Varanasi Power: इस बार वाराणसी में भारी गर्मी ने लोगों को बहुत परेशान किया। बिजली की कटौती से लोग बहुत गर्म हो गए। फीडर रिमोर्ट टर्मिनल यूनिट की रिपोर्ट बताती है कि स्थिति है। इस रिपोर्ट ने अप्रैल से जुलाई के बीच विद्युत कटौती की स्थिति बताई है।
इस बार उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बिजली संकट ने लोगों को बहुत परेशान कर दिया। बिजली की कटौती और ट्रिपिंग के मामले इतने बढ़ गए कि लोग गर्मी में झूलते रहे। फीडर रिमोट टर्मिनल यूनिट ने वस्तुस्थिति की रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट इलाके में विद्युत कटौती की समस्या बताती है। अप्रैल से जुलाई के बीच, बिजली संकट को ट्रिपिंग और फॉल्ट ने सबसे अधिक गहराया। 2272 घंटे कम बिजली सप्लाई के कारण गर्मी से परेशान लोगों को पसीना आया।
इस रिपोर्ट ने परिस्थिति की गम्भीरता को उजागर किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच पूर्वांचल के सभी स्टेशनों के फीडर 2 लाख 53 हजार बार चले गए। उपभोक्ताओं को इससे कम बिजली मिली। वाराणसी के पहले और दूसरे क्षेत्रों में 465 घंटे की कटौती की गई। वहीं, शहर के आसपास सारनाथ क्षेत्र में बिजली ने सबसे अधिक 296 घंटे काम किया।’
Varanasi Power: बहुत खराब हालात
फीडर रिमोट टर्मिनल यूनिट की रिपोर्ट से बड़ी तस्वीर मिली है। यह चित्र बिजली कटौती के दौरान बनाया गया है, जब पूरा क्षेत्र भयंकर गर्मी से जल गया था। रिपोर्ट के अनुसार, वाराणसी क्षेत्र पहले में 11 केवी के फीडर 35,344 बार गुजरे। इससे लोगों को 135 घंटे बिजली नहीं मिली। वहीं, वाराणसी ज़ोन 2 के जौनपुर, चंदौली और गाजीपुर जिलों के फीडर 20,149 बार पार हुए। ट्रिपिंग के दौरान बिजली करीब 230 घंटे खर्च की गई।
मिर्जापुर क्षेत्र में 20,120 बार फीडर ट्रिप होने से करीब 250 घंटे बिजली संकट हुआ। आजमगढ़ क्षेत्र में फीडर 33,163 पर चले गए। इससे लोगों को बिजली के बिना 272 घंटे रहना पड़ा।
Varanasi Power: शहरी क्षेत्र में भी संकट
सुदूर इलाकों और वाराणसी शहरी क्षेत्र में भी लोगों को भारी बिजली कटौती हुई। छठे डिवीजन, जो सभी स्टेशनों पर अच्छी तरह ट्रिपिंग और कटौती हुई, 296 घंटे बिजली कटी रही। वहीं, आठवें डिवीजन में 122 घंटे बिजली कटी, पहले डिवीजन में 123 घंटे, पांचवें डिवीजन में 155 घंटे, सातवें डिवीजन में 124 घंटे, तीसरे डिवीजन में 51 घंटे, दूसरे डिवीजन में 71 घंटे और बड़ईपुर सेकंड डिवीजन में 43 घंटे बिजली कटी, जबकि दूसरे डिवीजन में 71 घंटे और दूसरे डिवीजन में 71 घंटे चंदौली सर्किल में 347 घंटे, गाजीपुर सर्किल में 461 घंटे, जौनपुर फर्स्ट सर्किल में 86 घंटे और सेकंड सर्किल में 461 घंटे बिजली ठप रही।
Varanasi Power: कम पूर्व तैयारी
बिजली विभाग ने गर्मी के लिए कुछ नहीं किया था। वास्तव में, ठंड में सभी स्टेशनों को ठीक करने और फीडर बदलने के लिए बिजली कटौती होती है। बिजली विभाग उस समय गर्मी की तैयारी के लिए बिजली काटता है, लेकिन इस बार लोगों को गर्मी में बहुत मुश्किल हो गया। चीफ इंजीनियर अरविंद कुमार सिंघल ने कहा कि ट्रिपिंग काम करने की पूरी कोशिश की गई है। नवीन फीडर बनाकर लोड कम हुआ। हालाँकि, इस बार रिकार्ड तोड़ गर्मी की वजह से विद्युत की मांग अधिक रही। लोड बढ़ने से ट्रिपिंग समस्या पैदा हुई।
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Varanasi Power: 2272 घंटे कम बिजली 2.53 लाख ट्रिपिंग वाराणसी की गर्मियों में विभाग ने रुला दिया
Delhi से Varanasi जा रही इंडिगो फ़्लाइट में बम की सूचना, विस्तार से अन्य ख़बरें | Naya Savera
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