सुप्रीम कोर्ट ने अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में पायलट सुमित सभरवाल के पिता पुष्करराज सभरवाल की याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। याचिका में हादसे की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की गई है।
अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे
अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे से जुड़ी एक अहम सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। यह याचिका विमान के पायलट सुमित सभरवाल के पिता पुष्करराज सभरवाल द्वारा दायर की गई है, जिसमें उन्होंने हादसे की जांच पर सवाल उठाते हुए एक निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है।
दुर्घटना की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो
पुष्करराज सभरवाल का कहना है कि एयर इंडिया की इस दुखद दुर्घटना की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की गई थी, लेकिन वह जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि जांच में कई तकनीकी खामियों को नजरअंदाज किया गया और पूरे मामले में दोष पायलटों पर मढ़ने की कोशिश की गई है, जबकि असल कारणों की अनदेखी की गई।
याचिका में कहा गया है कि यह हादसा न केवल तकनीकी चूक बल्कि विमान की रखरखाव प्रक्रिया और संचालन में लापरवाही का भी परिणाम हो सकता है। पुष्करराज सभरवाल ने कोर्ट से आग्रह किया है कि जांच किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में दोबारा कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
AAIB की जांच रिपोर्ट में पायलट सुमित सभरवाल को इस हादसे का जिम्मेदार नहीं
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि AAIB की जांच रिपोर्ट में पायलट को इस हादसे का जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। सरकार ने कहा कि रिपोर्ट में यह माना गया है कि हादसे के पीछे कई कारक शामिल हो सकते हैं और यह केवल मानव त्रुटि का मामला नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है और अगली सुनवाई की तारीख भी तय की जाएगी। अदालत ने कहा कि इस तरह के मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना बेहद ज़रूरी है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों।

पायलट सुमित सभरवाल ने अपने जीवन में हमेशा नियमों का पालन
याचिकाकर्ता पुष्करराज सभरवाल ने अदालत में यह भी बताया कि उनके बेटे कैप्टन सुमित सभरवाल ने अपने जीवन में हमेशा नियमों का पालन किया और विमानन मानकों के तहत ही उड़ानें भरीं। उन्होंने कहा कि “मेरे बेटे पर बिना पर्याप्त साक्ष्य के दोष मढ़ा जा रहा है। सच्चाई सामने लाने के लिए यह जांच नए सिरे से होना ज़रूरी है।”
विमान हादसे की जांच में पारदर्शिता को लेकर कई बार पहले भी सवाल उठ चुके हैं। कई विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय विमानन सुरक्षा प्रणाली में अब भी सुधार की गुंजाइश है और इस तरह के मामलों में निष्पक्ष जांच से ही सच्चाई सामने आती है।
पायलट सुमित सभरवाल के परिवार के समर्थन में ट्वीट
इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने पायलट के परिवार के समर्थन में ट्वीट किए हैं और न्याय की मांग की है, वहीं कई लोग सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि सरकार अदालत में क्या जवाब पेश करती है और क्या इस केस में जांच की दिशा में कोई नया मोड़ आता है।
Table of Contents
ऐसे पंजाब के ज्यादा न्यूज़ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
ऐसे हरियाणा के ज्यादा न्यूज़ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
