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  • No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी

    No Stress Only Health & Taste 10 मिनट की हेल्दी चाट रेसिपी

    No Stress Only Health & Taste स्प्राउट्स: स्प्राउट्स को उबालकर उसमें टमाटर और खीरे जैसी सब्ज़ियाँ मिलाई जाती हैं। इस चाट में अच्छा प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। स्प्राउट्स चाट स्वाद से समझौता किए बिना एक स्वस्थ नाश्ते का आनंद लेने का बेहतरीन तरीका है।

    स्प्राउट्स चाट (10 मिनट में तैयार) No Stress Only Health & Taste

    सामग्री:

    • 1 कप उबले हुए अंकुरित मूंग/चना (sprouts)
    • 1 छोटा प्याज (बारीक कटा)
    • 1 छोटा टमाटर (बारीक कटा)
    • 1 खीरा (बारीक कटा)
    • 1 हरी मिर्च (बारीक कटी)
    • 1 नींबू का रस
    • 1 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर
    • स्वादानुसार काला नमक/सेंधा नमक
    • 1 चम्मच हरी चटनी (वैकल्पिक)
    • थोड़ी धनिया पत्ती (बारीक कटी)
    • अनार के दाने (गार्निश के लिए, वैकल्पिक)
    No Stress Only Health & Taste
    No Stress Only Health & Taste

    विधि:

    1. एक बड़े बाउल में उबले अंकुरित मूंग/चना डालें।
    2. इसमें प्याज, टमाटर, खीरा और हरी मिर्च मिलाएँ।
    3. अब नींबू का रस, भुना जीरा पाउडर और काला नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें।
    4. चाहें तो स्वाद बढ़ाने के लिए हरी चटनी मिला लें।
    5. ऊपर से धनिया पत्ती और अनार दाने डालकर सर्व करें।

    हेल्दी बेनिफिट्स: No Stress Only Health & Taste

    • प्रोटीन और फाइबर से भरपूर। बिना तला–भुना, कम कैलोरी। पचने में आसान और टेस्टी।

    No Stress Only Taste “बनारस की टमाटर चाट – स्वाद ऐसा कि नीता अंबानी से लेकर बॉलीवुड स्टार्स तक सब हैं फैन!

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  • Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी

    Dharmik : कुत्तों का स्नेह है राहु की शांति की कुंजी

    ज्योतिष, धर्म और कर्म सिद्धांत तीनों को जोड़कर ग्रहों के प्रकोप और उनके शमन की व्याख्या करता है। इसे संक्षेप और स्पष्ट रूप में ऐसे समझ सकते हैं।

    Dharmik राहु और कुत्ते का संबंध

    राहु का प्रतिनिधि जीव कुत्ता माना गया है। इसीलिए कुत्तों को भोजन कराना राहु को प्रसन्न करता है और उन्हें कष्ट देना राहु की उग्रता बढ़ाता है।

    Dharmik कर्म और ग्रहों का रिश्ता

    शास्त्र कहते हैं – “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा” → यानी हर कर्म का फल निश्चित है। ग्रहों का अशुभ प्रभाव कई बार पूर्व जन्म के कर्मों और वर्तमान कर्मों का परिणाम होता है। इसलिए ग्रहों के दोष न केवल यज्ञ, मंत्र, रत्न से, बल्कि जीवों की सेवा और सदाचार से भी कम किए जा सकते हैं।

    “जब राहु वक्री होता है, तब कुत्तों से जुड़ता है कर्म का रहस्य।”

    राहु वक्री होने और कुत्तों का गहरा संबंध ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है।

    राहु और कुत्तों का संबंध

    1. राहु का वाहन
      – पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राहु का वाहन कुत्ता माना जाता है।
      – इस कारण कुत्ते राहु के प्रभाव को दर्शाते हैं।
    2. उपायों में कुत्ते का महत्व
      – राहु या केतु से जुड़े दोष (जैसे राहु महादशा, राहु वक्री, राहु काल में कष्ट) में ज्योतिषाचार्य अक्सर कुत्तों को भोजन कराने की सलाह देते हैं।
      – खासकर काले कुत्ते को रोटी, दूध या तिल मिले आटे की गोलियाँ खिलाना शुभ माना जाता है।
    3. आध्यात्मिक दृष्टि से
      – कुत्तों को राहु का प्रतीक माना जाता है क्योंकि वे अदृश्य शक्तियों (जैसे किसी अदृश्य खतरे) को भाँप लेते हैं।
      – राहु अदृश्य और मायावी ग्रह है, इसलिए कुत्तों का स्वभाव उससे जुड़ा हुआ है।

