Ekta Yatra 2025 Gujarat मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एकता यात्रा — सरदार पटेल को समर्पित, अखंड भारत की ओर अग्रसर
Ekta Yatra 2025 Gujarat मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में जूनागढ़ में 78वां मुक्ति दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एकता यात्रा (Unity March) का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जूनागढ़ का स्वतंत्रता संग्राम भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।
जूनागढ़, 9 नवंबर 2025:
सरदार पटेल 150वीं जयंती Ekta Yatra 2025 Gujarat
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में आज जूनागढ़ में 78वां मुक्ति दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति के माहौल में मनाया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित “एकता यात्रा” (Unity March) का शुभारंभ किया।
Ekta Yatra 2025 Gujarat मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “आज़ाद भारत के इतिहास में जूनागढ़ का स्वतंत्रता संग्राम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।” उन्होंने बताया कि जिस साहस और एकता के साथ आरज़ी हुकूमत के सेनानियों ने जूनागढ़ को नवाबशाही शासन से मुक्त कराया था, वही भावना आज भी गुजरात की जनता के हृदय में जीवित है।
इस अवसर पर बहाउद्दीन कॉलेज परिसर से “एकता यात्रा” का शुभारंभ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और नागरिक शामिल हुए। मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि “यह यात्रा आत्मनिर्भर भारत और अखंड भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे एकता, विकास और आत्मविश्वास की भावना को आगे बढ़ाएं, ताकि गुजरात देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाता रहे।
जूनागढ़ मुक्ति दिवस 2025
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने जिस दूरदर्शिता से भारत के रियासतों को एकजुट किया, वही प्रेरणा आज भी हर भारतीय के दिल में गूंजती है। उन्होंने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “आजादी सिर्फ राजनीतिक परिवर्तन नहीं, बल्कि आत्मगौरव और एकता का प्रतीक है। जूनागढ़ की यह धरती उसी आत्मगौरव की मिसाल है।”

जूनागढ़ मुक्ति दिवस के मौके पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। देशभक्ति गीतों, कविताओं और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रतिभागियों ने उस ऐतिहासिक संघर्ष को याद किया जब 1947 में आरज़ी हुकूमत ने जनता के समर्थन से जूनागढ़ को नवाब के शासन से मुक्त कराया था। इस दौरान मुख्यमंत्री पटेल ने “जूनागढ़ फ्रीडम मेमोरियल” पर पुष्पांजलि अर्पित की और स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारजनों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार उन वीरों के योगदान को कभी नहीं भूलेगी जिन्होंने अखंड भारत के सपने को साकार किया।
कार्यक्रम में राज्य के मंत्रीगण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। शहर में देशभक्ति के नारे गूंजते रहे और “भारत माता की जय” के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा।
भूपेंद्र पटेल जूनागढ़ Ekta Yatra 2025 Gujarat
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आने वाले वर्ष में “जूनागढ़ स्वतंत्रता संग्रहालय” का विस्तार किया जाएगा, ताकि नई पीढ़ी इस ऐतिहासिक घटना से प्रेरणा ले सके। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सरदार पटेल के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के सपने को साकार करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
जूनागढ़ मुक्ति दिवस का यह समारोह न केवल अतीत की गौरवगाथा को याद करने का अवसर था, बल्कि भविष्य के लिए एकता और आत्मनिर्भरता का संकल्प भी। सरदार पटेल की प्रेरणा से आज गुजरात उस दिशा में आगे बढ़ रहा है जहाँ हर नागरिक सशक्त, समर्पित और देशभक्ति से ओत-प्रोत है।
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