Dhar Bhojshala: हिंदू पक्ष के लोगों ने बड़ी संख्या में धार भोजशाला में पूजा की है। महिलाएं इस दौरान झूमती दिखीं। वहाँ हनुमान चालीसा भी पढ़ी गई है। 2003 के आदेश के अनुसार, मंगलवार को हिंदू पक्ष के लोग भोजशाला में आते हैं, जबकि शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष के लोग आते हैं।
ASIT की टीम ने 98 दिनों की सर्वे रिपोर्ट हाईकोर्ट को दी है। 22 जुलाई को इस मामले की सुनवाई होगी। वहीं, पूर्व की अनुमति के अनुसार हिंदू पक्ष के लोगों ने भोजशाला परिसर में धूमधाम से पूजा की है। हिंदू पक्ष ने भोजशाला में हनुमान चालीसा पढ़ी है। वहीं, 2003 की अधिसूचना के अनुसार शुक्रवार को मुस्लिम लोग नमाज अदा करेंगे। रिपोर्ट मिलने के बाद पहला मंगलवार है, इसलिए बहुत से लोग हिंदू धर्म के लोगों ने भाग लिया।
Dhar Bhojshala: 1700 से अधिक अवशेषों का अध्ययन
दरअसल, एसआई भोजशाला में भेजी गई रिपोर्ट में 1700 अवशेषों का जिक्र है। साथ ही उनका अध्ययन भी किया गया है। हाईकोर्ट इन सभी साक्ष्यों को देखने और समझने के बाद कोई निर्णय ले सकेगा। उसने कहा कि यहां मौजूद स्तंभों की वास्तुकला और कला से पता चलता है कि वे पहले मंदिरों का हिस्सा थे। रिपोर्ट भोजशाला परिसर के 50 मीटर दायरे में खुदाई की गई, जहां से 94 मूर्तियां, 31 सिक्कों और परमारकालीन शिलालेखों का व्यापक अध्ययन हुआ था। रिपोर्ट 22 जुलाई को हाई कोर्ट में सुनवाई की जाएगी।
Dhar Bhojshala: 11वीं शताब्दी की भोजशाला
11वीं शताब्दी में मप्र के धार में बनाई गई भोजशाला विवादों में है। हिंदू इसे वाग्देवी (देवी सरस्वती) का मंदिर मानते हैं, जबकि मुसलमान इसे कमाल मौलाना मस्जिद कहते हैं। भोजशाला में सर्वे में यह महत्वपूर्ण अवशेष पाया गया था. गर्भगृह के पीछे 25 फीट से अधिक की खुदाई में दीवार का ढांचा मिला, जिसके पीछे खेतों से मूर्तियां मिली थीं। रिपोर्ट में भोजशाला का निर्माण, निर्माण की तिथि और मस्जिद में बदलाव का पूरा विवरण है। परिसर के चारों ओर 50 मीटर की खुदाई में 106 स्तंभों और 82 भित्तिचित्रों से सजे लंबे स्तंभों को पाया गया है। 31 सिक्के प्राप्त हुए हैं। कुछ १०वीं और १११वीं शताब्दी के हैं।
Dhar Bhojshala: विभिन्न देवताओं की मूर्तियां भी मिली
ब्रह्मा और गणपति भी खुदाई में चित्रित हैं। हिंदू पक्षकार और याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने बताया कि हाई कोर्ट में रिपोर्ट पेश की गई है और मीडिया और अन्य सूचनाओं ने सकारात्मक माहौल बनाया है। उनका कहना था कि याचिका का उद्देश्य निश्चित रूप से पूरा होगा। हिंदू पक्ष का दावा है कि मां वाग्देवी भोजशाला में फिर से विराजित होंगी।
रिपोर्ट मिलने के बाद, हालांकि, धार शहर में सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौंबद कर दी गई है। भोजशाला के बाहर अभी भी घेरा है। साथ ही भारी पुलिस बल तैनात है। SP ने कहा कि हम सभी पर नजर रख रहे हैं। कोई फर्जी खबर नहीं फैलाएं।
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Dhar Bhojshala: रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद हिंदू समाज ने भोजशाला में हनुमान चालीसा का पाठ किया, महिलाएं झूम रही थीं
Dhar Bhojshala Survey ASI Report: राजा भोज की ‘सरस्वती कंठाभरण’ …कैसी बनी मुसलमानों की भोजशाला?
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