Venkteshwara Temple Stampede : लोहे की ग्रिल टूटी, 7 फीट ऊंचाई से गिरे श्रद्धालु भगदड़ में मची चीख-पुकार, 9 की मौत, दर्जनों घायल
Venkteshwara Temple Stampede : आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को भगदड़ मच गई। लोहे की ग्रिल टूटने से 7 फीट की ऊंचाई से श्रद्धालु नीचे गिरे और अफरातफरी में 9 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। लोहे की ग्रिल टूटी, पलभर में भगदड़ में तब्दील हुई आस्था।
देव दर्शन के बीच मातम: 7 फीट ऊंचाई से गिरे श्रद्धालु, भगदड़ में खत्म हुई कई ज़िंदगियाँ
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर रविवार को अचानक दर्दनाक हादसे का गवाह बन गया। सुबह-सुबह देवोत्थान एकादशी के शुभ अवसर पर हजारों भक्त दर्शन के लिए पहुंचे थे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मंदिर परिसर में कदम रखने की जगह नहीं थी।
Venkteshwara Temple Stampede
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर परिसर में श्रद्धालु दर्शन के लिए लाइन में खड़े थे। तभी मुख्य द्वार के पास लगी लोहे की ग्रिल लोगों के दबाव से टूट गई। भीड़ एक साथ आगे बढ़ी और जो ऊपर की ओर खड़े थे, वे लगभग 7 फीट नीचे गिर पड़े। नीचे पहले से ही लोग मौजूद थे, जिससे वे कुचले गए। लगभग हादसे के वक्त मंदिर परिसर में करीब 3,000 से 3,500 लोग मौजूद थे।
Venkteshwara Temple Stampede
कुछ ही सेकंड में माहौल आस्था से अफरातफरी में बदल गया। चीख-पुकार मच गई। महिलाओं और बुजुर्गों ने किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के दबाव में कई लोग जमीन पर गिर गए।
9 श्रद्धालुओं की मौत, 25 घायल
अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी पलासा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अस्पताल और प्रशासन हरकत में
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मंदिर परिसर खाली कराया गया। एंबुलेंस और रेस्क्यू टीमें तुरंत सक्रिय की गईं। मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया —
“लोहे की ग्रिल पुराने समय की थी, उस पर अचानक अत्यधिक दबाव आने से वह टूट गई। हादसा कुछ ही सेकंड में हुआ, कोई समझ नहीं पाया कि क्या हुआ।”
राज्य के मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के लिए ₹5 लाख की सहायता राशि और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
Venkteshwara Temple Stampede क्यों मचती है ऐसी भगदड़ें?
विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत के कई प्राचीन मंदिरों में भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त सुरक्षा-प्रबंध नहीं होते।
संकीर्ण प्रवेश-निकास द्वार,
पुरानी रेलिंग या ग्रिल,
और असंगठित लाइन-प्रबंधन — ये सभी ऐसी घटनाओं को जन्म देते हैं। वेंकटेश्वर मंदिर में भी हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं, लेकिन भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था सीमित रहती है।
Venkteshwara Temple Stampede
भक्तों का दर्द
घटनास्थल पर मौजूद एक महिला श्रद्धालु ने बताया — Venkteshwara Temple Stampede
“हम भगवान के दर्शन करने आए थे, लेकिन अचानक लोगों की भीड़ धक्का देने लगी। ग्रिल टूटी और लोग नीचे गिरने लगे। सब कुछ कुछ ही पल में खत्म हो गया।”
Venkteshwara Temple Stampede
प्रशासन का दावा और जांच
जिला प्रशासन ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में “ग्रिल की कमजोरी और ओवर-क्राउडिंग” प्रमुख कारण पाए गए हैं। पूरा मंदिर क्षेत्र सील कर दिया गया है, और तकनीकी टीम संरचना की जांच कर रही है।
आंध्र प्रदेश के धार्मिक मामलों के मंत्री ने कहा —
“ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन, स्टील बैरिकेडिंग और CCTV निगरानी को अनिवार्य किया जाएगा।”
आस्था के स्थान पर हर साल लाखों लोग दर्शन को पहुंचते हैं, लेकिन सुरक्षा की उपेक्षा ऐसी त्रासदियों को जन्म देती है। चमोली, सतना, कोटा या अब आंध्र — हर हादसा यही सिखाता है कि श्रद्धा से बढ़कर मानव जीवन की सुरक्षा है।