    जब राहु वक्री होते हैं, तो उनके दोषों को कम करने और शुभ फल पाने के लिए कुत्तों को भोजन कराना, उनकी सेवा करना और उनसे दुर्व्यवहार न करना धार्मिक व ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी माना गया है।

    जीवों और परिजनों से ग्रह शांति

    Dharmik
    Dharmik

    ग्रहों का सीधा संबंध हमारे नज़दीकी रिश्तों और व्यवहार से माना गया है:

    • ☀️ सूर्य रुष्ट → पिता को प्रसन्न करें, सेवा करें
    • 🌙 चंद्र रुष्ट → माता को प्रसन्न करें
    • ♂️ मंगल रुष्ट → भाई-बहन का सम्मान करें
    • ☿️ बुध रुष्ट → मामा/बंधुजनों को सम्मान दें
    • गुरु रुष्ट → गुरुजनों, वृद्धों की सेवा करें
    • ♀️ शुक्र रुष्ट → पत्नी या जीवनसाथी का मान-सम्मान करें
    • शनि रुष्ट → सेवकों, गरीब और श्रमिकों की मदद करें
    • राहु रुष्ट → कुत्तों की सेवा/भोजन कराएँ
    • केतु रुष्ट → कुष्ठ रोगी, साधु-संतों की सेवा करें

    “राहु की वक्री चाल, कुत्तों के साथ आपके कर्मों का हिसाब।”

    केवल रत्न पहनने या यज्ञ कराने से ही ग्रह शांत नहीं होते। असली उपाय है – मानवता, जीवों की सेवा और परिवारजनों के प्रति कर्तव्य निभाना। जब हम जीवों और परिजनों के प्रति परोपकार व सम्मान का भाव रखते हैं, तो अशुभ ग्रह भी प्रसन्न होकर अपना दोष कम कर देते हैं।

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    “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”

  • PATNA में धूमधाम से मनाई गई राधाष्टमी, इस्कॉन मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

    PATNA में धूमधाम से मनाई गई राधाष्टमी, इस्कॉन मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

    PATNA के इस्कॉन मंदिर में रविवार को राधाष्टमी का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और आरती का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया।

    PATNA के इस्कॉन मंदिर में राधाष्टमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। वहीं, मंत्रोच्चार और भक्ति गीतों की गूंज के बीच, श्रद्धालु राधा रानी की भक्ति में लीन होकर नाचते-गाते नजर आए। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ इस्कॉन मंदिर पहुंचने लगी। राधा रानी के जन्मोत्सव को लेकर मंदिर को सुंदर फूलों और रोशनी से सजाया गया था।

    PATNA भक्तों की आस्था:

    मंदिर प्रांगण भक्ति के रंग में डूबा नजर आया। श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते और हरि-नाम संकीर्तन में लीन होकर जयकारे लगाते रहे।

    PATNA
    PATNA

    मंदिर प्रशासन की तैयारी: मंदिर प्रबंधन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और भोग का विशेष प्रबंध किया गया। साथ ही सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर भी पूरी सतर्कता बरती गई।

    विशेष आयोजन:

    • राधा रानी की जन्म आरती और विशेष पूजा का आयोजन
    • भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चार से गूंजता रहा पूरा परिसर
    • भक्तों ने नाचते-गाते हुए राधा रानी के जयकारे लगाए

    राधाष्टमी के अवसर पर पटना का इस्कॉन मंदिर भक्ति के रंग में सराबोर हो गया। राधा रानी के जन्मोत्सव के इस खास मौके पर, मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और आरती का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल होने के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े।

    मंदिर का पूरा प्रांगण मंत्रोच्चार और भक्ति गीतों से गूंज उठा। राधा रानी की भक्ति में लीन श्रद्धालु नाचते-गाते और जयकारे लगाते हुए नजर आए। इस दौरान, भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ पूजा में भाग लिया।


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    “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”

  • भारी बारिश से Jammu-Shrinagar राजमार्ग बाधित, सांबा रिंग रोड पर 1500 ट्रक फंसे

    भारी बारिश से Jammu-Shrinagar राजमार्ग बाधित, सांबा रिंग रोड पर 1500 ट्रक फंसे

    Jammu-Shrinagar में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन के साथ-साथ परिवहन व्यवस्था को भी प्रभावित कर दिया है। पहाड़ों पर भूस्खलन और जलभराव के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद हो गया है।

