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Guru Purnima: तीन लाख से अधिक लोगों ने कुबेरेश्वरधाम में एक दिनी गुरुपूर्णिमा महोत्सव में गुरु दीक्षा ली

Guru Purnima: 

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Guru Purnima: रविवार को गुरुपूर्णिमा का एक दिवसीय पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर सुबह लाखों श्रद्धालुओं के बीच भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंदिर परिसर में आरती की. सुबह नौ बजे से गुरु दीक्षा का भव्य कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन देर रात तक चलता रहा।

मानव से नहीं भगवान से जुड़ने की कोशिश करें; सच्चा गुरु सत्संग और पवित्र विचारों से आपको भगवान की ओर ले जाएगा। शिवालय की ओर ले जाएँ। गुरु शब्द का अर्थ है अंधेरे से उजाले की ओर ले जाने वाला. गुरु व्यास जी सहित हमारे देश में 88 हजार गुरुओं की परम्परा रही है। यही कारण है कि मनुष्य जीवन में चार गुरुओं का महत्व है।

Guru Purnima: रविवार को जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में एक दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दौरान अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने ये बातें गुरु चर्चा में कही। विधायक सुदेश राय और वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती अरुणा राय ने इस मौके पर आशीर्वाद दिया। रविवार को गुरुपूर्णिमा का एक दिवसीय पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर सुबह लाखों श्रद्धालुओं के बीच भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंदिर परिसर में आरती की. सुबह नौ बजे से गुरु दीक्षा का भव्य कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन देर रात तक चलता रहा। विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक समीर शुक्ला, पंडित विनय मिश्रा और आशीष वर्मा इस अवसर पर उपस्थित थे।

पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भक्ति ज्ञान के बिना हम किसी से प्रेम नहीं कर सकते, इसलिए मानव जीवन सार्थक नहीं है। परमात्मा को देखना ही आत्मा को परमात्मा से जोड़ सकता है। ईश्वर को अपने जीवन में पाना संभव है, न कि किसी दूसरे जन्म में। मनुष्य को ईश्वर का नाम एकाग्रता से सिमरना चाहिए। मानव अब भी ईश्वर की प्राप्ति के लिए सबसे साधारण उपाय खोजने की कोशिश कर रहा है। ईश्वर को चाहना बिना भक्ति के असंभव है। इसके लिए पूरे मन से तप करना चाहिए।

Guru Purnima: ईश्वरप्राप्ति का साधन है गुरु

पंडित मिश्रा ने कहा कि मानव देह हमें पुण्य से मिलती है और इस जीवन को सफल बनाना चाहते हैं तो सद्गुरु से संपर्क करें। गुरु वह तत्व है, जो अज्ञान के रूप में फैले अंधेरे को मिटाकर ज्ञान के तेज को फैलाता है। ऐसे सद्गुरु का आशीष और सान्निध्य पाने के लिए गहरी इच्छा और अपने सर्वस्व को उनके चरणों में समर्पित करने की आतुरता चाहिए। गुरु के आशीर्वाद का सच्चा आनंद उन लोगों को मिलता है जो उनके श्रीचरणों में भक्तिपूर्वक अपने आप को न्यौछावर करते हैं।

Guru Purnima: तीन लाख से अधिक लोगों ने कुबेरेश्वरधाम में एक दिनी गुरुपूर्णिमा महोत्सव में गुरु दीक्षा ली

जब गुरुदेव ने धाम पर हुए गुरु-पूर्णिमा महोत्सव के घोटाले की पोल खोली ~ Bageshwar Dham Sarkar

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