Electric Blanket : इस्तेमाल करने का सही तरीका: ठंड में बरतें ये सावधानियां, वरना हो सकता है बड़ा हादसा!
Electric Blanket क्या होता है, यह कितना सुरक्षित है, ठंड में इसे कैसे इस्तेमाल करें और कौन-सी 7 बड़ी गलतियां आपको कभी नहीं करनी चाहिए—पूरी जानकारी
क्या इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट सेफ है?
अगर सही तरीके से और अच्छी क्वालिटी का इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट इस्तेमाल किया जाए, तो यह काफी हद तक सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, गलत उपयोग या पुराना/खराब ब्लैंकेट आग लगने, करंट लगने या जलने का कारण बन सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए अतिरिक्त सावधानी जरूरी होती है। आजकल के आधुनिक इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट ‘ऑटो कट-ऑफ’ फीचर के साथ आते हैं, जो इसे काफी हद तक सुरक्षित बनाते हैं। हालांकि, पुराने या सस्ते कंबल शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकते हैं। हमेशा ISI मार्क वाला ही कंबल खरीदें।
ठंड में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट कैसे यूज करें?

- सोने से पहले ब्लैंकेट को कुछ देर ऑन करके बिस्तर गर्म कर लें
- सोते समय लो या मीडियम टेम्परेचर पर रखें
- अगर ब्लैंकेट में ऑटो शट-ऑफ फीचर है, तो उसे जरूर एक्टिव करें
- उपयोग से पहले वायर और प्लग की जांच जरूर करें
इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट क्या है?

इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट एक खास तरह का कंबल होता है, जिसमें पतली इलेक्ट्रिक वायरिंग और हीटिंग एलिमेंट्स लगे होते हैं। यह बिजली से चलकर गर्मी पैदा करता है और ठंड के मौसम में शरीर को आरामदायक तापमान देता है। आमतौर पर इसे बेड पर बिछाकर या ओढ़कर इस्तेमाल किया जाता है। कई आधुनिक इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट में टेम्परेचर कंट्रोल, ऑटो शट-ऑफ और टाइमर जैसी सुविधाएं भी होती हैं।
सर्दियों के मौसम में कड़ाके की ठंड से बचने के लिए आजकल इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट (Electric Blanket) यानी बिजली से चलने वाले कंबलों का चलन काफी बढ़ गया है। यह आपको मिनटों में गर्माहट देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरा सी लापरवाही इसे खतरनाक भी बना सकती है?

Electric Blanket इस्तेमाल के दौरान न करें ये 7 गलतियां


- कंबल को मोड़कर न बिछाएं: इस्तेमाल के दौरान कंबल को कभी भी मोड़ना या सिकोड़ना नहीं चाहिए। इससे अंदर के तार टूट सकते हैं या ओवरहीटिंग के कारण आग लग सकती है।
- गीले शरीर या गीले कंबल का उपयोग: कभी भी गीले बदन से इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट न ओढ़ें। यदि कंबल पर पानी गिर जाए, तो उसे पूरी तरह सूखने के बाद ही प्लग-इन करें।
- पूरी रात चालू रखना: एक्सपर्ट्स की सलाह है कि सोने से 20-30 मिनट पहले इसे चालू करें और बिस्तर गर्म होने पर बंद कर दें। पूरी रात इसे चालू छोड़ना डिहाइड्रेशन या स्किन जलने का कारण बन सकता है।
- तेज धार वाली चीजों से बचाव: पिन, सुई या पालतू जानवरों के पंजों से इसे बचाएं। तारों के कटने पर करंट लगने का खतरा रहता है।
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए सावधानी: छोटे बच्चे या ऐसे बुजुर्ग जो खुद से उठ नहीं सकते या पालतू जानवरों को अकेले इस्तेमाल न करने दें या जिन्हें बहुत ज्यादा गर्मी महसूस नहीं होती, उन्हें इसका अकेले इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए।
- भारी सामान न रखें: कंबल के ऊपर भारी सामान या सूटकेस न रखें, इससे इंटरनल सर्किट डैमेज हो सकता है।
- गलत तरीके से धोना: हर इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को मशीन में नहीं धोया जा सकता। हमेशा लेबल पर दिए गए निर्देशों को पढ़ें। धोने से पहले कंट्रोलर को हटाना न भूलें।
किन लोगों को खास सावधानी रखनी चाहिए?
जिन्हें डायबिटीज, नर्व प्रॉब्लम, हार्ट डिजीज या त्वचा की संवेदनशीलता है, उन्हें डॉक्टर की सलाह से ही इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट ठंड से बचाव का आसान और आरामदायक तरीका है, लेकिन सही जानकारी और सावधानी इसके सुरक्षित इस्तेमाल की कुंजी है। थोड़ी सी लापरवाही गंभीर हादसे का कारण बन सकती है।
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