Lawrence Bishnoi NIA ने गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, 15 दिन की कस्टडी की मांग
Lawrence Bishnoi गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई के भाई, को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित कर NIA ने दिल्ली में गिरफ्तार किया। एजेंसी ने अदालत से उसकी 15 दिन की ट्रांज़िट कस्टडी की मांग की है, ताकि अपराध नेटवर्क की तह तक पहुंचा जा सके।
दिल्ली — कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया है, जहां एजेंसी ने उसकी 15 दिन की ट्रांज़िट कस्टडी की मांग की है। अनमोल, जिन पर हाई-प्रोफाइल मामलों का आरोप है, उन्हें हाल ही में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया।
पलटवार और गिरफ्तारी का क्रम
अनमोल बिश्नोई, जो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है, लंबे समय से वांछित था। उसकी मोस्ट वांटेड सूची में नाम था और NIA ने उसके खिलाफ 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
माना जा रहा है कि वह 2022 से गलत पासपोर्ट (नाम “भानू प्रताप”) का उपयोग करके अमेरिका में छिपा हुआ था। लेकिन अब उसे डिपोर्ट कर भारत लाया गया है। एयरपोर्ट पहुंचते ही NIA की टीम ने उसे हिरासत में ले लिया।


कोर्ट में पेशी और कस्टडी की मांग Lawrence Bishnoi
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारने के बाद, अनमोल को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्टमें पेश होने के बाद NIA ने अदालत से उसकी 15 दिन की ट्रांज़िट रिमांड की मांग की है, ताकि एजेंसी उसकी निशानदेही, संपर्कों और आपराधिक नेटवर्क की गहरी जांच कर सके।
गंभीर आरोप और आपराधिक नेटवर्क Lawrence Bishnoi
अनमोल पर कई गंभीर आरोप हैं। NIA और अन्य जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह बाबा सिद्दीकी की हत्या, पॉपुलर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, और सलमान खान के घर गोलीबारी जैसी घटनाओं में शामिल है। इसके अलावा, उसकी क्राइम नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है—पुलिस ने उसके खिलाफ लगभग 31 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें हथियार तस्करी, एक्सटॉर्शन, ड्रग सपोर्ट और वसीला-नेटवर्क शामिल है।
पंजाब पुलिस ने पहले ही केंद्रीय एजेंसियों को उसके विदेश भागने और पासपोर्ट धोखाधड़ी के बारे में “सक्रिय खुफिया सूचना” दी थी। उसके उपयोग किए गए पासपोर्ट की कॉपी पंजाब पुलिस ने साझा की थी जिसमें उसने फर्जी नाम भानू प्रताप इस्तेमाल किया था।
NIA की रणनीति और आगे की जांच
NIA इस कस्टडी का इस्तेमाल अनमोल की गैंग संरचना, अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और अंदाजों का गहराई से विश्लेषण करने के लिए करना चाहती है। ट्रांज़िट कस्टडी की मांग इसलिए की गई है ताकि एजेंसी उसे अन्य मुकदमों में शामिल विभिन्न राज्यों (जैसे दिल्ली, पंजाब, राजस्थान आदि) की पुलिस को सौंप सके या उन्हें उसकी गिरफ्तारी की वजह से खुलने वाले नए राजों का खुलासा कर सके।
एजेंसी की निगाहें इस नेटवर्क पर हैं कि वह किस तरह विदेशों से वित्तीय मदद, हथियार सप्लाई और लॉजिस्टिक्स प्रदान करता था। NIA को उम्मीद है कि उसकी कस्टडी में कई संदिग्धों और इस अपराध सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचना आसान होगा।
अहमियत और संभावित प्रभाव Lawrence Bishnoi
अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी और भारत वापसी एक बड़ा झटका माना जा रहा है लॉरेंस बिश्नोई गैंग और उससे जुड़े अंतर्राज्यीय आपराधिक नेटवर्क के लिए। यह कदम सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है — इससे जुड़े कई अपराधों की तह में जाने, शक्तिशाली गैंग कनेक्शंस को उजागर करने और देश भर में अपराध संरचना को कमजोर करने का उद्देश्य है।
NIA की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि भारत की जांच एजेंसियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भागे अपराधियों को पकड़ने और उन्हें कोर्ट के समक्ष लाने में सक्रिय रूप से शामिल हैं। इसमें यह संदेश भी निहित है कि अपराधी चाहे विदेश में हों, लेकिन उनका नेटवर्क और उनके अपराधों की जड़ें भारत में हैं — और उन तक पहुंचने की प्रक्रिया तेज़ हो रही है।
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