PM Modi Bhutan Visit प्रधानमंत्री मोदी दो दिन की भूटान यात्रा पर रहेंगे, करेंगे पुनात्सांगछू-II हाइड्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन
PM Modi Bhutan Visit प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार से दो दिन की भूटान यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे भूटान नरेश के साथ 1020 मेगावाट पुनात्सांगछू-II हाइड्रोइलेक्टिक परियोजना का उद्घाटन करेंगे और दोनों देशों के बीच सहयोग को नई दिशा देंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार से दो दिन की भूटान यात्रा पर रहेंगे। यह यात्रा भारत और भूटान के बीच बढ़ते रणनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक एक 1020 मेगावाट क्षमता वाली पुनात्सांगछू-II हाइड्रोइलेक्टिक परियोजना (Punatsangchhu-II Hydroelectric Project) का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे।
भारत-भूटान ऊर्जा सहयोग की नई मिसाल PM Modi Bhutan Visit

पुनात्सांगछू-II परियोजना भारत और भूटान के सहयोग से निर्मित की गई है। यह परियोजना भूटान के पनबिजली संसाधनों के उपयोग और भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक विन-विन साझेदारी का उदाहरण है।
इस परियोजना के पूरा होने से भूटान को बिजली निर्यात से आर्थिक लाभ होगा और भारत को स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह परियोजना दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग के नए अध्याय की शुरुआत करेगी।
भारत लंबे समय से भूटान के साथ हाइड्रोइलेक्ट्रिक क्षेत्र में सहयोग कर रहा है। इस परियोजना से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों के साथ-साथ पर्यावरणीय संतुलन और सतत विकास के प्रयासों को भी बल मिलेगा।

भूटान नरेश से मुलाकात और विशेष समारोह में भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक की 70वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष समारोह में भाग लेंगे। इस मौके पर भारत और भूटान के बीच सांस्कृतिक संबंधों और परंपराओं को सम्मानित किया जाएगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे (Tshering Tobgay) से भी मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच आपसी हितों से जुड़े कई मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा, जिसमें व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल सहयोग और सीमा सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं।
PM Modi Bhutan Visit वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव में भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान थिम्पू (Thimphu) में आयोजित वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव (Global Peace Prayer Festival) में भी शामिल होंगे। यह कार्यक्रम भूटान की धार्मिक राजधानी ताशिछोद्ज़ोंग (Tashichho Dzong) में आयोजित किया जा रहा है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की पूजा-अर्चना भी करेंगे। ये अवशेष हाल ही में भारत के राष्ट्रीय संग्रहालय से भूटान लाए गए हैं। यह आयोजन दोनों देशों के बीच साझा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जा रहा है।
द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त करने का अवसर
विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा को “रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण” बताया है। मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों को द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने, विकास परियोजनाओं पर चर्चा करने और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करने का अवसर प्रदान करेगी।
भारत और भूटान के बीच दशकों पुराने संबंध विश्वास, आपसी सहयोग और साझा मूल्यों पर आधारित हैं। भूटान भारत की “नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी” (Neighbourhood First Policy) का अहम हिस्सा है।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव
भारत और भूटान के बीच केवल राजनीतिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संबंध भी गहरे हैं। बौद्ध धर्म के माध्यम से दोनों देशों की आध्यात्मिक परंपराएँ सदियों से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इस आध्यात्मिक बंधन को और सुदृढ़ करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की यह दो दिवसीय भूटान यात्रा भारत-भूटान संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। पुनात्सांगछू-II हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना का उद्घाटन, भूटान नरेश से मुलाकात और शांति महोत्सव में भागीदारी — ये सभी कार्यक्रम दोनों देशों के बीच मित्रता, सहयोग और साझा विकास की भावना को और प्रगाढ़ करेंगे।
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