Sunday, November 23, 2025
HomeDeshUttar PradeshUP: यूपी पुलिस के भ्रष्ट कर्मियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई, दो दिन...

UP: यूपी पुलिस के भ्रष्ट कर्मियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई, दो दिन में 56 निलंबित (12 दरोगा और छह मुंशी)

UP: यूपी पुलिस ने दागी पुलिसकर्मियों पर व्यापक कार्रवाई शुरू की है। आगरा में 12 दरोगा, छह मुंशी सहित 56 पुलिसकर्मी को दो दिन में निलंबित कर दिया गया है। ये आगरा कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार के आरोपों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

आगरा में बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी लापरवाह और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई। पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में 25 पुलिसकर्मी (पांच दरोगा) निलंबित किए गए हैं। दो दिन में पाँचपाँच पुलिस कर्मियों पर निलंबन की सजा सुनाई गई है।

पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। तीनों क्षेत्रों के डीसीपी को सूची बनाने और निलंबन के आदेश देने का आदेश दिया गया था। पूर्वी डीसीपी अतुल कुमार शर्मा ने बृहस्पतिवार को शमसाबाद में तैनात प्रशिक्षु महिला दरोगा मिनाली चौधरी और डौकी में तैनात मुख्य आरक्षी सुबोध कुमार को निलंबित कर दिया है। दोनों पर पासपोर्ट सत्यापन के दौरान गैरकानूनी वसूली का आरोप लगाया गया था। परीक्षण के बाद आवेदकों ने वसूली की पुष्टि की।

इसके बाद कदम उठाया गया। डीसीपी सिटी पश्चिमी सोनम कुमार ने २५ पुलिस कर्मियों (पांच दरोगा, एक कंप्यूटर आपरेटर और एक उर्दू अनुवादक) को निलंबित किया है। इनके खिलाफ दो आरोप थे: कार्य में लापरवाही और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवेहलना। पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड ने कहा कि अनैतिक कार्यों में शामिल अन्य पुलिस अधिकारियों की सूची भी बनाई जा रही है।

UP: पासपोर्ट रिपोर्ट बिना रिश्वत के नहीं लगा रहे थे

बृहस्पतिवार को कमिश्नरेट के पश्चिमी क्षेत्र में २३ मुख्य आरक्षी और आरक्षी निलंबित हो गए हैं, जिनमें चार दरोगा, एक कम्प्यूटर ऑपरेटर और एक अनुवादक शामिल हैं। पासपोर्ट सत्यापन रिपोर्ट को बिना रिश्वत लिए दरोगा नहीं लगा रहे थे। दरोगा ने सुविधा शुल्क की मांग की, डीसीपी पश्चिम सोमन कुमार ने बताया। मुख्य आरक्षी और बीट पुलिस अधिकारी (बीपीओ) उच्च अधिकारियों के आदेशों को नहीं मानते थे। ACPPP आदेशों की अवेहलना करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पूर्वी क्षेत्र में शमसाबाद थाने में कार्यरत प्रशिक्षु महिला दरोगा और डौकी में कार्यरत आरक्षी सुबोध कुमार भी अवैध वसूली में शामिल पाए गए। डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा ने बताया कि दोनों को निलंबित कर दिया गया है।

UP: रिश्वत के दागों को खाकी पर लगाया

इरादतनगर में प्रशिक्षु दरोगा करन सिंह, अछनेरा में तैनात प्रताप सिंह, सैंया में तैनात सतेन्द्र त्रिपाठी और बसई जगनेर में तैनात रामजस यादव को अवैध वसूली की शिकायतों पर निलंबित किया गया है। किरावली में कंप्यूटर ऑपरेटर अभय कुमार और मलपुरा में उर्दू अनुवादक उमर दराज को दोषी ठहराया गया है। वहीं, खाकी पर रिश्वत के दाग लगाने के लिए इरादतनगर में मुख्य आरक्षी आदित्य कुमार, एत्मादपुर में मुख्य आरक्षी सौरभ चौहान, खेरागढ़ में मुख्य आरक्षी राजकुमार और बसई जगनेर में मुख्य आरक्षी उपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया।

इरादतनगर में आरक्षी विकास कुमार और अछनेरा में आरक्षी अमित कुमार को निलंबित किया गया है। खेरागढ़ में आरक्षी कुलदीप कुमार, अक्षय कुमार, जगनेर में योगेंद्र सिंह व सौरभ प्रताप, एत्मादपुर में आरक्षी सतेद्र चौधरी, सैंया में आरक्षी अंकुर, दिग्विजय सिंह, रविकांत और अरुण कुमार, बरहन में आरक्षी श्यामवीर सिंह और खंदौली में आरक्षी प्रवीन कुमार को निलंबित किया गया है।

UP: यूपी पुलिस के भ्रष्ट कर्मियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई, दो दिन में 56 निलंबित (12 दरोगा और छह मुंशी)

LIVE : UP Police Bharti मामले पर सरकार का बड़ा एक्शन हो गया!

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments