्रतिनिधि जीव कुत्ता माना गया है। इसीलिए कुत्तों को भोजन कराना राहु को प्रसन्न करता है और उन्हें कष्ट देना राहु की उग्रता बढ़ाता है।

    Dharmik कर्म और ग्रहों का रिश्ता

    शास्त्र कहते हैं – “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा” → यानी हर कर्म का फल निश्चित है। ग्रहों का अशुभ प्रभाव कई बार पूर्व जन्म के कर्मों और वर्तमान कर्मों का परिणाम होता है। इसलिए ग्रहों के दोष न केवल यज्ञ, मंत्र, रत्न से, बल्कि जीवों की सेवा और सदाचार से भी कम किए जा सकते हैं।

    “जब राहु वक्री होता है, तब कुत्तों से जुड़ता है कर्म का रहस्य।”

    राहु वक्री होने और कुत्तों का गहरा संबंध ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है।

    राहु और कुत्तों का संबंध

    1. राहु का वाहन
      – पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राहु का वाहन कुत्ता माना जाता है।
      – इस कारण कुत्ते राहु के प्रभाव को दर्शाते हैं।
    2. उपायों में कुत्ते का महत्व
      – राहु या केतु से जुड़े दोष (जैसे राहु महादशा, राहु वक्री, राहु काल में कष्ट) में ज्योतिषाचार्य अक्सर कुत्तों को भोजन कराने की सलाह देते हैं।
      – खासकर काले कुत्ते को रोटी, दूध या तिल मिले आटे की गोलियाँ खिलाना शुभ माना जाता है।
    3. आध्यात्मिक दृष्टि से
      – कुत्तों को राहु का प्रतीक माना जाता है क्योंकि वे अदृश्य शक्तियों (जैसे किसी अदृश्य खतरे) को भाँप लेते हैं।
      – राहु अदृश्य और मायावी ग्रह है, इसलिए कुत्तों का स्वभाव उससे जुड़ा हुआ है।

    जब राहु वक्री होते हैं, तो उनके दोषों को कम करने और शुभ फल पाने के लिए कुत्तों को भोजन कराना, उनकी सेवा करना और उनसे दुर्व्यवहार न करना धार्मिक व ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी माना गया है।

    जीवों और परिजनों से ग्रह शांति

    Dharmik
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    ग्रहों का सीधा संबंध हमारे नज़दीकी रिश्तों और व्यवहार से माना गया है:

    • ☀️ सूर्य रुष्ट → पिता को प्रसन्न करें, सेवा करें
    • 🌙 चंद्र रुष्ट → माता को प्रसन्न करें
    • ♂️ मंगल रुष्ट → भाई-बहन का सम्मान करें
    • ☿️ बुध रुष्ट → मामा/बंधुजनों को सम्मान दें
    • गुरु रुष्ट → गुरुजनों, वृद्धों की सेवा करें
    • ♀️ शुक्र रुष्ट → पत्नी या जीवनसाथी का मान-सम्मान करें
    • शनि रुष्ट → सेवकों, गरीब और श्रमिकों की मदद करें
    • राहु रुष्ट → कुत्तों की सेवा/भोजन कराएँ
    • केतु रुष्ट → कुष्ठ रोगी, साधु-संतों की सेवा करें

    “राहु की वक्री चाल, कुत्तों के साथ आपके कर्मों का हिसाब।”

    केवल रत्न पहनने या यज्ञ कराने से ही ग्रह शांत नहीं होते। असली उपाय है – मानवता, जीवों की सेवा और परिवारजनों के प्रति कर्तव्य निभाना। जब हम जीवों और परिजनों के प्रति परोपकार व सम्मान का भाव रखते हैं, तो अशुभ ग्रह भी प्रसन्न होकर अपना दोष कम कर देते हैं।

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    “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”