USA: ‘पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना यूरोप और अन्य देशों के साथ मजबूत रिश्ते चाहता है,’ पटेल ने कहा। साथ ही, वह यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके रूस की सहायता कर रहा है।
गुरुवार को अमेरिका ने कहा कि चीन, यूरोप और रूस के साथ एक साथ अच्छे संबंध नहीं हो सकते। अमेरिका ने कहा कि चीन यूरोप के साथ मजबूत रिश्ते बनाए और यूक्रेन युद्ध के बीच रूस का समर्थन करता रहे, ऐसा नहीं हो सकता। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने ऐसा कहा।
USA: अमेरिका ने चीन को बताया कि ऐसा नहीं होगा
‘पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना यूरोप और अन्य देशों के साथ मजबूत रिश्ते चाहता है,’ पटेल ने कहा। साथ ही, वह यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके रूस की सहायता कर रहा है। विशेष बात यह है कि वे सिर्फ अमेरिका नहीं, बल्कि जी7, नाटो और यूरोपीय देशों का भी मानते हैं।पटेल ने कहा कि रूस की मदद करके चीन न सिर्फ यूक्रेन की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है, बल्कि यूरोप की सुरक्षा को भी खतरे में डाल रहा है। यह सब चलता रहेगा, बीजिंग यूरोप के साथ अच्छे रिश्ते नहीं बना सकता।’
USA: पुतिन चीन दौरे पर हैं
अमेरिका का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रूस का दौरा कर रहे हैं। रूस के पांचवीं बार राष्ट्रपति बनने के बाद पुतिन ने अपने पहले विदेश दौरे पर चीन में शी जिनपिंग से मुलाकात की। संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका को घेर लिया और उसे परमाणु बैलेंस को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। दोनों नेताओं ने रक्षा साझेदारी को रूस-चीन में बढ़ाने पर भी सहमति जताई। जिनपिंग ने कहा कि हम राजनीतिक समझौते के तहत यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के पक्ष में हैं। रूस और चीन की दोस्ती दुनिया भर में चल रही वर्चस्व की लड़ाई को स्थिर करती है।
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USA: अमेरिका ने चीन को सलाह दी: यूरोप या रूस में से किसी एक को चुनें, दोनों मिलकर काम नहीं कर सकते।
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