    जानकारी के मुताबिक सांबा रिंग रोड और आसपास के क्षेत्रों में हालात गंभीर हैं। यहाँ करीब 1500 ट्रक और दर्जनों यात्री वाहन फंसे हुए हैं। इन वाहनों में ज़रूरी सामान और फल-सब्ज़ियों की सप्लाई भी शामिल है, जिससे कश्मीर घाटी में वस्तुओं की कमी का खतरा बढ़ गया है।

    Jammu-Shrinagar
    Jammu-Shrinagar

    राजमार्ग को खोलने के लिए BRO और पुलिस की टीम राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है। मशीनरी लगाकर मलबा हटाया जा रहा है, लेकिन लगातार बारिश के चलते दिक्कतें आ रही हैं।

    Jammu-Shrinagar प्रशासन का बयान:

    जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल यात्रा से बचें और केवल प्रशासन की अनुमति के बाद ही हाईवे पर निकलें। यात्रियों की सुविधा के लिए सांबा और आसपास के इलाकों में अस्थायी व्यवस्था की जा रही है।

    भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग का बाधित होना एक बार फिर घाटी को देश से जोड़ने वाली जीवनरेखा पर संकट खड़ा कर रहा है। फिलहाल राहत दल लगातार काम में लगे हुए हैं और हालात सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं।

    Modi-Putin की मुलाकात की तस्वीरें चीन के सोशल मीडिया पर छाई

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  • Modi-Putin की मुलाकात की तस्वीरें चीन के सोशल मीडिया पर छाई

    Modi-Putin की मुलाकात की तस्वीरें चीन के सोशल मीडिया पर छाई

    Modi-Putin शंघाई सहयोग सम्मेलन में पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात की तस्वीरें चीन के इंटरनेट और सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा में हैं। खासकर दोनों नेताओं की साथ सफर करती तस्वीरें सबसे ऊपर ट्रेंड कर रही हैं।

    Modi-Putin SCO शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात ने खासा ध्यान खींचा। उनकी बातचीत और तस्वीरें चीन के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जहाँ यूजर्स दोनों नेताओं की बॉन्डिंग पर चर्चा कर रहे हैं।

    Modi-Putin
    Modi-Putin

    शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात की तस्वीरें चीन में इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही हैं।

    Modi-Putin
    Modi-Putin

    सम्मेलन से इतर हुई इस मुलाकात में दोनों नेता एक ही कार में बैठकर बैठक स्थल तक पहुंचे। यह दृश्य चीनी लोगों का ध्यान खींच रहा है और सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया है।

    Modi-Putin
    Modi-Putin

    चीन के सबसे बड़े सर्च इंजन बाइडू पर यह तस्वीरें टॉप ट्रेंड में हैं। वहां पहले स्थान पर “मोदी और पुतिन गले मिले और हाथ में हाथ थामकर बातचीत की” टॉपिक चल रहा है।

    Modi-Putin
    Modi-Putin

    वहीं, चीन की माइक्रोब्लॉगिंग साइट वीबू पर “मोदी ने पुतिन की कार में सवारी की” शीर्षक से यह तस्वीरें और वीडियो पहले स्थान पर ट्रेंड कर रही हैं।

    SCO शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात ने न सिर्फ कूटनीतिक हलकों का ध्यान खींचा, बल्कि चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी छा गई। दोनों नेताओं की तस्वीरें लगातार शेयर और रीपोस्ट हो रही हैं। चीनी यूजर्स इस मुलाकात को एशिया की बड़ी राजनीतिक घटना के रूप में देख रहे हैं।


    “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”

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  • “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”

    “Rahu Vakri 2025: धर्म की कसौटी पर आस्था की परीक्षा, जानें कब तक रहेगा राहु का प्रकोप और क्या होंगे नए संकेत”

    Rahu Vakri 2025 होने का धार्मिक दृष्टि से प्रभाव

    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु जब वक्री (Retrograde) होते हैं, तब उनके प्रभाव और भी प्रबल हो जाते हैं। धर्म और अध्यात्म की दृष्टि से यह समय कई बदलाव लेकर आता है।

