UP: सियासी विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस को रायबरेली से राहुल गांधी का सांसद रहना फायदेमंद है। केंद्रीय प्रस्ताव भेजा जाएगा।
राहुल गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, वायनाड छोड़कर रायबरेली से सांसद बने रह सकते हैं। प्रदेश नेतृत्व केंद्रीय कमेटी को प्रस्ताव भेज रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों ने भी इस कदम को कांग्रेस के लिए फायदेमंद बताया है। उनका दावा है कि राहुल गांधी के रायबरेली से सांसद रहने से पार्टी को पूरे उत्तर भारत में लाभ होगा।
UP: 3.90 लाख मतों से जीत हासिल
UP: वायनाड में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 3.64 लाख मतों से और रायबरेली में 3.90 लाख मतों से जीत हासिल की है। उन्हें वायनाड में 59.69% और रायबरेली में 66.17%。 अब रायबरेली में राहुल गांधी के वायनाड छोड़ने या नहीं छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रदेश के सभी नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि वह रायबरेली में रहेगा।
UP: राहुल गांधी को रायबरेली में रोकने का प्रस्ताव शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में पारित होगा। केंद्रीय नेतृत्व को इसका पता लगाया जाएगा। पूर्वी जिला जज बीडी नकवी, जो 10 मई को लखनऊ में हुए संविधान बचाओ सम्मेलन के संयोजक मंडल में शामिल थे, कहते हैं कि युवाओं में राहुल गांधी की आरक्षण और रोजगार की बहस ने उत्साह पैदा किया और कांग्रेस को लोकसभा में छह सीटें मिलीं।
कांग्रेस का वोटबैंक उन सीटों पर बढ़ा है जहां वह हार गई है। यही कारण है कि राहुल गांधी को रायबरेली से सांसद रहते हुए उत्तर प्रदेश में ज्यादा काम करना चाहिए। समूचे उत्तर भारत इससे लाभान्वित होगा। दलितों और अल्पसंख्यकों दोनों ने कांग्रेस की ओर रुझान व्यक्त किया है।
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UP: राहुल गांधी को वायनाड छोड़कर रायबरेली से ही सांसद रहने की उम्मीद, प्रस्ताव भेजा जाएगा
Rahul Gandhi Lok Sabha Seat Live : राहुल की वायनाड और रायबरेली की दोनों सीट फंस गई ? Congress