Black Garlic क्या आपने कभी काले लहसुन के बारे में सुना है? यह न केवल स्वाद में अनोखा है बल्कि दिल की बीमारी से लेकर कैंसर तक के बचाव में मददगार है। जानिए ब्लैक गार्लिक के जादुई फायदे
“सफेद लहसुन तो रोज खाते हैं, अब आजमाइए ‘ब्लैक गार्लिक’। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक, यह काला लहसुन किसी औषधि से कम नहीं है। 🖤 जानिए इसे घर पर कैसे इस्तेमाल करें।

काला लहसुन (Black Garlic) क्यों हो रहा है इतना पॉपुलर?
लहसुन का नाम आते ही हमारे दिमाग में उसकी तेज गंध और तीखा स्वाद आता है। लेकिन इन दिनों दुनिया भर के ‘हेल्थ कॉन्शियस’ लोगों के बीच ब्लैक गार्लिक यानी काला लहसुन काफी मशहूर हो रहा है। यह कोई अलग प्रजाति नहीं है, बल्कि साधारण सफेद लहसुन को ही एक लंबी प्रक्रिया के जरिए बदला जाता है।

कैसे बनता है यह काला लहसुन?
काला लहसुन ‘फर्मेंटेशन’ (Fermentation) की प्रक्रिया से तैयार होता है। सफेद लहसुन को कई हफ्तों तक एक निश्चित तापमान (करीब 60-70 डिग्री सेल्सियस) और नमी के बीच रखा जाता है। इस प्रक्रिया को ‘मेलार्ड रिएक्शन’ (Maillard Reaction) कहते हैं। इस दौरान लहसुन के अंदर मौजूद शुगर और अमीनो एसिड टूटते हैं, जिससे इसका रंग काला हो जाता है और इसकी बनावट जैली जैसी नरम हो जाती है।
स्वाद में कैसा होता है?
सफेद लहसुन की तुलना में इसका स्वाद बिल्कुल अलग होता है। इसमें लहसुन जैसी तीखी गंध नहीं होती। इसका स्वाद हल्का मीठा, खट्टा और ‘बालसमिक विनेगर’ या ‘इमली’ जैसा होता है। इसे कच्चा खाना भी काफी आसान होता है।

ब्लैक गार्लिक के जबरदस्त सेहत फायदे
- एंटी-ऑक्सीडेंट्स का पावरहाउस: सफेद लहसुन की तुलना में काले लहसुन में S-allylcysteine (SAC) की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह शरीर की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाता है और बुढ़ापे के लक्षणों को कम करता है।
- दिल की सेहत के लिए वरदान: यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
- इम्यूनिटी को करता है बूस्ट: इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे बार-बार होने वाले संक्रमण और सर्दी-जुकाम से बचाव होता है।
- ब्लड शुगर कंट्रोल: कई शोधों में पाया गया है कि काला लहसुन इंसुलिन के स्तर को सुधारने में मदद कर सकता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
- कैंसर से बचाव में सहायक: ब्लैक गार्लिक में मौजूद यौगिक कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद कर सकते हैं, विशेष रूप से कोलन और लिवर कैंसर के मामलों में।

इस्तेमाल करने का सही तरीका
- कच्चा खाएं: इसे आप सुबह खाली पेट 1-2 कलियाँ कच्ची चबाकर खा सकते हैं।
- सलाद और पास्ता: इसे काटकर सलाद, पास्ता या पिज्जा की टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सॉस और डिप्स: इसकी मिठास के कारण इसे मैश करके बेहतरीन सॉस या ब्रेड स्प्रेड बनाया जा सकता है।
सावधानी
हालांकि यह बहुत सेहतमंद है, लेकिन यदि आप खून पतला करने की दवाइयां ले रहे हैं या आपकी कोई सर्जरी होने वाली है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
Table of Contents
शोर्ट वीडियोज देखने के लिए VR लाइव से जुड़िये
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए इस लींक पर क्लीक कीजिए VR LIVE