    Rahu Vakri 2025
    Rahu Vakri 2025

    Rahu Vakri 2025 धार्मिक दृष्टि से नए परिवर्तन:

    1. कर्मों का फल तीव्रता से मिलेगा
      • राहु वक्री होने पर अच्छे और बुरे कर्मों का फल जल्दी मिलना शुरू हो जाता है।
      • छुपे हुए कर्म या अधूरे कार्य सामने आ सकते हैं।
    2. माया और मोह की परीक्षा
      • यह काल इंसान को भटकाने वाला भी हो सकता है।
      • धर्मग्रंथों के अनुसार राहु मोह-माया, भ्रम और छल से जुड़े हैं, इसलिए साधक को इस समय सत्संग, ध्यान और मंत्रजाप पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
    3. आध्यात्मिक उन्नति का अवसर
      • वक्री राहु इंसान को भीतर झाँकने का अवसर देते हैं।
      • साधना, तप और भक्ति से व्यक्ति नकारात्मक प्रभावों से बच सकता है और अपनी आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ा सकता है।
    4. परीक्षा का समय
      • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह काल इंसान की आस्था और संयम की परीक्षा लेता है।
      • जो व्यक्ति धर्म मार्ग पर स्थिर रहता है, उसके लिए राहु वक्री वरदान साबित हो सकते हैं।
    5. मंत्र और पूजा का महत्व
      • राहु बीज मंत्र (“ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”) का जाप करना शुभ माना जाता है।
      • शनिवार और राहु काल में पूजा, तिल का दान और हनुमान जी की आराधना विशेष फल देती है।

    Rahu Vakri 2025 कब से कब तक रहेगा राहू का प्रकोप ??

    राहु हमेशा ज्योतिषीय गणना के अनुसार वक्री गति से चलते हैं और लगभग 18 महीने (1.5 साल) तक एक राशि में रहते हैं। इसलिए राहु का प्रभाव या “प्रकोप” उनकी राशि परिवर्तन (गोचर) से जुड़ा होता है।

    Rahu Vakri 2025 वर्तमान स्थिति (2025 के अनुसार)

    • राहु अभी मीन राशि में गोचर कर रहे हैं।
    • यह गोचर 30 अक्टूबर 2023 से 18 मई 2025 तक रहेगा।
    • इसके बाद राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और वहाँ 18 मई 2025 से 12 दिसंबर 2026 तक रहेंगे।

    राहु के “प्रकोप काल” को ऐसे समझें:

    • जब राहु अशुभ भाव (जैसे 6th, 8th, 12th) में रहते हैं, तब यह प्रकोप/कष्टकारी प्रभाव देते हैं।
    • राहु वक्री रहने पर उनके परिणाम दोगुने प्रबल हो जाते हैं – यानी शुभ भी अधिक, अशुभ भी अधिक।
    • राहु का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली में उनकी स्थिति और दशा–महादशा के अनुसार तय होता है।

    सरल शब्दों में, राहु का मौजूदा प्रकोप 18 मई 2025 तक मीन राशि वालों और जिनकी कुंडली में मीन से राहु के अशुभ स्थान बनते हैं, उन पर अधिक रहेगा। इसके बाद यह प्रभाव कुंभ राशि पर केंद्रित होगा।

    Radha Ashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी के बाद ही क्यूँ राधा अष्टमी मनाया जाता है ?

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  • SCO शिखर सम्मेलन: यूक्रेन संकट पर मोदी का बड़ा संदेश, पुतिन से बोले– शांति का रास्ता ही मानवता की पुकार

    SCO शिखर सम्मेलन: यूक्रेन संकट पर मोदी का बड़ा संदेश, पुतिन से बोले– शांति का रास्ता ही मानवता की पुकार

    शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अहम मुलाकात हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध पर खुलकर बात करते हुए कहा कि “यूक्रेन में शांति का रास्ता खोजना मानवता की सबसे बड़ी पुकार है।”

    प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि युद्ध और संघर्ष किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकते। उन्होंने जोर दिया कि संवाद और कूटनीति ही आगे बढ़ने का रास्ता है। मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से शांति और स्थिरता का पक्षधर रहा है और वह यूक्रेन संकट का शांतिपूर्ण समाधान खोजने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है।

    राष्ट्रपति पुतिन ने भी पीएम मोदी के विचारों का स्वागत करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने की बात कही। दोनों नेताओं ने ऊर्जा सहयोग, व्यापार और निवेश बढ़ाने के साथ-साथ वैश्विक भू-राजनीतिक हालात पर भी विस्तार से चर्चा की।

