lok sabha: भाजपा से जुड़ने के लिए कांग्रेस के कुछ और प्रभावशाली नेताओं की चर्चा सियासी हलकों में हो रही है। लोस चुनाव से पहले भाजपा ने लगभग 12,500 नए सदस्यों को पार्टी में शामिल किया।
भाजपा ने लोकसभा चुनावों में अपना जाल बनाया है। कांग्रेस और विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को कठिन चुनौती देने के लिए पार्टी ने रणनीति के तहत उन लोगों को शामिल किया, जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी और काफी वोट पाए थे।
पार्टी इन लोगों को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विधानसभा चुनाव में दूसरे या तीसरे स्थान पर रखकर चुनाव को आसान बनाने की कोशिश कर रही है। पार्टी के ज्वाइनिंग अभियान अभी कुछ धीमी दिखाई देता है, लेकिन इसे रणनीति का एक हिस्सा बताया जा रहा है।
lok sabha: भाजपा ने लगभग 12,500 नए सदस्यों को शामिल किया
कांग्रेस के कुछ और बड़े चेहरे, जिनमें विधायक भी शामिल हैं, कभी भी भाजपा से जुड़ सकते हैं, इस बारे में चर्चा अब बहुत गरमा गई है। इस संभावना से भी भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इनकार नहीं कर रहा है। गढ़वाल मंडल की तीन लोकसभा सीटों में से दो में सबसे अधिक राजनीतिक व्यक्ति कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। कुछ लोग वापस आ गए हैं। लोस चुनाव से पहले भाजपा ने लगभग 12,500 नए सदस्यों को पार्टी में शामिल किया।
यह भी महत्वपूर्ण है कि बदरीनाथ सीट पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीतने वाले राजेंद्र भंडारी को पार्टी में लाया गया। भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गया।
lok sabha: गढ़वाल लोस सीट से कुछ लोग भाजपा में शामिल हो गए।
बदरीनाथ ही नहीं, गढ़वाल लोस और अन्य विधानसभा क्षेत्रों से भी कुछ लोग भाजपा में आए। इनमें से एक कुलदीप रावत, जो 2022 में केदारनाथ विधानसभा से चुनाव जीता था, भाजपा में शामिल हो गया। वह 12,323 वोटों से चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे। चौबट्टाखाल से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे केसर सिंह नेगी भी भाजपा में शामिल हो गए। 1,3497 वोट उनके पक्ष में गए। पौड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी नवल किशोर ने भी भाजपा में शामिल हो गया। 20,127 वोट उनके पक्ष में गए थे। यमकेश्वर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले शैलेंद्र सिंह रावत भी भाजपा में लौट आए। Shaelendra ने 17,980 वोट पाए थे।
lok sabha: टिहरी लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस को चोट
टिहरी लोकसभा क्षेत्र ने कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका दिया था। यहां कांग्रेस के पुरोला प्रत्याशी मालचंद ने भाजपा में वापसी की। मालचंद ने विधानसभा में 21,560 वोट प्राप्त किए थे। गंगोत्री के पूर्व विधायक और खांटी कांग्रेसी विजय पाल सजवाण भी भाजपा में शामिल हो गए। गंगोत्री सीट पर दूसरे स्थान पर रहे, 21,590 वोटों से। टिहरी लोकसभा में दूसरे स्थान पर रहे दिनेश धनै भी भाजपा में आ गए। 18,851 लोगों ने उनका पक्ष लिया था। कांग्रेस से इसी सीट पर चुनाव लड़े धन सिंह नेगी ने भी भाजपा में वापसी की। 6,385 लोगों ने उनका पक्ष लिया था।
lok sabha: हरिद्वार लोस में भाजपा में शामिल हुए कुछ ही प्रत्याशी।
हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में बहुत से पंचायत जनप्रतिनिधि भाजपा में शामिल हो गए, लेकिन गढ़वाल और टिहरी सीटों से अधिक पूर्व विधानसभा प्रत्याशियों की संख्या रही। टिहरी से चुनाव जीतने वाले पिता दिनेश धनै ने भाजपा में शामिल होने के साथ ही कनक धनै भी भाजपा में शामिल हो गए। 2022 के विधानसभा चुनाव में कना ने 13,080 वोट पाए थे। भगवानपुर सीट पर अपनी भाभी ममता राकेश से हारने के बाद सुबोध राकेश ने बसपा छोड़कर भाजपा में वापसी की। सुबोध राकेश ने 39,997 वोट प्राप्त किए। भाजपा ने खानपुर सीट के पूर्व प्रत्याशी सुभाष चौधरी को अपनाया है। उनके पास छह हजार से अधिक वोट थे।
Table of Contents
lok sabha: भाजपा ने चुनावी महाभारत के लिए तैयार की रणनीति:
Mahabharat: बीजेपी की पहली लिस्ट LIVE | PM Modi | BJP Lok Sabha Candidate List 2024 | Elections 2024
Discover more from VR News Live
Subscribe to get the latest posts sent to your email.