Brown University गोलीकांड — ‘Person of Interest’ को रिहा किया गया, असली शूटर अभी भी फरार!
ब्राउन यूनिवर्सिटी में हुए फायरिंग मामले में पकड़ा गया व्यक्ति अब रिहा — एफबीआई डायरेक्टर Kash Patel की घोषणा के बाद भी असली शूटिंग करने वाला अभी भी गिरफ्तार नहीं हुआ। ब्राउन यूनिवर्सिटी में हुई जानलेवा गोलीबारी के बाद ‘पर्सन ऑफ़ इंटरेस्ट’ को रिहा कर दिया गया है और असली शूटर अभी भी फरार है। जानें पूरा अपडेट घटना क्या थी और FBI डायरेक्टर Kash Patel क्या है कहना।
Brown University क्या हुआ पूरा मामला?
एक त्रासदी से भरा दिन रहा 13 दिसंबर 2025 को ब्राउन यूनिवर्सिटी (Brown University) में, जो प्रोविडेंस, रोड आइलैंड, अमेरिका में स्थित एक प्रतिष्ठित आईवी लीग कॉलेज है। उस दिन एक फाइनल परीक्षा की समीक्षा सत्र के दौरान किसी अज्ञात हमलावर ने इंजीनियरिंग बिल्डिंग (Barus & Holley Engineering & Physics Building) में 40 से अधिक राउंड गोलियां दाग दीं। इस हमले में कम से कम दो छात्रों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। कई को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
शुरू में पुलिस और एफबीआई ने एक व्यक्ति को “Person of Interest” (रुचि का विषय) के रूप में हिरासत में लिया। यह व्यक्ति 20 के दशक में बताया गया और Coventry, Rhode Island के एक होटल से पकड़ा गया, जहां उसे अधिकारियों ने FBI के सहयोग से गिरफ्तार किया था।


लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर अधिकारियों ने घोषणा की कि इस व्यक्ति के खिलाफ अब पर्याप्त सबूत नहीं हैं और उसे किसी आरोप के बिना रिहा कर दिया गया। यानी उसे किसी भी अपराध के लिए अभी तक नहीं जोड़ा गया है। इसका मतलब यह है कि वह असली शूटर नहीं माना जाता और असली हमलावर अभी भी फरार है।
पुलिस ने कहा है कि जांच अभी जारी है, वीडियो फुटेज, जमीन पर मिले सबूत, और साक्ष्यों को इकट्ठा किया जा रहा है ताकि असली शूटर को खोजा जा सके। उन्होंने समुदाय से भी सहायता और सूचनाएँ साझा करने का आग्रह किया है।
इस गोलीबारी ने पूरे यूनिवर्सिटी समुदाय को हिला दिया है। छात्रों और फैकल्टी में डर, शोक और चिंता फैल गई है, और कई स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यूनिवर्सिटी ने बाकी सेमेस्टर की सभी कक्षाएं, परीक्षा और शैक्षणिक गतिविधियाँ रद्द कर दी हैं।
जांच में FBI की भूमिका क्या है?
पटेल के अनुसार, एफबीआई के बोस्टन कार्यालय ने जांच के लिए एक कमांड पोस्ट स्थापित किया, जिसका काम सुरागों को इकट्ठा करना, उन्हें विकसित करना, उनका विश्लेषण करना और हर संभावित लीड का पूरी तरह पीछा करना है।
इसके अलावा, एफबीआई ने अपनी सेलुलर एनालिसिस सर्वे टीम को भी तैनात किया, जिसने महत्वपूर्ण जियोलोकेशन (स्थान संबंधी) क्षमताएं उपलब्ध कराईं। पटेल के मुताबिक, इसी जियोलोकेशन तकनीक की मदद से रविवार को “पर्सन ऑफ इंटरेस्ट” को हिरासत में लेने में सफलता मिली, जैसा कि CNN ने भी रिपोर्ट किया है।
Brown University अभी स्थिति क्या है?
गोलीबारी के चलते दो छात्र मारे गए और नौ घायल हुए। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया लेकिन बिना आरोप रिहा कर दिया गया। वास्तविक शूटर अभी भी फरार है। जांच जारी है और पुलिस और FBI सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने सुरक्षा बढ़ा दी है और शैक्षणिक गतिविधियाँ रद्द कर दी हैं।

ब्राउन यूनिवर्सिटी की यह गोलीबारी अमेरिका में पढ़ाई के माहौल पर एक गंभीर चिंता खड़ी करती है। हालांकि authorities ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, लेकिन वह असली शूटर नहीं पाया गया। इस कारण जांच अभी खुली है और सुरक्षा एजेंसियाँ शूटर को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
Kash Patel कौन हैं?
Kash Patel वर्तमान में एफ़बीआई (FBI) के डायरेक्टर हैं — यानी अमेरिका की मुख्य संघीय जांच एजेंसी के प्रमुख। वह सोशल मीडिया और प्रेस पर खुद अपडेट देते रहे हैं कि एफबीआई किस तरह से इस मामले पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि FBI की टीम ने सेलुलर डेटा, वीडियो फुटेज का विश्लेषण, और स्थानीय पुलिस के सहयोग से उस व्यक्ति तक पहुंचने में मदद की जिसने हिरासत में लिया गया।

Kash Patel को पहले भी अमेरिका में सुरक्षात्मक मामलों और बड़े जांच अभियानों में शामिल रहते देखा गया है। उनका नाम पहले अन्य उच्च-स्तरीय सरकार से जुड़े मामलों में भी सुर्खियों में रहा है और वह अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी को दिशा देने वाले शीर्ष अधिकारियों में से एक हैं।
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