    SCO शिखर सम्मेलन
    SCO शिखर सम्मेलन

    SCO शिखर सम्मेलन मोदी का संदेश:

    पीएम मोदी ने कहा, “यह समय युद्ध का नहीं है। मानवता की भलाई के लिए हमें संघर्ष नहीं, बल्कि शांति का मार्ग चुनना होगा। दुनिया को एकजुट होकर मानवता की पुकार सुननी चाहिए।”

    इस मुलाकात ने एक बार फिर भारत की भूमिका को वैश्विक मंच पर शांति और संवाद के प्रवक्ता के रूप में स्थापित किया है। SCO शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी और पुतिन की यह बातचीत यूक्रेन संकट के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत देती है।

    SCO शिखर सम्मेलन
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    यूक्रेन संकट पर भारत का रुख

    • प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि “यह समय युद्ध का नहीं है।”
    • उन्होंने कहा कि संघर्ष किसी समाधान का रास्ता नहीं, बल्कि शांति और संवाद ही आगे का रास्ता है।
    • भारत ने स्पष्ट संदेश दिया कि वह संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए रचनात्मक मध्यस्थता करने को तैयार है।

    SCO शिखर सम्मेलन पुतिन की प्रतिक्रिया

    • रूसी राष्ट्रपति ने भारत के दृष्टिकोण की सराहना की।
    • उन्होंने भरोसा दिलाया कि रूस भारत के साथ बहुपक्षीय मंचों पर और द्विपक्षीय स्तर पर मजबूत सहयोग जारी रखेगा।

    ऊर्जा और आर्थिक सहयोग

    • दोनों नेताओं ने ऊर्जा आपूर्ति और परमाणु ऊर्जा सहयोग पर चर्चा की।
    • व्यापारिक संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए रुपये-रूबल लेनदेन व्यवस्था को और मजबूत करने पर सहमति बनी।
    • निवेश बढ़ाने और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्तों पर भी विचार हुआ।
    SCO शिखर सम्मेलन
    SCO शिखर सम्मेलन

    SCO शिखर सम्मेलन भूराजनीतिक मुद्दे

    • वैश्विक सुरक्षा चुनौतियाँ, आतंकवाद और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा हुई।
    • दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि बहुपक्षीय संस्थानों जैसे SCO, BRICS और G20 के जरिए साझा प्रयासों को और मजबूत किया जाए।

    भारत की छवि और भूमिका

    • इस मुलाकात ने भारत को एक शांति प्रवक्ता और जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया।
    • भारत ने दिखाया कि वह न केवल आर्थिक और सामरिक शक्ति है, बल्कि विश्व राजनीति में संतुलन और संवाद की आवाज भी है।

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    SCO शिखर सम्मेलन: पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र, सदस्य देशों ने कायराना हरकत की निंदा कर दिखाई एकजुटता

  • SCO शिखर सम्मेलन: पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र, सदस्य देशों ने कायराना हरकत की निंदा कर दिखाई एकजुटता

    SCO शिखर सम्मेलन: पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र, सदस्य देशों ने कायराना हरकत की निंदा कर दिखाई एकजुटता

    SCO शिखर सम्मेलन दोहराया गया ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के संदेश  

    घोषणापत्र में कहा गया कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है और इससे निपटने के लिए सभी देशों को सामूहिक प्रयास करने होंगे। भारत द्वारा उठाए गए मुद्दे पर सभी सदस्य देशों ने सहमति जताई।

    SCO शिखर सम्मेलन नवाचार और स्टार्टअप्स पर फोकस:
    घोषणा में 3–5 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में आयोजित 5वें SCO स्टार्टअप मंच के परिणामों का स्वागत किया गया। यह मंच विज्ञान, तकनीकी प्रगति और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग को गहरा करने में अहम माना गया।

    थिंक टैंक सहयोग:
    सदस्य देशों ने 21–22 मई 2025 को नई दिल्ली में हुई 20वीं SCO थिंक टैंक मंच बैठक को भी महत्वपूर्ण बताया। इस मंच ने नीति-निर्माण और क्षेत्रीय सहयोग को नई दिशा देने का कार्य किया।

