Himachal Cold Wave हिमाचल में बढ़ी सर्दी जमने लगे नदी-नाले, कांप उठा लाहौल-स्पीति
Himachal Cold Wave हिमाचल में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड: कुकुमसेरी में पारा -4.5°C, जमने लगे नदी-नाले; जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम हिमाचल प्रदेश में सर्दी ने दस्तक दे दी है। लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में तापमान -4.5°C तक पहुंच गया, जिससे नदी-नालों का पानी जमने लगा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और ठंड बढ़ने की चेतावनी दी है।
हिमाचल प्रदेश में सर्दी ने इस सीजन का सबसे तीखा रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में पारा शून्य से नीचे जा चुका है और नदी-नालों का पानी जमने लगा है। लाहौल-स्पीति जिले के कुकुमसेरी में तापमान -4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है।
हिमाचल बर्फबारी Himachal Cold Wave
बर्फीली हवाओं और लगातार गिरते तापमान के कारण लाहौल, स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, और चंबा के ऊपरी इलाकों में लोगों का जनजीवन प्रभावित होने लगा है। सुबह और रात के समय ठिठुरन इतनी बढ़ गई है कि लोगों को घरों में हीटिंग उपकरणों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी, क्योंकि उत्तर भारत की ओर से बर्फीली हवाएं लगातार बह रही हैं। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में लाहौल-स्पीति और किन्नौर में तापमान -5 डिग्री तक गिर सकता है। शिमला, मनाली और डलहौजी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर भी ठंड का असर तेज़ी से महसूस किया जा रहा है। शिमला में न्यूनतम तापमान 3.2°C, जबकि मनाली में 1.5°C तक दर्ज किया गया। दिन में धूप निकलने के बावजूद ठंडी हवाएं माहौल को कंपकंपा रही हैं।

हिमाचल में जम गया पानी
लाहौल-स्पीति से आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि नदी-नालों का पानी बर्फ में तब्दील हो चुका है। सुबह की ओस और नलों से निकलता पानी भी बर्फ के टुकड़ों में बदल गया है। कई गांवों में पेड़-पौधों की टहनियों पर भी बर्फ की परत जम गई है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है कि पहाड़ी रास्तों पर यात्रा करते समय सतर्क रहें क्योंकि कुछ इलाकों में सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं। लाहौल और किन्नौर के कुछ हिस्सों में रात के समय यातायात पर भी अस्थायी रोक लगाई गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस हफ्ते हिमाचल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है, जबकि निचले इलाकों में कोहरा और पाला पड़ने की संभावना है। इससे कृषि गतिविधियों पर भी असर पड़ सकता है।

रोहतांग पास पहुंच रहे सैलानी Himachal Cold Wave
हिमाचल पर्यटन विभाग ने सैलानियों को सलाह दी है कि वे ऊंचाई वाले इलाकों की यात्रा करते समय गरम कपड़े, बूट और दवाइयां साथ रखें। हालांकि, ठंड बढ़ने के बावजूद पर्यटन का आकर्षण कम नहीं हुआ है। मनाली और शिमला में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो बर्फबारी की पहली झलक देखने को उत्साहित हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह ठंड पिछले पांच सालों की तुलना में अधिक प्रचंड है। किसानों ने भी चिंता जताई है कि अगर तापमान लगातार नीचे गया तो फसलों और बागानों पर इसका असर पड़ सकता है। फिलहाल, मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले दिनों में अत्यधिक ठंड और पाला पड़ने की संभावना है। हालांकि, अभी तक किसी बड़ी बर्फबारी की चेतावनी नहीं दी गई है। कुल मिलाकर, हिमाचल में सर्दियों का असली रंग दिखने लगा है — बर्फ से ढकी चोटियां, जमते झरने और ठंडी हवाओं की सिहरन अब राज्य को एक “विंटर पैराडाइज़” में बदल रही हैं।
Table of Contents
गुजराती न्यूज़ देखने के लिए फेसबुक पेज फोलो करने के लिए VR लाइव से जुड़िये
शोर्ट वीडियोज देखने के लिए VR लाइव से जुड़िये
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट केस में बड़ा मोड़ — बरामद हुई मिसिंग ब्रेजा कार
