Landed in Johannesburg PM Modi: G20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक सहयोग और विकास एजेंडा पर होगी अहम चर्चा
Landed in Johannesburg PM Modi प्रधानमंत्री सहित कई विश्व नेता G20 शिखर सम्मेलन के लिए जोहान्सबर्ग पहुँचे। सम्मेलन में वैश्विक अर्थव्यवस्था, विकास, सहयोग और बेहतर भविष्य के मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। पढ़िए पूरा विवरण।
G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के बीच विश्वभर के नेताओं का जोहान्सबर्ग में आगमन शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री भी शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े नगर जोहान्सबर्ग पहुँचे। अपने आगमन के तुरंत बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “G20 Summit संबंधित कार्यक्रमों के लिए जोहान्सबर्ग पहुँचा हूँ। मुझे उम्मीद है कि वैश्विक मुद्दों पर विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा होगी। हमारा फोकस आपसी सहयोग मजबूत करने, विकासात्मक प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने और सभी के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने पर है।”
प्रधानमंत्री के इस संदेश ने सम्मेलन के एजेंडे को साफ कर दिया—यह शिखर बैठक सिर्फ औपचारिक बातचीत नहीं बल्कि ठोस वैश्विक रणनीतियों का मंच बनने जा रही है।
G20 Summit: इस बार क्या है खास?
जोहान्सबर्ग में होने वाला यह सम्मेलन कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। दुनिया तेज़ी से बदल रही है—आर्थिक अस्थिरता, भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक दक्षिण की बढ़ती मांगें और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियाँ।
ऐसे समय में G20 देशों का एक साथ आना वैश्विक सहमति के लिए अत्यंत ज़रूरी माना जा रहा है।
इस बार की मीटिंग का फोकस मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर है:
- वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता और सुधार
- सस्टेनेबल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन ग्रोथ
- समावेशी भविष्य और ग्लोबल साउथ की आवाज़ को मजबूती
भारत पहले ही अपनी अध्यक्षता के दौरान ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की थीम के जरिए दुनिया को “एक पृथ्वी–एक परिवार–एक भविष्य” का संदेश दे चुका है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री की जोहान्सबर्ग यात्रा इस दिशा में अगला कदम मानी जा रही है।


🇮🇳 भारत की भूमिका एक वैश्विक समाधानकर्ता के रूप में
पिछले कुछ वर्षों में भारत ने खुद को वैश्विक मंचों पर एक मजबूत, संतुलित और समाधान-उन्मुख देश के रूप में स्थापित किया है।
जोहान्सबर्ग में भारत निम्न मुद्दों पर मजबूत पहल कर सकता है:
- ग्लोबल सप्लाई चेन को मजबूत करने
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को वैश्विक मॉडल के रूप में साझा करने
- स्वास्थ्य, वैक्सीन, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर सहयोग बढ़ाने
- ग्लोबल साउथ के छोटे देशों की चिंताओं को बड़े देशों तक पहुँचाने
भारतीय प्रतिनिधिमंडल इस दिशा में कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मीटिंग्स भी करेगा।


दुनिया की उम्मीदें इस शिखर सम्मेलन से Landed in Johannesburg PM Modi
दुनिया की बड़ी चिंता आज यही है कि आर्थिक अस्थिरता, युद्ध, ऊर्जा संकट और जलवायु चुनौतियों के बीच स्थायी समाधान कैसे निकले।
ऐसे में यह सम्मेलन विश्व नेताओं के लिए सिर्फ विचार-विमर्श का मंच नहीं बल्कि व्यवहारिक निर्णयों का अवसर भी है।
प्रधानमंत्री की ओर से “बेहतर भविष्य” की बात, इस सम्मेलन के मूल उद्देश्य को और मजबूत करती है—यानी ऐसी नीतियाँ जो आने वाली पीढ़ियों के लिए सकारात्मक बदलाव ला सकें।
जोहान्सबर्ग में शुरू होने वाली यह बैठक दुनिया की दिशा तय करने वाली साबित हो सकती है। भारत की बढ़ती भूमिका, विश्व नेताओं की उम्मीदें और लगातार बदलते वैश्विक समीकरण इस सम्मेलन को और भी खास बनाते हैं।
सभी की नज़र इस बात पर है कि क्या G20 देश मिलकर वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूँढ पाएंगे और दुनिया को नए रास्ते दिखाएँगे।
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