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Vikram: छिंदवाड़ा में कांग्रेस को फिर से झटका, कमलनाथ के करीबी महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल

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Vikram: छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस के उम्मीदवार नकुलनाथ को गुस्सा आया। शाह को गद्दार बताया गया। बाद में छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने भी भाजपा को अपनाया।

कांग्रेस को लोकसभा चुनावों में वोटिंग से पहले एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस ने कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके को भी भाजपा में शामिल किया है। अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह ने इससे पहले भाजपा का दामन थामा था। कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने इस पर उन्हें गद्दार बताया। यह एक आदिवासी नेता का अपमान था, इसलिए विक्रम अहाके ने कथित तौर पर भाजपा में शामिल हो गया।

सोमवार को छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा का सदस्य बनाया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दौरान कहा कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को लेकर दिए गए बयान से अहाके आहत हो गए हैं। शाह एक आदिवासी नेता हैं।

Victor Ashok भी आदिवासी हैं। विक्रम के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम में जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय और पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हो गए।

Vikram: बहुत गड़बड़ की है कमलनाथजी ने 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में बहुत बुरा काम किया है। नकुलनाथ ने आदिवासी क्षेत्र को अपमानित किया था। आदिवासी समाज का अपमान करते हुए, उन्होंने विधायक कमलेश शाह को बेइमान और गद्दार बताया। आहत होकर विक्रम अहाके ने कहा कि मुझे उस पार्टी में नहीं रहना चाहिए, जहां आदिवासी समुदाय को अपमानित किया जाता है। भाजपा उनका संगठन है। छिंदवाड़ा के विकास में कोई कमी नहीं होगी। इस अवसर और विक्रम अहाके ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में देश और प्रदेश आगे बढ़ रहे हैं। इस बार छिंदवाड़ा में कमल का फूल ही खिलेगा।

Vikram: यह नेता भी छिंदवाड़ा से भाजपा में शामिल हो गया था।

छिंदवाड़ा जिले में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लगातार निशाना बनाया है। कुछ दिन पहले, छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस के सात पार्षदों ने भाजपा में शामिल हो गया था। 16 सरपंचों सहित पाढुर्ना नगर पालिका अध्यक्ष संदीप घोटोड़े ने पहले ही भाजपा में शामिल हो गया था। पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के पुत्र अजय सक्सेना, कमलनाथ के करीबी सैयद जाफर और पूर्व मंत्री तेजीलाल सरयाम की बहू सुहागवती सरयाम ने कांग्रेस छोड़ दी है। अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह ने पहले विधायकी छोड़ दी, फिर कांग्रेस में शामिल हुए। भाजपा उन्हें उपचुनाव में उतार सकती है।

Kamalanath आज भी सम्माननीय हैं और कल भी रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं ने कमलेश शाह को भाजपा में लाया है। जनता जमीन स्तर पर योजनाओं से लाभ उठा रही है। उनका कहना था कि वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज नहीं हैं। शाह ने कहा कि कमलनाथ जी आज भी उनके लिए सम्माननीय थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे।

मोदी लहर में भी भाजपा को जीत नहीं मिली

2014 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर जीत नहीं मिली। Kamalanath ने नौ बार लोकसभा का चुनाव जीता है। वह यहां से दो बार विधायक भी रहे। 2019 में भाजपा को जीतने में असफल रही एकमात्र सीट छिंदवाड़ा थी। कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा की सातों सीटें जीतीं।

कांग्रेस छिंदवाड़ा परिषद में अल्पमत में है

सभापति और बहुत से पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस अब छिंदवाड़ा नगर निगम में अल्पमत में है। यदि ऐसा ही रहा तो कांग्रेस को और भी मुसीबत झेलनी पड़ी होगी। विक्रम अहाके ने 3547 वोटों से नगर निगम चुनाव जीता। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने विक्रम के चुनाव जीतने पर छिंदवाड़ा को भाजपा से मुक्त जिला बताया। लोकसभा चुनाव से पहले विक्रम ने कांग्रेस छोड़ दी।

Vikram: छिंदवाड़ा में कांग्रेस को फिर से झटका, कमलनाथ के करीबी महापौर विक्रम अहाके भी भाजपा में शामिल

छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने ली BJP की सदस्यता, कांग्रेस ने खोया एक और बड़ा चेहरा | Vikram Ahake

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