    SCO शिखर सम्मेलन सांस्कृतिक सहयोग:
    घोषणा में विश्व मामलों की भारतीय परिषद (ICWA) के तहत कार्यरत SCO अध्ययन केंद्र की सराहना की गई। इस संस्थान को सदस्य देशों के बीच सांस्कृतिक और मानवीय आदान-प्रदान मजबूत करने वाला अहम स्तंभ बताया गया।

    चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से एक बड़ा संदेश सामने आया है। संयुक्त घोषणापत्र में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए सभी सदस्य देशों ने इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की है।

    SCO शिखर सम्मेलन
    SCO शिखर सम्मेलन

    भारत का संदेश:

    इस शिखर सम्मेलन में भारत सहित चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाख़िस्तान, उज़्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान मौजूद थे। घोषणापत्र में साफ कहा गया कि किसी भी रूप में आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और सभी देशों को मिलकर इससे लड़ना होगा।

    भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि आतंकवाद किसी भी क्षेत्र या धर्म से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह पूरी मानव सभ्यता पर हमला है। उन्होंने कहा कि पहलगाम जैसी घटनाएँ आतंकियों की कायरता को दर्शाती हैं और ऐसे हमलों के खिलाफ एकजुट होकर सख्त कदम उठाना जरूरी है।

    रूस और चीन सहित अन्य सदस्य देशों ने भी हमले की निंदा करते हुए भारत के प्रति संवेदना जताई। सभी देशों ने यह भरोसा दिलाया कि आतंकवाद से निपटने के लिए SCO मंच पर सहयोग और मजबूत होगा।

    SCO शिखर सम्मेलन के संयुक्त घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र होना न केवल भारत के लिए कूटनीतिक जीत है, बल्कि यह संदेश भी है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर साझा लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।

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    Puja Special Train: दिवाली-छठ पर यात्रियों को तोहफ़ा थावे–कोलकाता के बीच स्पेशल ट्रेन शुरू

  • Puja Special Train: दिवाली-छठ पर यात्रियों को तोहफ़ा थावे–कोलकाता के बीच स्पेशल ट्रेन शुरू

    Puja Special Train: दिवाली-छठ पर यात्रियों को तोहफ़ा थावे–कोलकाता के बीच स्पेशल ट्रेन शुरू

    दिवाली-छठ पर्व पर यात्रियों के लिए रेलवे ने खास तोहफ़ा दिया है। भारतीय रेलवे ने थावे से कोलकाता के बीच पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है। यह ट्रेन त्योहारों के दौरान यात्रियों की भीड़ को देखते हुए चलाई जा रही है। रेलवे के मुताबिक इस ट्रेन की टिकट बुकिंग पहले ही शुरू हो चुकी है और यात्रियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।

    HighLights

    1. त्योहारी सीजन के लिए स्पेशल ट्रेन |
    2. थावे जंक्शन से लालकुआं-कोलकाता |
    3. 4 सितंबर से 13 नवंबर तक चलेगी |

    Puja Special Train: ट्रेन का रूट और समय

    • यह पूजा स्पेशल ट्रेन थावे जंक्शन से रवाना होकर कोलकाता पहुंचेगी।
    • बीच में यह ट्रेन गोरखपुर, छपरा, पटना, गया जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुकेगी।
    • ट्रेन का संचालन दिवाली और छठ महापर्व को ध्यान में रखते हुए विशेष तारीखों पर होगा।
    • ट्रेन का टाइमटेबल रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और IRCTC पोर्टल पर उपलब्ध है।

    टिकट बुकिंग

    • इस ट्रेन की आरक्षण (बुकिंग) IRCTC वेबसाइट और रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर शुरू हो चुकी है।
    • त्योहार सीजन को देखते हुए रेलवे ने यात्रियों से जल्दी टिकट बुक करने की अपील की है।
    • स्पेशल ट्रेनों में आमतौर पर स्पेशल किराया लागू होता है।
    Puja Special Train
    Puja Special Train

    Puja Special Train यात्रियों को लाभ

    • इस ट्रेन से बिहार और झारखंड से कोलकाता जाने वाले हजारों यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
    • दिवाली और छठ पर्व पर बिहार और पूर्वांचल से बड़े पैमाने पर यात्रियों का पलायन होता है।
    • रेलवे का कहना है कि त्योहारों पर भीड़भाड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है।

    📢 रेलवे का संदेश

    रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि टिकट केवल आधिकारिक पोर्टल या रेलवे काउंटर से ही बुक करें।

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