Up Rera: वर्तमान में रेरा में पंजीकृत करीब 400 प्रॉजेक् ट खतरे में हैं। रेरा इन्हें रेट अलर्ट की श्रेणी में स्थानांतरित करने वाला है। जबकि इन प्रॉजेक्ट्स के बिल् डरों ने रेरा में रजिस् ट्रेशन की आवश्यक प्रक्रिया पूरी की, वे पूरे दस्तावेज को वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया।
Up Rera: 400 वस्तुओं को रेरा रेड अलर्ट की श्रेणियों में
रेरा में पंजीकृत लगभग 400 वस्तुओं को रेरा रेड अलर्ट की श्रेणियों में शामिल करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए रेरा ने आम लोगों को भी जानकारी दी है। 400 में से लगभग 60 प्रतिशत निर्माण एनसीआर में हैं, और बाकी दूसरे शहरों में हैं। रेरा का कहना है कि इन परियोजनाओं से जुड़े बिल्डरों ने रेरा में अपना रजिस्ट्रेशन कर लिया है, लेकिन परियोजना से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को वेबसाइट पर अपडेट नहीं किया गया है। जिससे इनमें निवेश करने वाले निवेशकों को धक्का लग सकता है। बायर्स निवेश से पहले रेड अलर्ट की कैटेगिरी में डाल देंगे। जिससे उसके फंसने की संभावना कम होगी।
Up Rera: रेरा लगभग 400 वस्तुओं को अपनी रेड अलर्ट श्रेणियों में शामिल करने की योजना बना रहा है। इसके लिए रेरा ने आम जनता को भी बताया है। 400 में से लगभग 60 प्रतिशत निर्माण एनसीआर में होता है, शेष दूसरे शहरों में होता है। रेरा ने कहा कि इन परियोजनाओं से जुड़े बिल्डरों ने रेरा में अपना रजिस्ट्रेशन कर लिया है, लेकिन परियोजना से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को वेबसाइट पर नहीं अपडेट किया गया है। जिससे इनमें निवेश करने वाले निवेशकों को नुकसान हो सकता है। निवेश से पहले बायर्स रेड अलर्ट कैटेगिरी में डाल देंगे। जो उसके फंसने की संभावना को कम करेगा।
Up Rera: यही कारण है कि रेरा अब वेबसाइट पर इन्हें रेड अलर्ट कैटिगरी में सूचीबद्ध करेगी। रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी का कहना है कि यह निर्णय किसी तरह का धोखा नहीं है।
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Up Rera: 400 उत्पादों में से 60 एनसीआर के हैं, रेरा इन्हें रेड अलर्ट कैटेगिरी में डालेगा।
UP RERA के इस आदेश से, जल्द ही House Buyers की होगी बचत l Ground Report
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