Millets vs Rice: बाजरा या चावल? हेल्दी डाइट का असली सुपरफूड कौन? जानें एक्सपर्ट की राय!
Millets vs Rice: जानें बाजरा या चावल में कौन है वज़न घटाने, डायबिटीज कंट्रोल और हेल्दी डाइट के लिए बेहतर विकल्प। एक्सपर्ट की राय।
हमारी थाली में चावल और बाजरा दोनों की अपनी-अपनी जगह है, लेकिन पिछले कुछ सालों में मिलेट्स (बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो, कंगनी आदि) को सुपरफूड के तौर पर खूब सराहा जा रहा है। वहीं सफेद चावल का सेवन भारत में सबसे ज़्यादा किया जाता है, लेकिन इसे लेकर अक्सर सवाल उठते हैं—क्या यह वजन बढ़ाता है? क्या मिलेट्स चावल से ज़्यादा हेल्दी हैं? वज़न घटाने के लिए कौन-सा विकल्प बेहतर है?
एक्सपर्ट्स के अनुसार इस तुलना को समझने के लिए आपको पोषक तत्व, फाइबर, ग्लाइसेमिक इंडेक्स और वजन नियंत्रण जैसे पहलुओं को देखना होगा।
1. न्यूट्रिशन का फर्क: कौन है ज्यादा पौष्टिक?

सफेद चावल (White Rice):
- सफेद चावल को पॉलिश किया जाता है, जिससे इसका फाइबर और मिनरल कम हो जाते हैं।
- इसमें मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट होता है, जो जल्दी पच जाता है।
- यह ऊर्जा तो देता है पर लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस नहीं कराता।
मिलेट्स (बाजरा, ज्वार, रागी):
- मिलेट्स फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे यह पेट लंबे समय तक भरा रखते हैं।
- इनमें कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, प्रोटीन और कई आवश्यक मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- मिलेट्स में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो शरीर में सूजन कम करने में मदद करते हैं।
👉 निष्कर्ष: न्यूट्रिशन के मामले में मिलेट्स चावल की तुलना में कई गुना बेहतर हैं।
2. वजन घटाने के लिए कौन बेहतर है?
एक्सपर्ट कहते हैं कि वजन घटाने में सबसे बड़ा रोल फाइबर और ग्लाइसेमिक इंडेक्स खेलते हैं।
सफेद चावल:
- इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज़्यादा है, मतलब यह जल्दी शुगर में बदल जाता है।
- इससे भूख जल्दी लगती है और ओवरईटिंग की संभावना बढ़ जाती है।
मिलेट्स: Millets vs Rice
- मिलेट्स का GI बहुत कम होता है।
- यह धीरे पचते हैं, जिससे इंसुलिन स्पाइक नहीं होता।
- भूख कम लगती है, कैलोरी कंट्रोल रहती है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
👉 निष्कर्ष: वजन कम करने के लिए बाजरा और अन्य मिलेट्स चावल से कहीं ज्यादा बेहतर हैं।

3. डायबिटीज के लिए कौन सही?
डायबिटीज में कार्बोहाइड्रेट और GI को ध्यान में रखा जाता है।
- सफेद चावल जल्दी ग्लूकोज बढ़ाता है, इसलिए ज्यादा मात्रा में डायबिटीज रोगियों के लिए सही नहीं।
- मिलेट्स, खासकर रागी, कोदो, कंगनी, ज्वार—ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में बेहतर माने जाते हैं।
👉 डायबिटीज रोगियों के लिए मिलेट्स ज्यादा सुरक्षित और हेल्दी विकल्प हैं।

4. पाचन और आंतों की सेहत पर असर
मिलेट्स में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह पाचन बेहतर करते हैं और कब्ज दूर रखते हैं।
चावल फाइबर में कम होने के कारण पाचन तेज करता है लेकिन पोषक तत्व कम देता है।
5. क्या चावल पूरी तरह छोड़ देना चाहिए?
नहीं। एक्सपर्ट कहते हैं कि चावल भी बिल्कुल खराब नहीं है।
- बस इसकी मात्रा नियंत्रित रखनी चाहिए।
- ब्राउन राइस या स्टिकी राइस, सफेद चावल से ज्यादा हेल्दी विकल्प हो सकते हैं।
- अगर रोज खाने की आदत है, तो 2–3 दिन मिलेट्स को भी शामिल करें।

वजन और सेहत के लिए कौन बेस्ट?
अगर आप वजन घटाना, डायबिटीज कंट्रोल, या लॉन्ग-टर्म हेल्थ बेहतर करना चाहते हैं तो:
👉 बाजरा और मिलेट्स चावल से बेहतर विकल्प हैं।
ये धीमे पचते हैं, शुगर नहीं बढ़ाते और ज्यादा पौष्टिक होते हैं।
पर याद रखें—किसी एक खाद्य पदार्थ को पूरी तरह छोड़ना सही नहीं।
संतुलन में दोनों को अपनी प्लेट में जगह दें।
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