Up Praygaraj: साल 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ होगा। इसके लिए शाही स्नान की तिथियां निर्धारित की गई हैं। देश भर के संत महंत 12 अक् टूबर को दशहरे के अवसर पर प्रयागराज की ओर प्रस्थान करेंगे।
पंच दशनाम जूना अखाड़े ने 2025 में शाही पेशवाई और नगर प्रवेश की तिथियां घोषित कर दी हैं। 12 अक् टूबर को विजयदशमी पर देश भर में फैले अखाड़े के नागा संन्यासी, महामंडलेश्वर, महंत, साधु-संत और मठाधीश प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेंगे। तीन नवंबर को यम द्वितीया पर, संगम की रेती पर लगने वाले कुंभ नगर के शिविर में हाथी-घोड़े, बग्घी, सुसज्जित रथों और पालकियों के साथ जूना अखाड़े की पेशवाई होगी।
संन्यासियों के सबसे बड़े पंच दशनाम जूना अखाड़े ने कढ़ी-पकौड़ा, शाही स्नान, पेशवाई और नगर प्रवेश की तिथियां निर्धारित की हैं। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सभापति महंत प्रेम गिरि की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया गया, जिनमें महाकुंभ के स्नान पर्वों की व्यवस्था शामिल थी।
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि, अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरि, महंत मोहन भारती, जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव महंत महेशपुरी और महंत शैलेंद्र गिरि की उपस्थिति में नगर प्रवेश की तिथि और समय निर्धारित किया गया। महंत हरि गिरि ने बताया कि जूना अखाड़े के प्रमुख पदाधिकारियों की मौजूदगी में महाकुंभ में भाग लेने, नगर प्रवेश करने, धर्मध्वजा पूजन, नागा संन्यासियों के लिए भूमि आवंटन और कुंभ शिविर में प्रवेश सहित अन्य तिथियों को मुहूर्त के अनुसार निर्धारित किया गया है।
16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर अखाड़े के रमता पंच, नागा संन्यासी, मठाधीश, महामंडलेश्वर और आश्रमधारी शहर से बाहर रामपुर में सिद्ध हनुमान मंदिर परिसर में पहुंचेंगे। तीन नवंबर, यम द्वितीया पर, रमता पंच की अगुवाई में जूना अखाड़ा पूरे लाव-लश्कर, बैंड बाजा और पालकियों के साथ नगर में जुलूस की तरह प्रवेश करेगा। 23 नवंबर को काल भैरव अष्टमी के दिन कुंभ मेला छावनी में धर्म ध्वजा स्थापित करने के लिए आवंटित भूमि का पूजन किया जाएगा।
14 दिसंबर को जूना अखाड़ा में अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि के नेतृत्व में पेशवाई निकाली जाएगी। पेशवाई समूह के साथ कुंभ मेला छावनी में प्रवेश करेगी। 13 जनवरी को प्रथम शाही स्नान से पहले वेणी माधव भगवान की पूजा के बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी और नगर परिक्रमा की जाएगी।
Up Praygaraj: शाही स्नान
- 14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति
- 29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
- 3 फरवरी 2025 – वसंत पंचमी
Up Praygaraj: अन्य महत्वपूर्ण स्नान
- 13 जनवरी – पौष पूर्णिमा
- 12 फरवरी – माघी पूर्णिमा
- 26 फरवरी – महाशिवरात्रि पर्व
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Up Praygaraj: 12 अक्टूबर को महाकुंभ नगरी सजने लगेगी, संत-महंत संगम तट पर प्रस्थान करेंगे
Mahakumbh 2024 Update: संगम नगरी में बनेगी टेंट सिटी | Tent City Prayagraj | Hindi News Baat Pate Ki